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खून का बदला खून : सुरक्षाबलों ने 24 घंटे में तीन आतंकियों को मारकर लिया साथी की मौत का बदला



    22 जुलाई 2018 ।।
मात्र 24 घंटे में ही भारतीय जांबाज सुरक्षा बलों ने अपने साथी की मौत का बदला , हत्या में शामिल तीनो आतंकवादियों को मौत के घाट उतारकर ले लिया है ।जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में पुलिस कॉन्स्टेबल का अपहरण कर उसकी हत्या करने में शामिल तीन आतंकियो को सुरक्षाबलों ने रविवार को हुई मुठभेड़ में मार गिराया है. इनके पास से तीन हथियार भी बरामद किए गए हैं. इससे पहले शनिवार को आतंकियों ने यहां सलीम शाह नाम के एक कॉन्स्टेबल को अगवा कर लिया था, जिनका बाद में शव मिला था. मुठभेड़ में मारे गए ये सभी आतंकी सलीम शाह के अपहरण और हत्या में शामिल बताए जा रहे हैं ।

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने ट्वीट कर बताया कि मुठभेड़ वाली जगह से तीन आतंकियों के शव औक तीन हथियार बरामद किए गए हैं । इससे पहले उन्होंने लिखा था, 'कुलगाम के हमारे सहकर्मी कॉन्स्टेबल मोहम्मद सलीम को प्रताड़ित कर उनकी हत्या करने वाले सभी आतंकियों को सुरक्षाबलों ने खुदवानी में घेर रखा है.'।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों में दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के खुदवानी इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था ।उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाने के बाद तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया । सेना ने भी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया और तीन आतंकियों को ढेर कर दिया ।अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ अभी जारी है और घटना पर विस्तृत जानकारी मिलना अभी बाकी है ।
बता दें कि इससे पहले शनिवार को कुलगाम जिले में ही हिज्बुल मुजाहिद्दीन (एसएम) के आतंकवादियों ने एक पुलिस कॉन्स्टेबल सलीम शाह को उनके घर से अगवा कर लिया था, जिसके बाद शनिवार शाम उनका शव बरामद किया गया था ।
सलीम शाह छुट्टी पर यहां मुतालहामा इलाके में स्थित अपने घर आए हुए थे, जहां से आतंकियों ने उनका अपहरण कर लिया ।इसके बाद रेडवानी पयीन गांव के पास एक नर्सरी से उनका शव बरामद किया गया ।

प्रवक्ता ने बताया कि उनके शव पर जख्मों के निशान पाए गए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि आतंकवादियों ने उन्हें बुरी तरह प्रताड़ित किया था. उन्होंने बताया कि शाह 2016 में पुलिस सेवा में शामिल हुये थे और वह डीपीएल पुलवामा में तैनात थे. मारे गए कॉन्स्टेबल के परिवार में उनके बुजुर्ग माता-पिता, दो भाई और एक बहन है और वह अपने परिवार के लिए एकमात्र कमाने वाले शख्स थे ।