राजस्व की महत्वपूर्ण कड़ी हैं लेखपाल, समझें दायित्व
- रिफ्रेसर प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षु लेखपालों को डीएम ने दिए जरूरी टिप्स
- जानकारी, कौशल व समाज के प्रति सहयोग का नजरिया हो सबके अंदर
बलिया(ब्यूरो)। टीडी कालेज के मनोरंजन हाॅल में प्रशिक्षु लेखपालों के रिफ्रेसर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने सोमवार को किया। यह प्रशिक्षण 21 जून तक चलेगा। लेखपालों को जनता की अपेक्षाओं पर कैसे खरा उतरा जाए, इसके महत्वपूर्ण टिप्स जिलाधिकारी ने दिए। कहा कि सरकार की कई योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने में लेखपाल की बड़ी भूमिका होती है। इसलिए लेखपाल को भी अपने कार्य दायित्व की पूरी जानकारी होना जरूरी है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने लेखपालों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सेवाकाल में तीन चीजें नाॅलेज, स्कील व एटीट्यूट सभी के अंदर होनी चाहिए। जब बेहतर जानकारी होती है तो नौकरी और आसान हो जाती है। दूसरा स्कील या कौशल होगा तभी जनता की भावनाओं को समझेंगे और उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतर सकेंगे। तीसरा, समाज के प्रति सहयोग का नजरिया सबके अंदर होना चाहिए। यानि समाज ने हमें जिस लायक बनाया है उसके हिसाब से हम भी समाज को क्या दे सकते हैं, इसके बारे में भी सोचने की जरूरत है। अंत में उन्होंने कहा कि प्रतिदिन ट्रेनिंग में स्वयं रूचि लेकर आएं और दी गयी जानकारी को ध्यान से सुनें। यही जानकारी पूरी सेवाकाल काम आएगी। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि ट्रेनिंग में विभिन्न प्रकार के नियम, कर्तव्य, सर्वेक्षण व राजस्व से जुड़ी जरूरी जानकारी दी जाएगी। अपेक्षा किया कि आगे ऐसा काम करें जिससे अच्छे लेखपालों में आपका नाम हो। यह भी बताया कि बहुत जल्द लेखपालों का बड़ा बस्ता एक लैपटाप में सीमित हो जाएगा। सेवानिवृत्त सीडीओ उदयनारायण सिंह, सेवानिवृत्त डिप्टी कलेक्टर केशव सिंह, तहसीलदार शिवसागर दूबे जैसे अनुभवी प्रशिक्षक इन प्रशिक्षु लेखपालों को ट्रेंड करेंगे। कार्यक्रम में एसडीएम राजेश यादव, कौशल उपाध्याय, लेखपाल संघ के अध्यक्ष निर्भयनारायण सिंह व मंत्री छट्ठू यादव, नाजिर भूपेंद्र तिवारी, एलआरसी हरिशंकर दूबे, प्रशिक्षु लेखपाल अंकिता पांडेय, शिल्पी यादव, गीता सिंह आदि मौजूद रहे। संचालन वंशरोपण पांडेय ने किया।