Breaking News

कश्मीर: AK-47 में स्टील बुलेट्स का इस्तेमाल कर रहे आतंकी, बुलेटप्रूफ बंकर को उड़ाने में सक्षम

जम्मू काश्मीर 17 जून 2018 ।।


जम्मू-कश्मीर में आतंकी एके-47 राइफल में स्टील बुलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. इन गोलियों में एंटी टेररिस्ट एक्टिविटी के दौरान इस्तेमाल होने वाले बुलेट प्रूफ बंकरों को भी भेदने की क्षमता है.

एजेंसी रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह की गोलियों का इस्तेमाल खासतौर पर जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े आतंकी कर रहे हैं. सेना के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की पहली घटना जनवरी में नए साल के मौके पर हुई थी. जब जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के लेथपुरा में सीआरपीएफ कैंप पर आत्मघाती हमला किया था ।
इस घटना में सेना की ओर से मुहैया कराई गई बुलेट प्रूफ शील्ड (ढाल) के पीछे होने के बावजूद पैरामिलिट्री फोर्स के पांच में से एक कर्मी को गोली लग गई थी. उक्त हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे ।

टंगस्टन कार्बाइड से बनी होती हैं ये बुलेट्स
जांच में यह पता चला कि आतंकियों के क्लाशनिकोव (एके-47) राइफल से चलाई गई गोलियां स्टील से बनी थीं, जो सुरक्षाबलों के बुलेटप्रूफ शील्ड को भी छेद करने में सक्षम है. जांच में यह भी पता चला कि शील्ड में छेद करने वाली ये बुलेट्स टंगस्टन कार्बाइड से बनी होती हैं.
सेना के एक अधिकारी का कहना है कि सामान्य तौर पर एके-47 की गोलियों में इस्तेमाल होने वाला स्टील थोड़ा हल्का होता है, जो बुलेटप्रूफ शील्ड को भेद नहीं सकता, लेकिन जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके बाद हमने सुरक्षा के लिए मजबूत कदम उठाए हैं.


जैश के आतंकियों से भी मिले थे स्टील के बुलेट्स
बता दें कि कश्मीर में बीते साल हुए आतंकी हमलों की जांच में पता चला कि पुलवामा पुलिस लाइन में हुए आतंकी हमले में भी आतंकियों ने स्टील बुलेट का इस्तेमाल किया था. हमले में 8 जवान शहीद हो गए थे। कश्मीर में सर्च ऑपरेशन के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों से भारी मात्रा में स्टील की बुलेट्स बरामद हुई थीं।(साभार न्यूज 18)