Breaking News

मोदी सरकार की व्हाट्सअप को चेतावनी -हिंसा की वजह बनने वाले संदेशों को फैलने से रोके व्हाट्सअप

Whatsapp को मोदी सरकार की चेतावनी- हिंसा की वजह बनने वाले संदेशों को फैलने से रोकें 
    नईदिल्ली 4 जुलाई 2018 ।।
    अफवाहों की वजह से देशभर में सामने आ रही हिंसक घटनाओं के बाद मोदी सरकार ने वॉट्सऐप को चेतावनी दी है. सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि हिंसा की वजह बनने वाले 'गैरजिम्मेदाराना और भड़काऊ संदेशों' को वॉटसऐप पर फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम तुरंत उठाए जाएं. मंत्रालय ने कहा कि वॉट्सऐप अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से भाग नहीं सकती है.
    सरकार ‘ बच्चा चोरों ’ के बारे में झूठी खबरें और फर्जी वीडियो के प्रसार पर रोक लगाने के लिए फेसबुक , ट्विटर और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद लेने की योजना बना रही है. बता दें कि गोतस्करी, गोहत्या और बच्चा चोरी की अफवाह की वजह से करीब एक दर्जन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई ।
    व्हाट्सऐप प्रतिनिधियों की बैठक बुलाएगा केंद्र
    गृह मंत्रालय सोशल मीडिया मंचों के प्रतिनिधियों को बैठक के लिए बुलाएगा. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि बच्चा चोर होने के शक में पीट कर हत्या करने की हालिया घटनाओं ने सबको चिंतित किया है. बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की तारीख जल्द तय की जाएगी.
    सूचना तकनीक मंत्रालय ने असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में हुई 'दुर्भाग्यपूर्ण हत्याओं' को 'बेहद दुखद और अफसोसनाक' बताते हुए कहा कि वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग कर 'भड़काऊ कॉन्टेंट को बार-बार शेयर करना' गंभीर चिंता की बात है.


    मंत्रालय ने बयान में क्या कहा?
    मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'एमईआईटीवाई ने ऐसे मंच से इन गैर जिम्मेदाराना संदेशों और उनके प्रसार का कड़ा संज्ञान लिया है. ऐसे घटनाक्रम पर व्हाट्सऐप के वरिष्ठ प्रबंधन को गहरी नाराजगी जाहिर की है. उन्हें सलाह दी गई है कि इन फर्जी और सनसनीखेज संदेशों के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए.' बयान के मुताबिक, फेसबुक की मिल्कियत वाली कंपनी अपनी जवाबदेही और जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है.

    लगातार सामने आ रहे मॉब लिंचिंग के मामले
    पिछले दिनों कई राज्यों में फेक न्यूज और अफवाहों की वजह से मॉब लिंचिंग यानी पीट-पीटकर हत्या करने के मामले सामने आ चुके हैं. महाराष्ट्र के धुले में रविवार को गांववालों ने बच्चा चोर समझकर पांच लोगों को मार डाला था. ऐसे ही शक में 28 जून को त्रिपुरा में भी दो लोगों की हत्या की गई और 6 अन्य को बुरी तरह से पीटा गया. इसके अलावा असम में भी बच्चा चोरी के शक में दो लोगों को मारा गया. पिछले हफ्ते चेन्नई में भी एक शख्स की पिटाई की गई. (एजेंसी इनपुट के साथ)