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जम्मू काश्मीर में एक और सफलता :-सेना ने एक और लिस्टेड आतंकी ,लश्कर के कमांडर शकूर को किया ढेर

सेना की हिट लिस्ट से कटा एक और नाम, मुठभेड़ में लश्कर कमांडर शकूर ढेर

    24 जून 2018 ।।
    दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में रविवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया है, एक आतंकी ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकियों में लश्कर ए तैय्यबा का डिविजनल कमांडर शकूर अहमद डार भी शामिल है.

    सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन ऑल आउट के तहत हाल ही में 21 आतंकियों की हिट लिस्ट जारी की थी. इस लिस्ट में डार का नाम भी शामिल है. सेना का मकसद कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का नेतृत्व कर रहे आतंकियों को मार गिराना है ।
    बता दें कि सेना ने हाल ही में लश्कर ए तैय्यबा, जैश ए मोहम्मद, अंसार गजवातुल हिंद और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों की हिटलिस्ट जारी की है. अधिकारियों का कहना है कि कुलगाम के तेंगपुरा का रहने वाला डार ए+ कैटेगिरी का आतंकी है. वह सितंबर 2016 में लश्कर में शामिल हुआ था.

    मुठभेड़ की जानकारी देते हुए पुलिस से प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह कुलगाम के काजीगुंद इलाके के नौबग कुंड गांव में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद जवानों ने सर्च अभियान चलाया था. इस दौरान आतंकियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. डार के मारे जाने के बाद लश्कर के एक आतंकी ने सुरक्षा बल से सामने सरेंडर कर दिया है.

    उन्होंने कहा कि इसके अलावा पुलवामा के त्राल में जवानों की सर्च पार्टी पर आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी जिसके बाद यहां भी मुठभेड़ शुरू हो गई.
    दो दिन पहले ही अनंतनाग में जवानों ने इस्लामिक स्टेट जम्मू एंड कश्मीर से जुड़े 4 आतंकियों को मार गिराया था. मारे गए आतंकियों में श्रीनगर का रहने वाला दाऊद सोफी भी शामिल था जो कि ए++ कैटेगिरी का आतंकी था. वह ISJK का प्रमुख था और अगस्त 2016 में आतंकी संगठन से जुड़ा था. वह भी सुरक्षा बलों की टॉप 21 आतंकियों की हिट लिस्ट में शामिल था.


    इस लिस्ट को विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर तैयार किया है. इसमें हिजबुल मुजाहिदीन के 11, लश्कर के 7, जैश के 2 आतंकियों को शामिल किया है.

    इन आतंकियों को तीन श्रेणियों में रखा गया है. A++ कैटेगिरी आतंकी का मतलब है कि वह हिट लिस्ट में सबसे ऊपर है. रमजान सीजफायर खत्म होने और बीजेपी-पीडीपी गठबंधन की सरकार गिरने के बाद प्रदेश में राज्यपाल शासन लागू हो गया है.