मोदी सरकार के साथ जुड़कर बने स्वास्थ्य मित्र , 5000 प्लस प्रतिमाह की होगी कमाई
मोदी सरकार के साथ स्वास्थ्य मित्र बनकर करें कमाई, सैलरी के साथ मिलेगा इंसेंटिव भी
सरकार के साथ मिलकर करें कमाई, मोदी सरकार ने जनधन योजना की तरह आयुष्मान योजना के लिए भी बड़ा दांव लगाने वाली है. इस योजना के तहत सरकार देश भर में स्वास्थ्य मित्र बनाएगी, जो इस स्कीम के तहत लोगों का बीमा करवाएगी और साथ ही इलाज की सुविधा भी दिलाएंगी. इसके लिए स्वास्थ्य मित्र को निश्चित सैलरी और इंसेंटिव दिया जाएगा.
ये होगा स्वास्थ्य मित्र का काम
ये होगा स्वास्थ्य मित्र का काम
स्वास्थ्य मित्र ठीक उसी तरह होंगे जैसे जनधन योजना में बैंक मित्र लोगों का खाता खुलवाने के साथ-साथ बैंकिंग ट्रांजैक्शन कराते हैं. सरकार इस योजना को 15 अगस्त 2018 को आयुष्मान स्कीम लॉन्च करने जा रही है.
क्यों चाहिए स्वाथ्य मित्र?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, आयुष्मान भारत स्कीम के तहत सरकार का फोकस गरीब और वंचित तबके के लोगों को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने पर है. इसलिए इन लोगों को आसानी से इस स्कीम में जोड़ने के लिए सरकार को उन्हीं के बीच के आम लोगों की जरूरत होगी, जो लोगों को आयुष्मान स्कीम के फायदे बता सकें और स्कीम से जुड़ने के लिए राजी कर सकें. इसके अलावा लोगों को आसानी से इंश्योरेंस का लाभ मिल सके, ये सुनिश्चित करने में भी स्वास्थ्य मित्र मददगार होंगे.
क्या है आयुष्मान भारत स्कीम
इस स्कीम की घोषणा बजट 2019 में की गई थी. इस स्कीम के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए तक के फ्री हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दी जाएगी. इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा. कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है ।
इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है. हर बार हॉस्पिटलाइजेशन के लिए ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस का भी उल्लेख किया गया है, जिसका भुगतान लाभार्थी को किया जाएगा. इलाज देश के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज कराया जा सकेगा ।
कैसे होगी कमाई
बता दें कि जनधन योजना में शामिल बैंक मित्र को 5000 रुपए की फिक्स्ड रकम और उनके काम के मुताबिक इसेंटिव दिया जाता है. माना जा रहा है कि स्वास्थ्य मित्रों के लिए भी इसी तरह का प्रावधान होगा. ये योजना उनके लिए काफी अच्छी साबित हो सकती है, जिनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं है. स्वास्थ्य मित्र की संख्या की बात करें तो देश में इस वक्त 32 करोड़ जनधन अकाउंट और 1.25 लाख बैंक मित्र हैं. इस आधार पर 10 करोड़ परिवारों तक आयुष्मान स्कीम का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार को कम से कम 1 लाख स्वास्थ्य मित्रों की जरूरत पड़ने का अंदाज है ।
ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों के लिए ये हैं शर्तें
> एक कमरे का कच्चा मकान, खपरैल में रहने वाली फैमली और ऐसी फैमली जिनमें 16 से 59 वर्ष के बीच की उम्र का कोई अडल्ट सदस्य न हो.
> महिला मुखिया वाले परिवार, जिनमें 16 से 59 वर्ष के बीच का कोई पुरुष न हो.
> ऐसे परिवार जिनमें विकलांग सदस्य हों और उसकी देखरेख करने वाला कोई अडल्ट सदस्य परिवार में न हो.
> एससी और एसटी के अलावा ऐसे परिवार जिनके पास जमीन न हो और उनकी आमदनी कैजुअल मजदूरी हो.
> जिन परिवारों के पास छत न हो और कानूनी रूप से बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराए गए हों.
शहरी क्षेत्र में रहने वालों के लिए ये हैं शर्तें
> सरकार ने शहरी क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को स्कीम का फायदा मिलेगा.
> गरीबों के चयन के लिए कई कैटेगरी बनाई गई हैं.
> कुल मिलाकर 11 कैटेगरी में शहरी गरीबों को बांटा गया है, जो इस स्कीम का फायदा ले सकेंगे ।
क्यों चाहिए स्वाथ्य मित्र?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, आयुष्मान भारत स्कीम के तहत सरकार का फोकस गरीब और वंचित तबके के लोगों को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने पर है. इसलिए इन लोगों को आसानी से इस स्कीम में जोड़ने के लिए सरकार को उन्हीं के बीच के आम लोगों की जरूरत होगी, जो लोगों को आयुष्मान स्कीम के फायदे बता सकें और स्कीम से जुड़ने के लिए राजी कर सकें. इसके अलावा लोगों को आसानी से इंश्योरेंस का लाभ मिल सके, ये सुनिश्चित करने में भी स्वास्थ्य मित्र मददगार होंगे.
क्या है आयुष्मान भारत स्कीम
इस स्कीम की घोषणा बजट 2019 में की गई थी. इस स्कीम के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए तक के फ्री हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दी जाएगी. इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा. कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है ।
इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है. हर बार हॉस्पिटलाइजेशन के लिए ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस का भी उल्लेख किया गया है, जिसका भुगतान लाभार्थी को किया जाएगा. इलाज देश के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज कराया जा सकेगा ।
कैसे होगी कमाई
बता दें कि जनधन योजना में शामिल बैंक मित्र को 5000 रुपए की फिक्स्ड रकम और उनके काम के मुताबिक इसेंटिव दिया जाता है. माना जा रहा है कि स्वास्थ्य मित्रों के लिए भी इसी तरह का प्रावधान होगा. ये योजना उनके लिए काफी अच्छी साबित हो सकती है, जिनके पास कमाई का कोई जरिया नहीं है. स्वास्थ्य मित्र की संख्या की बात करें तो देश में इस वक्त 32 करोड़ जनधन अकाउंट और 1.25 लाख बैंक मित्र हैं. इस आधार पर 10 करोड़ परिवारों तक आयुष्मान स्कीम का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार को कम से कम 1 लाख स्वास्थ्य मित्रों की जरूरत पड़ने का अंदाज है ।
ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों के लिए ये हैं शर्तें
> एक कमरे का कच्चा मकान, खपरैल में रहने वाली फैमली और ऐसी फैमली जिनमें 16 से 59 वर्ष के बीच की उम्र का कोई अडल्ट सदस्य न हो.
> महिला मुखिया वाले परिवार, जिनमें 16 से 59 वर्ष के बीच का कोई पुरुष न हो.
> ऐसे परिवार जिनमें विकलांग सदस्य हों और उसकी देखरेख करने वाला कोई अडल्ट सदस्य परिवार में न हो.
> एससी और एसटी के अलावा ऐसे परिवार जिनके पास जमीन न हो और उनकी आमदनी कैजुअल मजदूरी हो.
> जिन परिवारों के पास छत न हो और कानूनी रूप से बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराए गए हों.
शहरी क्षेत्र में रहने वालों के लिए ये हैं शर्तें
> सरकार ने शहरी क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को स्कीम का फायदा मिलेगा.
> गरीबों के चयन के लिए कई कैटेगरी बनाई गई हैं.
> कुल मिलाकर 11 कैटेगरी में शहरी गरीबों को बांटा गया है, जो इस स्कीम का फायदा ले सकेंगे ।