बलिया :- न्याय न मिलने पर आत्मदाह करेगा पीड़ित परिवार ,दबंगो से जमीन वापसी के लिये दो हफ्ते से धरनारत परिवार का टूट रहा है धैर्य
दबंगों से जमीन बचाने को दो हफ्तों से धरने पर बैठा है परिवार, चुप्पी साधे हैं अधिकारी
बलिया 23 जून 2018 ।। योगी सरकार भले ही दबंगों के खिलाफ अभियान चला रही हो। लेकिन दबंग आज भी लोगों की जमीन हड़प कर उन्हें बेघर करने में लगे हुए हैं। कलेक्ट्रेट पर पिछले दो हफ्तों से सुखपुरा थाना क्षेत्र के बसंतपुर गांव का एक पीड़ित परिवार दबंगों से अपनी जमीन बचाने के लिए धरना दे रहा है, लेकिन आश्वासन के घुट्टी के सिवा उसे कुछ नहीं मिल रहा है। मजे की बात यह है कि इनके धरना के ठीक बगल में लेखपाल व राजस्व निरीक्षकों का धरना था लेकिन किसी भी लेखपाल कानूनगो ने मानवता नहीं दिखाई कि आखिर वह कौन है जो नथुनी शर्मा व मंगनी शर्मा की जमीन पर अपनी नजर गड़ाए हुए है। इधर प्रशासन भी साबित कर रहा है कि। उनपर दबंग भारी पड़ रहे हैं। धरने पर बैठे महिलाओं के साथ बच्चों को जिसने भी देखा उनकी आंखे भर आई और बरबस सभी ने इस सरकार के मुखिया को कोसना भी जारी रखा। पिछले दो हफ्तों से इस परिवार का सुध लेने वाला कोई नहीं है। सभी ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और शासन भी दबंगों पर कार्रवाई करने में विफल साबित हो रहा है। जिले में जमीनी विवाद का मामला, थाना, कचहरी व न्यायालय में लंबित होने के कारण लोग अपनी ही जमीन को अपना बताने के लिए भू माफियाओं व दबंगों के सामने मोर्चा खोले हुए हैं। कहीं ना कहीं थाना के दरोगा और सिपाही भी उनसे मिले हुए हैं। इसके कारण पीड़ितों को न्याय नहीं मिलता और धरना प्रदर्शन करने को विवश होते हैं। क्या धरने पर जिलाधिकारी की नजर नहीं जा रही है या जिला अधिकारी जानबूझकर अपनी नजर फेर ले रहे हैं। वास्तविकता जो भी हो अब पीड़ित परिवार का कहना है कि हम जाएंगे तो जाएंगे कहां। यदि हमारी जमीन प्रशासन द्वारा नहीं दिलाया गया तो हम परिवार सहित आत्मदाह करेंगे।
बलिया 23 जून 2018 ।। योगी सरकार भले ही दबंगों के खिलाफ अभियान चला रही हो। लेकिन दबंग आज भी लोगों की जमीन हड़प कर उन्हें बेघर करने में लगे हुए हैं। कलेक्ट्रेट पर पिछले दो हफ्तों से सुखपुरा थाना क्षेत्र के बसंतपुर गांव का एक पीड़ित परिवार दबंगों से अपनी जमीन बचाने के लिए धरना दे रहा है, लेकिन आश्वासन के घुट्टी के सिवा उसे कुछ नहीं मिल रहा है। मजे की बात यह है कि इनके धरना के ठीक बगल में लेखपाल व राजस्व निरीक्षकों का धरना था लेकिन किसी भी लेखपाल कानूनगो ने मानवता नहीं दिखाई कि आखिर वह कौन है जो नथुनी शर्मा व मंगनी शर्मा की जमीन पर अपनी नजर गड़ाए हुए है। इधर प्रशासन भी साबित कर रहा है कि। उनपर दबंग भारी पड़ रहे हैं। धरने पर बैठे महिलाओं के साथ बच्चों को जिसने भी देखा उनकी आंखे भर आई और बरबस सभी ने इस सरकार के मुखिया को कोसना भी जारी रखा। पिछले दो हफ्तों से इस परिवार का सुध लेने वाला कोई नहीं है। सभी ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है और शासन भी दबंगों पर कार्रवाई करने में विफल साबित हो रहा है। जिले में जमीनी विवाद का मामला, थाना, कचहरी व न्यायालय में लंबित होने के कारण लोग अपनी ही जमीन को अपना बताने के लिए भू माफियाओं व दबंगों के सामने मोर्चा खोले हुए हैं। कहीं ना कहीं थाना के दरोगा और सिपाही भी उनसे मिले हुए हैं। इसके कारण पीड़ितों को न्याय नहीं मिलता और धरना प्रदर्शन करने को विवश होते हैं। क्या धरने पर जिलाधिकारी की नजर नहीं जा रही है या जिला अधिकारी जानबूझकर अपनी नजर फेर ले रहे हैं। वास्तविकता जो भी हो अब पीड़ित परिवार का कहना है कि हम जाएंगे तो जाएंगे कहां। यदि हमारी जमीन प्रशासन द्वारा नहीं दिलाया गया तो हम परिवार सहित आत्मदाह करेंगे।