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खून से लिख कर राष्ट्रपति , पीएम,सीएम,राज्यपाल से मांगी न्याय न मिलने पर इच्छा मृत्यु की अनुमति

इटावा महिला का खून से लिखा इच्छा मृत्यु का पत्र
इटावा सांसद अशोक दोहरे के प्रतिनिधि पर लगाया है आरोपी को संरक्षण देने का आरोप
जमीन पर जबरिया कब्जे की बजह से लिखा है यह पत्र

इटावा
। आजकल इटावा के बकेवर कस्बे की रहने वाली आरती देवी अपने खून से लिखे पत्र को लेकर खासी चर्चा में है।इस पीड़ित महिला ने यह दावा किया है कि उसने मजबूरी में अपने खून से राष्टपति,प्रधानमंत्री,यूपी के राज्यपाल व सीएम योगी को सम्बोधित एक पत्र लिखा है जिसमे उसने न्याय न मिलने की दशा में इच्छा मृत्यु की मांग के देश इन जिम्मेदार लोगों से की है।यह पत्र उक्त पीड़ित महिला ने क्यो लिखा यह जांच का विषय है।इटावा जिले के बकेवर कस्बे की रहने वाली आरती देवी से जब जनपद के कुछ मीडिया कर्मियों ने कस्बे में जाकर सम्पर्क किया तो उस पीड़ित महिला ने बताया कि बकेवर कस्बे का एक होटल मालिक उसके प्लाट पर कब्जा कर रहा है।जिसे इटावा सांसद अशोक दोहरे के प्रतिनिधि गोपाल मोहन शर्मा का संरक्षण प्राप्त है।बल्कि इस पीड़ित महिला ने साफ  साफ यहाँ तक कह दिया है कि सांसद प्रतिनिधि गोपाल मोहन ही इनडायरेक्ट तोर पर उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते है इसलिये उसे उसके प्लाट पर निर्माण कार्य एक लंबे अरसे नही करने दे रहे हैं।इस महिला का यह  भी यह कहना है कि नगर पंचायत बकेवर में भी उसका प्लाट उसके नाम से ही दर्ज है।पीड़ित महिला के पति की यदि माने तो अभी दो दिन पूर्व बकेवर कस्बे में भरथना तहसीलदार मोके पर प्लाट के विवाद की जांच करने आये थे,पीड़ित महिला के पति का आरोप है कि जांच के दौरान तहसीलदार पीड़ित को ही कई तरह से धमका रहे थे।अब सवाल यह है कि तहसीलदार भरथना जांच के दौरान पीड़ित को ही क्यों धमका रहे थे?इस मामले की सबसे खास बात तो यह है कि पीड़िता के द्वारा आरोपित किये गए सांसद प्रतिनिधि गोपाल मोहन शर्मा ने मुझे मोबाइल पर तो अपनी सफाई जमकर पेश की लेकिन मीडया के कैमरे के सामने अब तक अपनी कोई सफाई पेश नही की,जबकि उनसे मोबाइल पर हुई वार्ता के दौरान मैंने उनसे कहा भी की मै बकेवर कस्बे में हूं आप अपना पक्ष भी दे,लेकिन सांसद प्रतिनिधि अपना पक्ष रखने  के लिये मोके पर कवरेज करने गयी मीडिया के समक्ष अपना पक्ष बताने नही आये।लेकिन मुझे मोबायल सांसद प्रतिनिधि ने यह जरूर समझाने का प्रयास किया कि मुझे ऐसी खबर कवर नही आना चाहिये था।इस खबर के संदर्भ में हमारे एक साथी पत्रकार ने इटावा के सांसद अशोक दोहरे से उनके मोबाइल पर सम्पर्क किया तो उन्होंने हमारे इस पत्रकार भाई को यह समझाने का प्रयास किया कि उनके प्रतिनिधि को गलत फंसाया जा रहा है।
इस मामले में पीड़ित महिला अपने पति के साथ एडीएम से भी  गुरुवार को मिली और अपने प्लाट के सभी प्रमाण पत्र उन्हें उपलब्ध कराए और उनसे न्याय की गुहार की।एडीएम ने उस पीड़ित महिला आरती देवी को आश्वासन दिया कि उसके साथ न्याय होगा।हालांकि उस पीड़ित महिला ने कहा कि अगर उसके प्लाट पर प्रशासन ने कब्जा नही दिलवाया तो वो परिवार समेत अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेगी।अपने प्लाट को लेकर यह महिला पिछले छह माह से परेशान है और उसे न्याय नही मिल पा रहा है।