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बड़बोले नेताओ पर राहुल हुए सख्त : गलत बयानी से पार्टी को हुआ नुकसान तो कड़ी कार्यवाई तय

बसपा की तरह अब राहुल भी कर सकते है नेताओ पर कड़ी कार्यवाई





    नईदिल्ली 22 जुलाई 2018 ।।
    राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर रविवार को पहली बार सीडब्लूसी (कांग्रेस वर्किंग कमिटी) की बैठक को संबोधित किया ।माना जा रहा है कि इस बैठक के साथ ही कांग्रेस ने 2019 के रण का बिगुल बजा दिया है. इस बैठक के दौरान राहुल गांधी ने पार्टी के बड़बोले नेताओं को कड़ी चेतावनी दी है ।राहुल ने नेताओं से संभलकर बयान देने के लिए कहा है, उन्होंने कहा, 'पार्टी फोरम में हर किसी को बोलने का अधिकार है लेकिन यदि कोई नेता पार्टी के बाहर गलत बयानबाजी करता है और कांग्रेस की लड़ाई को कमजोर करने की कोशिश करता है तो मैं उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटूंगा.'।यह रुख अभी दो दिन पहले राहुल गांधी पर गलत टिप्पड़ी के कारण बसपा सुप्रीमो द्वारा अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के निष्कासित करने से प्रेरित और  कांग्रेस अध्यक्ष का महागठबंधन के प्रति इच्छाशक्ति को दर्शाता है ।वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने तय किया है कि वह 2019 का चुनाव राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी । कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यदि पार्टी 200 प्लस सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनती है तो प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी एकमात्र दावेदार होंगे ।इस बैठक में विभिन्न पार्टियों के साथ गठबंधन करने और 2019 की रणनीति तैयार करने की जिम्मेदारी भी राहुल गांधी को दी गई है ।सीडब्‍ल्‍यूसी के ज्‍यादातर सदस्‍यों ने जोर दिया कि कांग्रेस को संयुक्‍त विपक्ष का नेतृत्‍व करना चाहिए क्‍योंकि उसकी सबसे ज्‍यादा राज्‍यों में पहुंच है।
    चिदंबरम ने पेश की मिशन 300 की रूपरेखा
    बैठक में वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने मिशन 300 का खाका पेश किया । उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में बारह राज्यों में कांग्रेस अपने दम पर सीटें तीन गुना कर सकती है । चिदम्बरम ने कहा कि करीब 300 सीटों पर कांग्रेस मजबूत है वहीं 250 सीटों पर क्षेत्रीय दल मज़बूत हैं ।कांग्रेस 300 में से 140 से 150 सीटें जीतने की स्थिति में है । वहीं बहुमत का आंकड़ा सहयोगियों के सहारे छू सकती है । चिदम्बरम ने 150+150 का फॉर्मुला दिया यानी कांग्रेस 150 सीटें अपने दम पर और 150 सीटें दूसरे दलों के साथ मिलकर जीतेगी । इससे कांग्रेस 300 का आंकड़ा छू लेगी और केंद्र में यूपीए की सरकार बन जाएगी ।