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उन्नाव ;--बुलडोजर द्वारा दलित की ही एकमात्र गुमटी फेकना चर्चा में

उन्नाव
उन्नाव मौरावाँ  । हिलौली ब्लॉक के लऊवा ग्राम मे चौड़ी हो रही सडक के मामले मे प्रशासन  की भारी भरकम पुलिसिया फौज के साथ आये बुलडोजर द्वारा 9 जून को मात्र एक गुमटी को उठा कर फेक कर क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त मान लेना लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है । गुमटी मालिक का आरोप है कि विपक्षी दल का कार्यकर्ता होने के कारण मुझ निर्दोष को प्रशासन द्वारा सताया गया है ।प्राप्त विवरण के अनुसार हिलौली से लऊवा होते हुए चौड़ी सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है ।इस सड़क को असरेन्दा मार्ग से जोड़ना है ।लऊवा ग्राम मे देखा जाये तो यह पूरी सड़क अतिक्रमण की शिकार है लेकिन अतिक्रमण हटाने वाले दस्ते ने अन्य कही भी अतिक्रमण नही हटाया जो भेदभाव को दर्शाता है । बताया जाता है कि बाजार मे रामशंकर रावत की मोबाइल शाप की एक दुकान गुमटी मे काफी वर्षों से ग्राम सभा की जमीन पर चल रही थी । इस जमीन के बावत  पूर्व प्रधान द्वारा कुछ लोगो के सामने तय हुआ था की अगर यह जमीन किसी को दी जायेगी तो रामशंकर को सबसे पहले यहां पर ही जमीन दी जायेगी लेकिन जब आज अतिक्रमण अभियान चला तो प्रशासनिक अमले को मात्र यही एक गुमटी अतिक्रमण की जद में दिखी । पीड़ित रमाशंकर का यह भी आरोप है कि जब मैंने  पी डब्लू डी के जेई महोदय से अनुनय विनय करते हुए पूर्व प्रधान के वादे को बताया तो जेई का कहना था कि मै किसी बात को नही मानता , मुझसे बड़ा कौन है गुंडा । पीड़ित ने कहा कि चूंकि मै दलित समाज का कमजोर व्यक्ति हूं इस लिये मेरे साथ यह व्यवहार किया गया जबकि और भी तो सत्तापक्ष के दंबगो की दुकाने थी उन पर प्रसाशन की हिम्मत नहीं पड़ी कारण साफ जाहिर है कि हरिजन गरीब दलित की दुकान थी इसलिये प्रशासन ने गरीब व मजलूम पर जुल्म ढाया और गरीब के पेट पर लात मारते हुये प्रशासन ने दंबगो के कहने पर गुमटी तोड़वा दी और दुकान का सारा सामान फेकवा दिया ।प्रशासन उन दंबगो के सामने मूक दर्शक बना खड़ा रहा कारण जो भी हो पिछले चुनाव मे विधायक अनिल सिंह का बसपा मे परचम लहराया था जिसकी बदौलत अनिल सिंह को लऊवा ग्राम सभा से 545 वोटो से भी आगे बढ़ाने का काम किया था ।