Breaking News

देवरिया में हुआ सपा प्रदेश अध्यक्ष का जोरदार स्वागत , बोले उत्तम :- मुद्दों से ध्यान हटाने के लिये भाजपा की चाल है बंगला प्रकरण

 देवरिया ।गोरखपुर से बलिया जा रहे समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम  जब देवरिया पहुंचे तो कार्यकर्ताओ ने  खरोह चौराहा ,गौरीबाजार, बैतालपुर, सुबाष चौक पर काफी गर्मजोशी से उनका स्वागत किया वही राघव नगर मे स्थित सपा नेता अशोक कुशवाहा के घर प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री पर विधिक कारवाही  के बारे में पूछने पर कहा की भारतीय जनता पार्टी लोगों का ध्यान हटाने का लगातार प्रयास कर रही है और ऐसे मुद्देऔर भारतीय जनता पार्टी अनुसांगिक संगठनों के लोग सरकार के जिम्मेदार  पदों पर बैठे हुए लोग और संविधान की कसम खा कर बैठने वाले लोग भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रहे हैं अखिलेश यादव को पूरा देश लाइक कर रहा है उनके कार्य और विकास के मुद्दों पर उनको समर्थन मिल रहा है जिससे भारतीय जनता पार्टी के लोगों की नींद उड़ी हुई है बीजेपी के लोग ऐसे मुद्दे लाते  रहते है जिससे लोगो महगाई डीजल पेट्रोल व गैस के बढ़ते दाम पर से  ध्यान भटक जाये  और भारतीय जनता पार्टी की सरकार माननीय अखिलेश यादव की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रही है लेकिन जनता पूरा जानती है

-- 2019 के चुनाव के सवाल पर अध्यक्ष श्री उत्तम  ने कहा की चाहे दलित समाज के लोग हो चाहे पिछड़े सामाज के लोग हो जिस तरीके से भाजपा के लोग साजिश के तहत जो संविधान में अनुमन है उसको नहीं दे रहे हैसत्तर साल की आजादी में उनलोगो के अनुमन नहीं दिया जा रहा है और जब से बीजेपी की सरकार आयी हैतब से लगातार दलित समाज के लोग पिछड़े समाज के लोगो का उत्पीड़न हो रहा है बगले के मामले पर नरेश उत्तम ने कहा की लगातार माननीय अखिलेश यादव की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रही है लेकिन जनता पूरा जानती है ने लोगो को बता दिया है की माननीय सर्वोच्च न्ययालय के आदेश का उन्होंने पालन किया है और यह कानून जान बुझ कर उत्तर प्रदेश में लगाया गया है
---वही शहर के सोनदा चौराहे पर  चौराहे के निकट सपा जिला महासचिव शोभा यादव के अगुवाई मे सैकड़ों सपा व बसपा कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत करने के लिये   इन्तजार करते रहे लेकिन जिलाध्यक्ष के घर जाने के बाद उनका रुट चेज कर दिया गया जिससे सैकड़ों कार्यकर्ताओं को निरासा हाथ लगी अौर अध्यक्ष के स्वागत करने का सपना धरा का धरा रह गया