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आरबीआई ने बढ़ाई ब्याज दरें

नई दिल्ली। RBI के ब्याज दरें बढ़ाने के बाद अब आपको 20 साल के लिए 30 लाख रुपये के होम लोन पर हर महीने की EMI के रूप में 476 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे. आइए इसके बारे में डिटेल जानकारी लेते हैं...

   

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने चार साल के बाद पहली बार ब्याज दरें 0.25 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया है. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया है. रिवर्स रेपो रेट भी चौथाई फीसदी बढ़कर 6 फीसदी हो गया. इस फैसले से आम आदमी को बड़ा झटका लगेगा. अब होम और कार लोन की EMI में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है. आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने जनवरी 2014 के बाद पहली बार रेपो रेट में बढ़ोत्‍तरी की है.

इतने रुपये बढ़ सकती है अब आपकी EMI


20 साल के लिए 30 लाख रुपये के होम लोन पर आपकी हर महीने EMI 476 रुपये बढ़ जाएगी. अब आपको इस लोन पर कुल 1,14,240 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे.इसी तरह अगर आपने 5 साल के लिए 10 लाख रुपये का कार लोन लिया है तो EMI 123 रुपये प्रति महीना बढ़ जाएगी. लिहाजा आपको कुल मिलाकर 7380 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे.

क्यों बढ़ी ब्याज दरें

फाइनेंशियल ईयर 2018 की चौथी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.7 फीसदी रही है, वहीं, पूरे फाइनेंशियल में ग्रोथ 6.7 फीसदी रही है. जानकार इसे इकोनॉमी के पटरी पर लौटने के रूप में देख रहे हैं. वहीं, इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमतें 78 डॉलर के आस-पास बनी हुई हैं. रिटेल इनफ्लेशन नवंबर 2017 से ही 4 फीसदी के ऊपर बना हुआ है. वहीं, टाइट मॉनिटरी पॉलिसी के मिल रहे संकेतों के बीच SBI, PNB और ICICI बैंक समेत कुछ बैंकों ने 1 जून से लेंडिंग रेट बढ़ा दिए हैं. वहीं, कुछ बैंकों ने डिपॉजिट रेट भी बढ़ाए हैं.

मोदी सरकार के समय में पहली बार बढ़ी दरें
मोदी सरकार के कार्यकाल में यह पहला मौका है जब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट बढ़ाया है. RBI गवर्नर उर्जित पटेल की अध्‍यक्षता में होने वाली MPC मीटिंग पहली बार 3 दिन चली है. इससे पहले यह दो दिन की होती रही है. आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई में छह सदस्यीय मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) की 4 जून से मीटिंग शुरू हुई थी.

गवर्नर उर्जित पटेल के मुताबिक इकोनॉमी की तस्वीर सुधर रही है, इसलिए रेट बढ़ाए गए हैं.