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बुढ़ऊ बलिया :- वृंदावन की रासलीला टीम ने अपने मंचन से लोगो मे किया राधाकृष्ण की भक्ति का संचार

राणा प्रताप सिंह बुढ़ऊ बलिया 24 जून 2018 ।।

 आदि श्री शिव शक्ति धाम धर्मनगरी योगीडीह बुढंऊ के प्रांगण में   आदि श्री चारों धामादी मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा और  आदि श्री शिव शक्ति पाठात्मक महा यज्ञ का भव्य आयोजन चल रहा है जिस के चौथे दिन  सुबह से ही परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा वही देर रात तक भव्य मेले व वृंदावन से आए कलाकारों द्वारा रासलीला श्री कृष्ण  के जन्म का मंचन किया गया  जिसका का आनंद क्षेत्रीय खूब उठाया उधर. प्रवचन के  श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज का आशीर्वचन चला वही आज हाथी घोड़े गाजे-बाजे के साथ नगर भ्रमण किया गया... वही इस दौरान मार्ग में पड़ने वाले मंदिरों पर भी पूजन अर्चन किया गया शनिवार की रात्रि अपने प्रवचन के दौरान श्री नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि मनुष्य के शरीर का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान ने हमें हीरे जैसे शरीर दिया है फिर भी हम परमात्मा को कोसते हैं हवाओं ने चारों धाम की व्याख्या करते हुए कहा कि हमारे ग्रंथों वह पूर्वजों की परंपरा है कि यदि हम चारों धाम की यात्रा कर लेते हैं तो हमें मोक्ष की प्राप्ति होती है वहीं उन्होंने बताया कि विश्व की प्रतिष्ठा का आधार धर्म है वही केंद्र सरकार को कोसते हुए कहा कि आतंकवाद अपने चरम पर है फिर भी सरकार कुछ भी करने को तैयार नहीं है कश्मीर भारत का अभिन्न अंग रहा है और भविष्य में रहेगा भी वह दिन दूर नहीं है ऑपरेशन जल्द ही होगा और ईंट का जवाब गोला बारूद के साथ दिया जाएगा वहीं उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हम नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करते हैं और दूध पिलाते हैं और वह अपने घर वालों को जब भूल जाते हैं तो हम उनका नरसंघार भी करते हैं कहा कि भारत की आन मान शान के लिए हमेशा तैयार हैं देर रात तक चले रासलीला कार्यक्रम में श्री कृष्ण जन्म का मंचन वृंदावन से आए कलाकारों द्वारा किया गया।मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा व यज्ञ के कार्यक्रम के दौरान रविवार के दिन नगर भ्रमण का कार्यक्रम हाथी घोड़े गाड़ी बाजा के साथ जुलूस के माध्यम से किया गया इस दौरान जुलूस आदित्य शिव शक्ति धाम से बाबा विश्वनाथ धाम के बाद गड़वार थाना चौराहा होते हुए कुरेजी चट्टी होते हुए गांव के भ्रमण के बाद पुनः मंदिर प्रांगण में पहुंचकर इस दौरान शंकराचार्य हुई जुलूस के साथ व दंडी स्वामी जुलूस की शोभा बढ़ाते  रहें।
3- कार्यक्रम के दौरान जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज के द्वारा साधना की गरिमा नामक पुस्तक का विमोचन किया गया इस दौरान उन्होंने इसके लेखक गोपाल जी चितेरा को बहुत सराहा ।