बीजेपी सांसद ने कहा, पार्टी के 90 प्रतिशत एमपी, एमएलए हारेंगे!
- नई दिल्ली 3 जुलाई 2018 ।।
ओम प्रकाश द्वारा लिया गया साक्षात्कार
अपने तीखे बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद राज कुमार सैनी अगस्त में नई पार्टी बना लेंगे. सैनी उन नेताओं में शामिल हैं जो बीजेपी में रहते हुए उसके खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं. वह 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में सभी 90 सीटों पर अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारेंगे. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वो अपनी पार्टी का टिकट बांटना चाहते हैं. सैनी पंचायत सदस्य यानी पंच से लेकर पार्लियामेंट तक का चुनाव लड़े और जीते हैं और अब सीएम बनना चाहते हैं. 2014 में उन्होंने बीजेपीके टिकट पर कांग्रेस सांसद और उद्योगपति नवीन जिंदल को हराया था.
सैनी का कहना है कि बीजेपी ने जिन लोगों का वोट लिया, उन्हें धोखा दिया. इसलिए वह नई पार्टी बना रहे हैं. हालांकि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई नाराजगी नहीं है. सैनी का कहना है कि जिस जाति की जितनी संख्या है उसे उतना प्रतिशत आरक्षण दे दिया जाए तो आरक्षण का झगड़ा खत्म हो जाएगा. एक परिवार एक रोजगार हो और दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर प्रतिबंध लगे. बीजेपी से नाराजगी और नई पार्टी को लेकर सैनी ने दिल्ली में बातचीत हुई । पेश है उनसे हुई लंबी बातचीत के खास अंश:
सैनी का कहना है कि बीजेपी ने जिन लोगों का वोट लिया, उन्हें धोखा दिया. इसलिए वह नई पार्टी बना रहे हैं. हालांकि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई नाराजगी नहीं है. सैनी का कहना है कि जिस जाति की जितनी संख्या है उसे उतना प्रतिशत आरक्षण दे दिया जाए तो आरक्षण का झगड़ा खत्म हो जाएगा. एक परिवार एक रोजगार हो और दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर प्रतिबंध लगे. बीजेपी से नाराजगी और नई पार्टी को लेकर सैनी ने दिल्ली में बातचीत हुई । पेश है उनसे हुई लंबी बातचीत के खास अंश:
सवाल: नई पार्टी बनाने जा रहे हैं लेकिन आप अभी बीजेपी सांसद हैं, मनोहरलाल खट्टर सरकार को कितने नंबर देंगे?
राजकुमार सैनी: सरकार को नंबर तो जनता देगी. बीजेपी ने एक सर्वे करवाया है जिसमें पता चला है कि पार्टी के 90 फीसदी एमपी, एमएलए हारने वाले हैं. एमएलए तो चीफ मिनस्टर भी हैं, मंत्री भी हैं. अब जीत कौन-कौन रहा है ये भगवान जाने.
जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान चर्चा में आए सैनी
सवाल: बीजेपी से आप किस बात को लेकर नाराज हैं?राजकुमार सैनी: मेरी नाराजगी जाट आरक्षण आंदोलन के वक्त सिस्टम के व्यवहार से है. जो मेरे साथ दुर्व्यवहार हुआ उसे लेकर है. मेरी नाराजगी पर्सनल नहीं है. मुझे इस बात की पीड़ा है कि जिस बैकवर्ड समाज ने 90 फीसदी वोट बीजेपी को दिया, उसके साथ ज्यादती हुई. जिन लोगों ने वोट दिए पार्टी ने उनके खिलाफ काम किया. जिन लोगों ने आग लगाई, दुकानें जलाईं उन लोगों को मुआवजे मिले, नौकरियां मिलीं और पांच मिनट में बिना बहस के आरक्षण मिल गया. अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए अगर हम पथभ्रष्ट होंगे और किसी कमजोर तबके के हितों को उड़ाने लगेंगे तो भले ही वो उस वक्त प्रतिक्रिया न दे लेकिन चुनाव के वक्त अपना फैसला देता है.
सवाल: आपकी काट के लिए बीजेपी नायब सिंह सैनी को आगे बढ़ा रही है. आपका क्या प्लान है?राजकुमार सैनी: बहुत सारी पार्टियां बहुत सारी चालें चलेंगी. लेकिन हमें सिर्फ अपनी चाल से वास्ता है. कौन हमारी काट के लिए कौन सा ब्रह्मास्त्र चलाएगा, इसकी हमें कोई चिंता नहीं है. ऐसे-ऐसे बहुत सारे मिलते हैं. मैंने एक दिन इन्हीं मंत्री महोदय (हरियाणा के श्रम मंत्री नायब सिंह सैनी) से बात की कि सुप्रीम कोर्ट ने बैकवर्ड क्लासेज का 27 फीसदी हिस्सा लिखा हुआ है. लेकिन, अब तक मिला 12 फीसदी है. तो आप बोलो कि अगर हमारा हिस्सा अब भी पूरा नहीं हुआ, हमारे बैठे भी पूरा नहीं होता तो हम इस्तीफा दे देंगे. लेकिन उनमें लोगों के लिए लड़ने की इतनी क्षमता नहीं है.
सवाल: नई पार्टी की घोषणा कब करेंगे?राजकुमार सैनी: बहुत जल्द अगस्त में हम अपनी पार्टी की घोषणा भी करेंगे और उसका पूरा सिस्टम जनता को बताएंगे. इलेक्शन कमीशन में पार्टी की औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं. नाम लोकतंत्र सुरक्षा मंच के इर्द-गिर्द होगा.
सवाल: आपसे बीजेपी के लोगों ने कोई बातचीत की?राजकुमार सैनी: पिछले तीन साल से न तो उन्होंने कोई बात की न मैंने बात की. न तो उनके किसी नेता ने मुझसे अप्रोच की और न मैंने की.
क्या हरियाणा में बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर पाएंगे सैनी?
सवाल: बीजेपी ने कोई नोटिस भी नहीं भेजा आपको, वजह क्या है?राजकुमार सैनी: देखिए, कहीं न कहीं जरूर संभावना बनी रहती है. पार्टी (बीजेपी) वाले सोच रहे होंगे कि क्या पता राजकुमार सैनी कोई धमकी दे रहा हो, क्या पता वैसे ही कोई ड्रामा कर रहा हो, अपना प्रभाव जमा रहा हो. जबकि हमने 24 मार्च 2015 को जो पहला बयान दिया था उसी बयान पर हम आज भी कायम हैं.
सवाल: हरियाणा में बीजेपी गैर जाट के मुद्दे को लेकर आई थी. आप भी इसी की बात कर रहे हैं. ऐसे में आपकी पार्टी बनने से किसे नफा-नुकसान होगा?राजकुमार सैनी: मैंने कभी जाट, नान जाट की बात नहीं की. मैं किसी के आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं. मैंने बात की 100 परसेंट आरक्षण की. हर जगह आरक्षण का बवाल खड़ा हो रहा है. मराठे, कापू, पटेल, जाट, गुर्जर, ब्राह्मण, राजपूत...सब आरक्षण की बात कर रहे हैं. इसलिए मैं कहता हूं कि सबको जनसंख्या के अनुपात में आरक्षित कर दो. जिस जाति की आबादी जितने प्रतिशत है उसे उतना प्रतिशत आरक्षण दे दो. मुझे मौका मिला तो मैं ये वाला फार्मूला हरियाणा से लागू करके दूंगा.
सवाल: लेकिन अब तक जातीय जनगणना के आंकड़े तो जारी नहीं किए गए हैं, फिर ऐसा कैसे हो सकता है?राजकुमार सैनी: जहां तक जातिगत आंकड़ों की बात है तो किसी सरकार को इसे जारी करने में कितना समय लगता है. कोई सीएम ईमानदारी से काम करे तो सब ठीक हो जाएगा. एक परिवार को एक सरकारी नौकरी मिले. ये न हो कि जिस जाति के हाथ में सत्ता रही हो उसके एक-एक घर से 10-10 लोग लग जाएं और जिसका सत्ता से नजदीक का सरोकार न हो उनका चपरासी भी न लगे. मुझे सत्ता मिली तो इस भेदभाव को दूर करुंगा.
सवाल: हरियाणा में इनेलो-बसपा का गठबंधन कहां तक चलने की उम्मीद है?राजकुमार सैनी: ये राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए भूख है. चिड़िया और बाज की दोस्ती नहीं हो सकती. जो पिटते रहे हैं वो कैसे पीटने वालों के साथ जाएंगे?
सवाल: कांग्रेस में दो यात्राएं चल रही हैं, एक साइकिल वाली (अशोक तंवर) एक रथ वाली (भूपेंद्र सिंह हुड्डा) . क्या असर होगा इनका?राजकुमार सैनी: ये दोनों यात्राएं श्मशान घाट जाएंगी. ये आखिरी यात्राएं हैं. आखिरी यात्रा वहीं जाती है. पूरे देश की तरह हरियाणा में भी कांग्रेस खत्म हो जाएगी. कांग्रेस में तलवे चाटने वाले नेताओं की फौज खड़ी है. वो धन कमाने का सरल रास्ता खोज रहे हैं. इसलिए कांग्रेस में कुछ बचा नहीं है. 70 में से 55 साल 12 बार देश में कांग्रेस पार्टी ने सरकार चलाई. फिर भी देश भूखे-नंगों की लाइन में खड़ा है. नेतृत्व का कोई विजन नहीं है. क्या सोनिया गांधी या उनके साहबजादे इस देश की समस्याओं से परिचित हैं?
सवाल: लेकिन नरेंद्र मोदी तो देश की समस्याओं से परिचित हैं, फिर भी आप उनकी पार्टी छोड़ने जा रहे हैं?राजकुमार सैनी: मोदी जी बिल्कुल अवगत हैं समस्याओं से, लेकिन जो नीचे फौज है वो नहीं है. वो अपने वार्ड में पंच नहीं बन सकते. मेरी नाराजगी मोदी जी से नहीं है.
सवाल: कोटे में कोटा के लिए जो रोहिणी कमेटी बनी है उससे आपकी राय मिलती है क्या?राजकुमार सैनी: अनुसूचित जाति में भी यही हुआ. कुछ जातियों को फायदा मिला आरक्षण का. ओबीसी में फायदा यादव और गुर्जरों को रहा होगा. सामान्य वर्ग में जाटों को फायदा रहा होगा. इसी समस्या का ईलाज भविष्य में मैं करने जा रहा हूं. अगर जनता ने मेरा साथ दिया तो किसी का भी हिस्सा कोई दूसरा छीन ही नहीं सकेगा. जनसंख्या के हिसाब से सौ फीसदी आरक्षण होगा. इसी से देश आगे बढ़ सकता है ।
राजकुमार सैनी: सरकार को नंबर तो जनता देगी. बीजेपी ने एक सर्वे करवाया है जिसमें पता चला है कि पार्टी के 90 फीसदी एमपी, एमएलए हारने वाले हैं. एमएलए तो चीफ मिनस्टर भी हैं, मंत्री भी हैं. अब जीत कौन-कौन रहा है ये भगवान जाने.
जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान चर्चा में आए सैनी
सवाल: बीजेपी से आप किस बात को लेकर नाराज हैं?राजकुमार सैनी: मेरी नाराजगी जाट आरक्षण आंदोलन के वक्त सिस्टम के व्यवहार से है. जो मेरे साथ दुर्व्यवहार हुआ उसे लेकर है. मेरी नाराजगी पर्सनल नहीं है. मुझे इस बात की पीड़ा है कि जिस बैकवर्ड समाज ने 90 फीसदी वोट बीजेपी को दिया, उसके साथ ज्यादती हुई. जिन लोगों ने वोट दिए पार्टी ने उनके खिलाफ काम किया. जिन लोगों ने आग लगाई, दुकानें जलाईं उन लोगों को मुआवजे मिले, नौकरियां मिलीं और पांच मिनट में बिना बहस के आरक्षण मिल गया. अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए अगर हम पथभ्रष्ट होंगे और किसी कमजोर तबके के हितों को उड़ाने लगेंगे तो भले ही वो उस वक्त प्रतिक्रिया न दे लेकिन चुनाव के वक्त अपना फैसला देता है.
सवाल: आपकी काट के लिए बीजेपी नायब सिंह सैनी को आगे बढ़ा रही है. आपका क्या प्लान है?राजकुमार सैनी: बहुत सारी पार्टियां बहुत सारी चालें चलेंगी. लेकिन हमें सिर्फ अपनी चाल से वास्ता है. कौन हमारी काट के लिए कौन सा ब्रह्मास्त्र चलाएगा, इसकी हमें कोई चिंता नहीं है. ऐसे-ऐसे बहुत सारे मिलते हैं. मैंने एक दिन इन्हीं मंत्री महोदय (हरियाणा के श्रम मंत्री नायब सिंह सैनी) से बात की कि सुप्रीम कोर्ट ने बैकवर्ड क्लासेज का 27 फीसदी हिस्सा लिखा हुआ है. लेकिन, अब तक मिला 12 फीसदी है. तो आप बोलो कि अगर हमारा हिस्सा अब भी पूरा नहीं हुआ, हमारे बैठे भी पूरा नहीं होता तो हम इस्तीफा दे देंगे. लेकिन उनमें लोगों के लिए लड़ने की इतनी क्षमता नहीं है.
सवाल: नई पार्टी की घोषणा कब करेंगे?राजकुमार सैनी: बहुत जल्द अगस्त में हम अपनी पार्टी की घोषणा भी करेंगे और उसका पूरा सिस्टम जनता को बताएंगे. इलेक्शन कमीशन में पार्टी की औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं. नाम लोकतंत्र सुरक्षा मंच के इर्द-गिर्द होगा.
सवाल: आपसे बीजेपी के लोगों ने कोई बातचीत की?राजकुमार सैनी: पिछले तीन साल से न तो उन्होंने कोई बात की न मैंने बात की. न तो उनके किसी नेता ने मुझसे अप्रोच की और न मैंने की.
क्या हरियाणा में बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर पाएंगे सैनी?
सवाल: बीजेपी ने कोई नोटिस भी नहीं भेजा आपको, वजह क्या है?राजकुमार सैनी: देखिए, कहीं न कहीं जरूर संभावना बनी रहती है. पार्टी (बीजेपी) वाले सोच रहे होंगे कि क्या पता राजकुमार सैनी कोई धमकी दे रहा हो, क्या पता वैसे ही कोई ड्रामा कर रहा हो, अपना प्रभाव जमा रहा हो. जबकि हमने 24 मार्च 2015 को जो पहला बयान दिया था उसी बयान पर हम आज भी कायम हैं.
सवाल: हरियाणा में बीजेपी गैर जाट के मुद्दे को लेकर आई थी. आप भी इसी की बात कर रहे हैं. ऐसे में आपकी पार्टी बनने से किसे नफा-नुकसान होगा?राजकुमार सैनी: मैंने कभी जाट, नान जाट की बात नहीं की. मैं किसी के आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं. मैंने बात की 100 परसेंट आरक्षण की. हर जगह आरक्षण का बवाल खड़ा हो रहा है. मराठे, कापू, पटेल, जाट, गुर्जर, ब्राह्मण, राजपूत...सब आरक्षण की बात कर रहे हैं. इसलिए मैं कहता हूं कि सबको जनसंख्या के अनुपात में आरक्षित कर दो. जिस जाति की आबादी जितने प्रतिशत है उसे उतना प्रतिशत आरक्षण दे दो. मुझे मौका मिला तो मैं ये वाला फार्मूला हरियाणा से लागू करके दूंगा.
सवाल: लेकिन अब तक जातीय जनगणना के आंकड़े तो जारी नहीं किए गए हैं, फिर ऐसा कैसे हो सकता है?राजकुमार सैनी: जहां तक जातिगत आंकड़ों की बात है तो किसी सरकार को इसे जारी करने में कितना समय लगता है. कोई सीएम ईमानदारी से काम करे तो सब ठीक हो जाएगा. एक परिवार को एक सरकारी नौकरी मिले. ये न हो कि जिस जाति के हाथ में सत्ता रही हो उसके एक-एक घर से 10-10 लोग लग जाएं और जिसका सत्ता से नजदीक का सरोकार न हो उनका चपरासी भी न लगे. मुझे सत्ता मिली तो इस भेदभाव को दूर करुंगा.
सवाल: हरियाणा में इनेलो-बसपा का गठबंधन कहां तक चलने की उम्मीद है?राजकुमार सैनी: ये राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए भूख है. चिड़िया और बाज की दोस्ती नहीं हो सकती. जो पिटते रहे हैं वो कैसे पीटने वालों के साथ जाएंगे?
सवाल: कांग्रेस में दो यात्राएं चल रही हैं, एक साइकिल वाली (अशोक तंवर) एक रथ वाली (भूपेंद्र सिंह हुड्डा) . क्या असर होगा इनका?राजकुमार सैनी: ये दोनों यात्राएं श्मशान घाट जाएंगी. ये आखिरी यात्राएं हैं. आखिरी यात्रा वहीं जाती है. पूरे देश की तरह हरियाणा में भी कांग्रेस खत्म हो जाएगी. कांग्रेस में तलवे चाटने वाले नेताओं की फौज खड़ी है. वो धन कमाने का सरल रास्ता खोज रहे हैं. इसलिए कांग्रेस में कुछ बचा नहीं है. 70 में से 55 साल 12 बार देश में कांग्रेस पार्टी ने सरकार चलाई. फिर भी देश भूखे-नंगों की लाइन में खड़ा है. नेतृत्व का कोई विजन नहीं है. क्या सोनिया गांधी या उनके साहबजादे इस देश की समस्याओं से परिचित हैं?
सवाल: लेकिन नरेंद्र मोदी तो देश की समस्याओं से परिचित हैं, फिर भी आप उनकी पार्टी छोड़ने जा रहे हैं?राजकुमार सैनी: मोदी जी बिल्कुल अवगत हैं समस्याओं से, लेकिन जो नीचे फौज है वो नहीं है. वो अपने वार्ड में पंच नहीं बन सकते. मेरी नाराजगी मोदी जी से नहीं है.
सवाल: कोटे में कोटा के लिए जो रोहिणी कमेटी बनी है उससे आपकी राय मिलती है क्या?राजकुमार सैनी: अनुसूचित जाति में भी यही हुआ. कुछ जातियों को फायदा मिला आरक्षण का. ओबीसी में फायदा यादव और गुर्जरों को रहा होगा. सामान्य वर्ग में जाटों को फायदा रहा होगा. इसी समस्या का ईलाज भविष्य में मैं करने जा रहा हूं. अगर जनता ने मेरा साथ दिया तो किसी का भी हिस्सा कोई दूसरा छीन ही नहीं सकेगा. जनसंख्या के हिसाब से सौ फीसदी आरक्षण होगा. इसी से देश आगे बढ़ सकता है ।
न्यूज 18 द्वारा लिये गये साक्षात्कार पर आधारित
बीजेपी सांसद ने कहा, पार्टी के 90 प्रतिशत एमपी, एमएलए हारेंगे!
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
on
July 03, 2018
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