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लखनऊ :- नाबालिग बच्चे को बेरहमी से पीटने और फर्जी मुकदमे में फंसाने वाली लखनऊ पुलिस के खिलाफ बाल आयोग ने बैठायी जांच

11 वर्षीय बच्चे की बेरहमी से पिटाई कर फर्जी मुकदमे में फ़साने वाली लखनऊ पुलिस के खिलाफ  राष्ट्रीय बाल आयोग ने बैठाई जाँच
  लखनऊ 17 जून 2018 ।।               
 लखनऊ! ह्यूमन राईट मानिटरिंग फोरम के सचिव अमित ने दिनांक 04/06/18 को राष्ट्रीय बाल आयोग को शिकायत कर बताया था कि  लखनऊ के थाना इंदिरा नगर की पुलिस ने  11 वर्षीय बच्चे की बेरहमी से पिटाई कर अवैध हिरासत में रखा हैं और बच्चे के परिजन को बच्चे से मिलने भी नहीं दे रहें हैं.।
विदित हो की लखनऊ जनपद के थाना इंदिरा नगर, मकान नंबर 21 शीतला बिहार, फरीदिपुर की रहने वाली सरोज कुमारी पत्नी स्वर्गीय पुत्तु लाल ने ह्यूमन राईट मानिटरिंग फोरम से मदद की अपील कर रोते हुए बताया था कि उनके नाबालिक पुत्र को दिनांक 03/06/18 की सुबह लगभग 6 बजें के करीब उनके घर के पास रहने वाली पूजा और उनके साथ अज्ञात चार पांच लोग उनके घर में घुसकर  11 वर्ष के बच्चे को पूरे मोहल्ले वालों के सामने से मारते पिटते हुए ले गये, जब उन्होंने रोका तो उन्हें भी मारा पिटा गया और थाना इंदिरा नगर की पुलिस को बुलाकर उनके नाबालिक 11 वर्षीय बच्चे को सौप दिया गया ! बच्चे की माँ सरोज कुमारी (मो. न. 9198568650) ने रोते हुए ये भी बताया की उनके बच्चे को पुलिस  बचाने की जगह  बेरहमी से मारते हुए गाडी में भरकर ले गई! उन्होंने आगे ये भी बताया की जब वह थाने पर मिलने गयी तो देखा कि  पुलिस के लोग बच्चे को बेरहमी से मारपीट रहें थे । जब उन्होंने पुलिस वालों को मारने से रोका तो पुलिस वालों ने उन्हें भी गन्दी गन्दी गालियाँ देते हुए थाने से भगा दिया और बच्चे से नहीं मिलने दिया! उन्होंने बताया की उन्हें डर हैं की उनके बच्चे को झूठे और फर्जी मुकदमे में फसा दिया जाएगा! और वही हुआ जो बच्चे की मां को डर था! उपरोक्त प्रकरण में ह्यूमन राईट मोनिटरिंग फोरम ने राष्ट्रीय  बाल आयोग को शिकायत कर उच्च स्तरीय जांच कराकर  नाबालिक बच्चे को बेरहमी से मारने पीटने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही और 11 वर्षीय बच्चे के मानव अधिकारों की सुरक्षा की बात कही थी ।
उपरोक्त मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग ने संज्ञान लेते हुए जांच का आदेश लखनऊ जिलाधिकारी को देते हुए पूरी जांच रिपोर्ट  30 दिनों के अन्दर आयोग को देने का आदेश दिया है । इस खबर के बाद इस घटना ने शामिल महिला पूजा , उसके सहयोगियों और पुलिस वालों में बेचैनी  पैदा हो गयी है ।