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अमेरिका भारत तनातनी में रुपया टूटा :- अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अबतक के सबसे निचले स्तर पर

अमेरिकी डॉलर के सामने भारतीय रुपया अब तक के निचले स्तर पर, आप पर होगा ये असर


न्यूयार्क 28 जून 2018 ।।

भारतीय रुपये में जारी गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार को एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया अपने अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है. रुपया 28 पैसे की भारी कमजोरी के साथ 68.89 के स्तर पर खुला. इससे पहले गुरुवार को रुपया 36 पैसे की कमजोरी के साथ 68.61 के स्तर पर बंद हुआ था. आपको बता दें कि डॉलर में बढ़त से रुपये पर दबाव बना है. कच्चे तेल में तेजी से रुपये पर दोहरा दबाव बना है. इस साल रुपया अब तक 8 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है. इससे देश में महंगाई बढ़ने का खतरा बन गया है.

क्यों आई गिरावट-अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंकाओं के चलते भारतीय करंसी पर दबाव बना रहा. इसके अलावा महीने के आखिर में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (HPCL, IOC, BPCL) की ओर से डॉलर की मांग बढ़ जाती है. इसीलिए महीने के अंत में भारतीय रुपया कमजोर हो जता हैं. 
आम आदमी पर क्या होगा असर
 भारत अपनी जरूरत का करीब 80 फीसदी पेट्रोलियम प्रोडक्‍ट आयात करता है ।
रुपये में गिरावट से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स का आयात महंगा हो जाएगा ।
  तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती हैं ।
  डीजल के दाम बढ़ने से माल ढुलाई बढ़ जाएगी, जिसके चलते महंगाई में तेजी आ सकती है ।
   इसके अलावा, भारत बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों और दालों का भी आयात करता है.
  रुपये के कमजोर होने से घरेलू बाजार में खाद्य तेलों और दालों की कीमतें बढ़ सकती हैं ।