2022 तक डेढ़ लाख सब सेंटर्स हो जाएंगे वेलनेस सेंटर --जेपी नड्डा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 में है यह व्यवस्था --30 साल की उम्र में कराये जांच , पता चल जायेगा कौन कौन रोग होने की संभावना
सभी नागरिकों की काया हो निरोगी यह लक्ष्य
बलिया जिला अस्पताल होगा उच्चीकृत
डू लिटिल डॉक्टर नामक मशीन लगेगी बलिया में
सभी नागरिकों की काया हो निरोगी यह लक्ष्य
बलिया जिला अस्पताल होगा उच्चीकृत
डू लिटिल डॉक्टर नामक मशीन लगेगी बलिया में
बलिया । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने कहा भारत सरकार ने 2017 में ऐसी स्वास्थ्य नीति बनाई है जिसमें रोगियों के सुगमता व सरलता के साथ इलाज की तो व्यवस्था की ही गयी है तथा नीति में ऐसी व्यवस्था की गई है कि लोग बीमार ही ना हों(निरोग रहें) इसके लिए पहले से ही बंदोबस्त किया गया है। निरोगी काया बनाए रखने के लिए नीति में विशेष व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि देश में डेढ़ लाख सब सेंटर हैं इन्हें 2022 तक निरोगी केंद्र ( वेलनेस सेंटर) के रूप में रूप में परिवर्तित किया जाएगा । इन वेलनेश केन्द्रो पर 12 प्रमुख रोगों का इलाज मुफ्त मे किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि हम ऐसी व्यवस्था देने जा रहे हैं कि 30 साल की उम्र में ही लोगों की मुफ्त में सारी जांचें करा लेंगे और उन्हें कोई रोग होने वाला होगा तो उसकी जानकारी पहले से ही हो जाएगी और उसका पहले से ही इलाज सुनिश्चित करा लिया जाएगा। कहा कि बड़ी मात्रा में हम सब सेंटर को वेलनेस सेंटर के रूप में परिवर्तित करने जा रहे हैं।
आयुष्मान भारत के तहत 50 करोड़ गरीब लोगों को 5 लाख का बीमा करेंगे और उन्होंने कहा कि अमृत दुकानो के माध्यम से कम खर्च पर दवाइयाँ उपलब्ध कराया जायेगी। मा0 जे पी नड्डा आज जनपद बलिया के सहरस पाली गांव मे नव निर्मित रजनीकांत केंद्र अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल का उद्घाटन करने के उपरांत आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे ।इसके पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जे पी नड्डा व राज्य मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण भारत सरकार अनुप्रिया पटेल तथा उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने रजनीकांत जी मूर्ति का अनावरण किया ।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे पी नड्डा ने कहा कि 25 लाख डायलिसिस के मुफ्त सेसन हुए हैं ।
595 जिला अस्पतालों में डायलिसिस की मशीनें लगवाई गई है। कहा कि जिला अस्पतालों में तो हम डायलिसिस मशीन की व्यवस्था कर ही रहे हैं और स्वास्थ्य केंद्रों में भी इसकी व्यवस्था करने पर विचार चल रहा है। उन्होंने कहा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है और सरकार लोगों के लोगों के इलाज के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस दिशा में प्रभावी कदम उठाएं हैं। उन्होंने कहा अंधता निवारण में यह अस्पताल मील का पत्थर साबित होगा ।उन्होंने कहा कि इस तरह की संस्थाएं जो स्वास्थ्य के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दे रही हैं उन्हें सरकार की ओर से नियमानुसार हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा और भारत मे रोगियो की संख्या घटाने में हम सफल होंगे । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों का उपचार करने के लिए कार्य कर रही है।उन्होंने कहा सभी जिला अस्पतालों में मोबाइल यूनिट स्थापित करने का सरकार का प्रयास चल रहा है। उन्होंने कहा कि जीवन शैली के कारण भी अंधता बड़ी है उसके इलाज के लिए भी भारत सरकार प्रबंध कर रही है।अस्पतालो को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित करने का प्रयास किया जा रहा है ।उन्होंने कहा माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ किया गया है। 2017 की स्वास्थ्य नीति में गरीब आदमी का इलाज कम खर्च मे, इसके लिए व्यवस्था की जा रही है ।उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी ।उन्होंने बताया कि इस वर्ष 24 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाने का प्रावधान किया गया है, जिसमें आठ उत्तर प्रदेश में खोले जाएंगे । इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ लोगों के स्वास्थ्य सुधार के लिए कार्य कर रही है । सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि इलाहाबाद में कुंभ के आयोजन के बाबत 1200 सौ करोड़ रुपया पहली किस्त के रूप में केंद्र सरकार द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि बलिया में 105 करोड़ की लागत से स्वास्थ्य सेवाओं में अनेक स्कीमे में लागू की गई हैं ।उन्होंने कहा कि आक्सीजन के लिए यहां पर 6.5 करोड़ की गैस पाइपलाइन पड़ रही है ।ट्रामा सेंटर में उपकरणों के लिए ₹72/-करोड़ से व्यवस्था की गयी है। यहां पर डायलिसिस सेंटर खुलवाया गया है ।डिजिटल एक्स-रे की भी व्यवस्था की गई है ।बलिया के अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जैसी व्यवस्था देने का उनका प्रयास है। उन्होंने बताया उत्तर प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने का प्रयास निरंतर चल रहा है और 5000 डॉक्टरों की व्यवस्था आयुष के तहत की गई है, जिसमें 24 डॉक्टर बलिया में भी भेजे गये है। उन्होने कहा डू लिटिल डॉक्टर नामक 500 मशीने उत्तर प्रदेश को दिए जाने का आग्रह केन्द्र से किया गया है। इस मशीन से 12 मिनट में व्यक्ति के अधिकांश रोगों की जांच हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पहली "डू लिटिल डॉक्टर" मशीन बलिया अस्पताल में लगाई जाएगी। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 51 जिलों के जिला अस्पतालों को उच्चीकृत कर बढ़िया अस्पताल बनाया जाएगा इन 51 जिलो में बलिया का अस्पताल भी रहेगा ।स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नीति आयोग द्वारा दिए जा रहे सहयोग के प्रति उन्होंने आभार जताया। कार्यक्रम को नीति आयोग के सदस्य विनोद कुमार पाल, नीति आयोग के सलाहकार (स्वास्थ्य )आलोक कुमार व नीति आयोग के सीईओश्री अमिताभ कांत आदि ने भी संबोधित किया। जिलाधिकारी श्री भवानी सिंह खंगारोत ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि जिला प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों में हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर के राजनीतिक सलाहकार एच एन शर्मा सहित अन्य लोगो ने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सांसद श्री भरत सिंह, विधायक श्री संजय यादव, विधायक श्री धनंजय कनौजिया विधायक श्री आनंद स्वरूप शुक्ला ,भाजपा जिला अध्यक्ष विनोद शंकर दुबे सहित अन्य गणमान्य नागरिक ,जनप्रतिनिधि व अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।