हरदोई :- पीड़ित बाप ने डीएम से लगाई गुहार , साहब तीन साल पहले गायब मेरे बेटे का पता लगवाइए
साहब तीन साल लापता है मेराबेटा..
लापता आमिर के परिजनों ने डीएम से मुलाकात कर लगाई न्याय की गुहार
-रिपोर्ट राजेश कश्यप
हरदोई 21 जून 2018 ।।
तीन साल से लापता बेटे आमिर की तलाश में दर दर भटक रहे अब्दुल पुरवा निवासी मुबीन अहमद व शाहीन फातिमा ने आज नगर के गांधी मुहल्ले में आयोजित एक दैनिक समाचार पत्र के कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान डीएम पुलकित खरे से मुलाकात की और लापता बेटे का पता लगाने की मांग की। फरियाद लेकर पंहुचे आमिर के माता पिता की बातों को डीएम पुलकित खरे ने बड़े ध्यान के साथ सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनके बेटे को खोजने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। आमिर के माता पिता ने सभी जरूरी साक्ष्य एक प्रार्थनापत्र के साथ डीएम को दिए हैं। डीएम पुलकित खरे को प्रार्थनापत्र देते हुए पीड़ित पिता मुबीन अहमद ने कहा कि डीएम साहब उनका 22 वर्षीय बेटा आमिर खां अपने तीन दोस्तों मोमीनाबाद निवासी नूर आलम पुत्र निसार अहमद, राहुल श्रीवास्तव पुत्र रमाकांत श्रीवास्तव निवासी लक्ष्मीपुरवा व अब्दुलपुरवा निवासी आरिफ पुत्र मुन्ने के साथ राशनकार्ड छपाई का कार्य करता था और राहुल श्रीवास्तव से ढाई लाख रुपये के तकादे के लिए नूर आलम के कहने पर आरिफ के साथ 17 जून 2015 को घर से गया था तब से आमिर का कोई पता नही चला है। मुबीन ने डीएम को आगे बताया कि तीन आरोपियों में से एक आरोपी ऊंची राजनीतिक पंहुच रखने वाला व्यक्ति है जिसके चलते पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही बरतते हुए मुख्य आरोपी नूर आलम से कोई पूछताछ नही की जबकि कोतवाली शहर में दर्ज मु0अ0सं0 682/15 में आईपीसी की धारा 364 के तहत तीन आरोपियों में से पुलिस ने दो आरोपियों को जेल भेजा था। मुबीन ने डीएम को यह भी बताया कि अपने लापता बेटे आमिर को न्याय दिलाने के लिए उनक
का परिवार सपा सरकार में दो बार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व भाजपा सरकार बनने पर तीन बार सीएम योगी से भी मुलाकात कर न्याय की गुहार लगा चुका है लेकिन उनके बेटे का आज तक कोई पता नही लग सका है। मुबीन ने डीएम श्री खरे को यह भी बताया कि 17 जून 2015 को आमिर के गायब होने के बाद 23 जून को रहीमाबाद में एक शव मिला था जिसके शिनाख्त आमिर के रूप में करने के लिए पुलिस ने उनके परिवार पर दबाब डाला था लेकिन परिवार ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने मिले शव से उनके परिवार का डीएनए कराया। रहीमाबाद में मिले शव की डीएनए रिपोर्ट जब उनके डीएनए से मैच नही हुई तो पुलिस के खेल की पोल खुल गयी। मुबीन ने डीएम खरे को बताया कि राजनैतिक दबाब के चलते पुलिस ने आरोपियों से मिलीभगत कर उनसे सख्ती से पूछताछ नही जिससे उनके बेटे की जानकारी नही हो सकी। पीड़ित मुबीन ने डीएम को बताया कि रहीमाबाद में कंकाल के रूप में बरामद शव पर आमिर के कपड़े होने के चलते उन्हें आशंका है कि उनके बेटे के साथ किसी प्रकार की अनहोनी घटना तीनों आरोपियों द्धारा की गई है जिसे छुपाने के लिए किसी दूसरी लाश को जलाकर उसे आमिर के कपड़े पहनाए गए और फिर राजनीतिक संरक्षण की दम पर उनके परिवार पर उस शव की शिनाख्त आमिर के रूप करने का दबाब बनाया गया। मुबीन ने डीएम को बताया कि वह अब तक कई बार डीएम, एसपी, सांसद, विधायक, आईजी, डीआईजी, डीजीपी व सीएम योगी से न्याय की गुहार लगा चुका है लेकिन उसके बाद भी उनके लापता बेटे का कोई सुराग नही लगा है।
लापता आमिर के माता पिता की बात सुनने के बाद डीएम श्री खरे ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि वह आमिर की खोजबीन के लिए एसपी हरदोई से बात करेंगे और जल्द से जल्द उनके बेटे को खोजने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने लापता आमिर के माता पिता को ढांढस भी बंधाया।
(साभार)
लापता आमिर के परिजनों ने डीएम से मुलाकात कर लगाई न्याय की गुहार
-रिपोर्ट राजेश कश्यप
हरदोई 21 जून 2018 ।।
तीन साल से लापता बेटे आमिर की तलाश में दर दर भटक रहे अब्दुल पुरवा निवासी मुबीन अहमद व शाहीन फातिमा ने आज नगर के गांधी मुहल्ले में आयोजित एक दैनिक समाचार पत्र के कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान डीएम पुलकित खरे से मुलाकात की और लापता बेटे का पता लगाने की मांग की। फरियाद लेकर पंहुचे आमिर के माता पिता की बातों को डीएम पुलकित खरे ने बड़े ध्यान के साथ सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनके बेटे को खोजने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। आमिर के माता पिता ने सभी जरूरी साक्ष्य एक प्रार्थनापत्र के साथ डीएम को दिए हैं। डीएम पुलकित खरे को प्रार्थनापत्र देते हुए पीड़ित पिता मुबीन अहमद ने कहा कि डीएम साहब उनका 22 वर्षीय बेटा आमिर खां अपने तीन दोस्तों मोमीनाबाद निवासी नूर आलम पुत्र निसार अहमद, राहुल श्रीवास्तव पुत्र रमाकांत श्रीवास्तव निवासी लक्ष्मीपुरवा व अब्दुलपुरवा निवासी आरिफ पुत्र मुन्ने के साथ राशनकार्ड छपाई का कार्य करता था और राहुल श्रीवास्तव से ढाई लाख रुपये के तकादे के लिए नूर आलम के कहने पर आरिफ के साथ 17 जून 2015 को घर से गया था तब से आमिर का कोई पता नही चला है। मुबीन ने डीएम को आगे बताया कि तीन आरोपियों में से एक आरोपी ऊंची राजनीतिक पंहुच रखने वाला व्यक्ति है जिसके चलते पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही बरतते हुए मुख्य आरोपी नूर आलम से कोई पूछताछ नही की जबकि कोतवाली शहर में दर्ज मु0अ0सं0 682/15 में आईपीसी की धारा 364 के तहत तीन आरोपियों में से पुलिस ने दो आरोपियों को जेल भेजा था। मुबीन ने डीएम को यह भी बताया कि अपने लापता बेटे आमिर को न्याय दिलाने के लिए उनक
का परिवार सपा सरकार में दो बार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व भाजपा सरकार बनने पर तीन बार सीएम योगी से भी मुलाकात कर न्याय की गुहार लगा चुका है लेकिन उनके बेटे का आज तक कोई पता नही लग सका है। मुबीन ने डीएम श्री खरे को यह भी बताया कि 17 जून 2015 को आमिर के गायब होने के बाद 23 जून को रहीमाबाद में एक शव मिला था जिसके शिनाख्त आमिर के रूप में करने के लिए पुलिस ने उनके परिवार पर दबाब डाला था लेकिन परिवार ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने मिले शव से उनके परिवार का डीएनए कराया। रहीमाबाद में मिले शव की डीएनए रिपोर्ट जब उनके डीएनए से मैच नही हुई तो पुलिस के खेल की पोल खुल गयी। मुबीन ने डीएम खरे को बताया कि राजनैतिक दबाब के चलते पुलिस ने आरोपियों से मिलीभगत कर उनसे सख्ती से पूछताछ नही जिससे उनके बेटे की जानकारी नही हो सकी। पीड़ित मुबीन ने डीएम को बताया कि रहीमाबाद में कंकाल के रूप में बरामद शव पर आमिर के कपड़े होने के चलते उन्हें आशंका है कि उनके बेटे के साथ किसी प्रकार की अनहोनी घटना तीनों आरोपियों द्धारा की गई है जिसे छुपाने के लिए किसी दूसरी लाश को जलाकर उसे आमिर के कपड़े पहनाए गए और फिर राजनीतिक संरक्षण की दम पर उनके परिवार पर उस शव की शिनाख्त आमिर के रूप करने का दबाब बनाया गया। मुबीन ने डीएम को बताया कि वह अब तक कई बार डीएम, एसपी, सांसद, विधायक, आईजी, डीआईजी, डीजीपी व सीएम योगी से न्याय की गुहार लगा चुका है लेकिन उसके बाद भी उनके लापता बेटे का कोई सुराग नही लगा है।
लापता आमिर के माता पिता की बात सुनने के बाद डीएम श्री खरे ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि वह आमिर की खोजबीन के लिए एसपी हरदोई से बात करेंगे और जल्द से जल्द उनके बेटे को खोजने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने लापता आमिर के माता पिता को ढांढस भी बंधाया।
(साभार)