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हिंदु-मुस्लिम कपल को आखिर मिल गया पासपोर्ट, अर्जी खारिज करने वाले अफसर का तबादला

लखनऊ 21 जून 2018 ।।

मीडिया से बातचीत में अनस और तन्वी ने आरोप लगाया कि पासपोर्ट ऑफिसर ने अंतर्धार्मिक विवाह के कारण उन्हें 'शर्मिंदा' करते हुए उनका एप्लीकेशन खारिज कर दिया. 


लखनऊ 21 जून 2018 ।।

उत्तर के लखनऊ में अलग धर्म वाले जोड़े की पासपोर्ट अर्जी खारिज करने और उन्हें कथित रूप से अपमानित करने वाले पासपोर्ट ऑफिसर का ट्रांसफर कर दिया गया है. इसके साथ ही इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
इस मामले का विदेश मंत्रालय के सचिव डीएम मुलेय ने भी संज्ञान लेते हुए, जल्द 'उचित कार्रवाई' का आश्वासन दिया. वहीं एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पीड़ित दंपति को बुधवार को पॉसपोर्ट ऑफिस बुलाया गया और आज (गुरुवार) उनका पासपोर्ट भी बना दिया गया.
दरअसल इस दंपति ने शिकायत की थी कि पासपोर्ट ऑफिसर ने उनकी अर्जी इसलिए खारिज कर दी, क्योंकि वो अलग-अलग धर्म से थे. News18 से बातचीत में अनस और तन्वी ने आरोप लगाया कि पासपोर्ट ऑफिसर ने अंतर्धार्मिक विवाह के कारण उन्हें 'शर्मिंदा' करते हुए उनका एप्लीकेशन खारिज कर दिया. अनस ने साथ ही बताया कि उस अधिकारी ने उन्हें अपना धर्म बदलकर हिंदू बनने की नसीहत दे डाली. कपल ने केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और पीएमओ को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है और मामले में दखलअंदाजी की मांग की है ।
जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद अनस सिद्दीकी ने साल 2007 में लखनऊ में तन्वी सेठ से शादी की थी. उनकी एक छह साल की बेटी भी है. अनस सिद्दीकी ने 19 जून को अपने और अपनी पत्नी के पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था. 20 जून को लखनऊ के पासपोर्ट ऑफिस में उनका अप्वॉइंटमेंट था. बताया जा रहा है कि कपल ने इंटरव्यू स्टेज A और B क्लियर कर लिया था. C स्टेज में पूछे गए सवालों को लेकर दिक्कत हुई.

' मीडिया से बात करते हुए अनस ने बताया, "मुझसे पहले मेरी पत्नी की बारी आई. वह C5 काउंटर पर गई, तो विकास मिश्रा नाम का एक ऑफिसर उसके डॉक्यूमेंट्स चेक करने लगा. जब उसने स्पाउस (पति/पत्नी के नाम) कॉलम में मोहम्मद अनस सिद्दीकी लिखा देखा, तो मेरी पत्नी पर चिल्लाने लगा. ऑफिसर का कहना था कि उसे (मेरी पत्नी को) मुझसे शादी नहीं करनी चाहिए थी. मेरी बीवी रो रही थी. जिसके बाद ऑफिसर ने उससे कहा कि वो सारे डॉक्यूमेंट्स में सुधार कर दोबारा आए."


अनस ने बताया, "मेरी बीवी तन्वी ने ऑफिसर से कहा कि वो नाम बदलवाना नहीं चाहती, क्योंकि हमारे परिवार को इससे कोई दिक्कत नहीं है. ये सुनते ही पासपोर्ट ऑफिसर ने उससे कहा कि वो APO ऑफिस चली जाए, क्योंकि उसकी फाइल APO ऑफिस भेजी जा रही है."

अनस सिद्दीकी के मुताबिक, "इसके बाद पासपोर्ट ऑफिसर विकास मिश्रा ने मुझे बुलाया और अपमानित करने लगा. उसने कहा कि मैं हिंदू धर्म अपना लूं, वर्ना मेरी शादी मानी नहीं जाएगी. उसने नसीहत दी कि हमें फेरे लेकर शादी करनी चाहिए और धर्म बदलना चाहिए."(साभार)