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उजियार घाट बलिया पर माॅक ड्रिल में हजारों ने सीखे आपदा में बचाव के गुर







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डूबते को बचाने व प्राथमिक उपचार की दी गयी जानकारी

उजियार घाट बलिया: गुरूवार को गंगा नदी के उजियार घाट पर नदी के बीचो-बीच डूब रहे दो लोगों को राहत व बचाव टीम ने बचा लिया गया। इस घटना को वहां हजारों लोगों की भीड़ देख रही थी। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत के नेतृत्व व सेना, पीएसी की बाढ़ बटालियन व स्थानीय पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में हुई भव्य माॅक एक्सरसाइज के दौरान ऐसा ही हुआ। बाढ़ की स्थिति में खुद की सुरक्षा के साथ दूसरों को कैसे बचाया जाए, इसके महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए। गांव में आसानी से मिलने वाले सामानों से बचाव के संसाधन को बनाने की विधियों को भी बताया गया। जैसे बांस के दो बल्लियों व दो टी-शर्ट के माध्यम से स्ट्रेचर व तैरने वाले अन्य संसाधनों को बनाने की विधियां बताई गई। साथ ही प्राथमिक उपचार के तरीके भी बताए गए।
डूबते हुए को बचाने के तरीके को समझाने के दौरान यह भी बताया गया कि उपकरण के सहारे कैसे बचाएंगे और तैरकर कैसे बचाएंगे। इस अभ्यास को देखने के लिए लोगों ने भारी उत्साह दिख रहा था। इस मौके पर एहतिहात के तौर पर बचाव से सम्बन्धित सभी संसाधन जैसे एंबुलेंस, चिकित्सकों की टीम आदि उपलब्ध थी। डीएम, एसपी श्रीपर्णा गांगुली, एडीएम मनोज सिंघल, एएसपी विजयपाल सिंह, एसओ नरहीं शमशेर सिंह तोमर, कोरण्टाडीह इंचार्ज अजीत सिंह, आपदा बाबू मु.मुर्तजा मौजूद रहे। 

बिहार की तरफ घाट लगी रही भीड़

- इस माॅक एक्सरसाइज को देखने के लिए उजियार घाट के सामने बिहार के रमरेखा घाट पर भी भीड़ लगी हुई थी। लाउडस्पीकर के माध्यम से दिए जा रहे टिप्स व गंगा नदी के बीचो बीच चल रहे अभ्यास को गंगा पार के लोग भी बड़े उत्साह से देख रहे थे। इधर, मुंडन संस्कार में आए लोगों ने भी इस अभ्यास में दी जा रही जानकारियों को आत्मसात किया। आसपास के ग्रामीण भी काफी उत्साहित दिखे। 

*छात्र-छात्राओं ने भी सीखे गुर*

- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में एनसीसी कैडेट व स्काउट के वालंटियर भी अपनी क्षमता के अनुसार काम करेंगे। घायलों को मेडिकल कैम्प पहुंचाने एवं विस्थापितों को खाद्य पदार्थ वितरण में भी सहयोग करेंगे। गुरूवार को हुई माॅक ड्रिल में जीआईसी व जीजीआईसी के छात्र-छात्राओं ने प्रधानाचार्य अतुल तिवारी व स्काउट टीचर इफ्तेखार खां की देखरेख में अपनी क्षमता का प्रदर्शन भी किया।