बुराड़ी कांड: कहीं संयुक्त परिवार की कहानी तो नहीं बनी काल?
- प्रिया गौतम
- नई दिल्ली 1 जुलाई 2018 ।।
दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत का मामला कई सवाल खड़े कर गया है. अभी तक यही गुत्थी नहीं सुलझ पा रही है कि ये हत्या का मामला है या आत्महत्या. ऐसे में रिश्तेदारों, पड़ौसियों और जांच अधिकारियों तक के मन में और भी कई आशंकाएं पैदा हो रही हैं.
कुछ लोगों का कहना है कि राजस्थान से आकर दिल्ली बसा यह परिवार लंबे समय से संयुक्त रह रहा था. दोनों बेटों और बहुओं के अलावा बुजुर्ग महिला की एक विधवा बेटी और एक पोती भी साथ रह रही थीं. 25 साल से भी ज्यादा समय से सभी लोग एक साथ ही रह रहे हैं. पड़ौसियों का कहना है कि इस दौरान कोई भी लड़ाई-झगड़े की खबरें नहीं मिलीं लेकिन हो सकता है कि विवाद की जड़ संयुक्त परिवार में रहना ही हो ।
कुछ लोगों का कहना है कि राजस्थान से आकर दिल्ली बसा यह परिवार लंबे समय से संयुक्त रह रहा था. दोनों बेटों और बहुओं के अलावा बुजुर्ग महिला की एक विधवा बेटी और एक पोती भी साथ रह रही थीं. 25 साल से भी ज्यादा समय से सभी लोग एक साथ ही रह रहे हैं. पड़ौसियों का कहना है कि इस दौरान कोई भी लड़ाई-झगड़े की खबरें नहीं मिलीं लेकिन हो सकता है कि विवाद की जड़ संयुक्त परिवार में रहना ही हो ।
लोगों का कहना है कि दिल्ली में रहना काफी खर्चीला और मुश्किल भरा है. हाल ही में इस परिवार ने अपनी एक दुकान भी बेची थी. कहीं ऐसा न हो कि इस दुकान को लेकर ही झगड़ा हो या दुकान बेचकर जो पैसा आया है उसको लेकर झगड़ा हो. हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है.
रिश्तेदारों का कहना है कि ये बहुत शांत परिवार था. बहुत पूजा पाठ और धार्मिक भावनाओं वाले लोग थे. अगर किसी बात को लेकर कलह हुई भी है तो उसका अनुमान भी पड़ोसियों को नहीं है. सभी लोग पड़ोसियों से बात तो करते थे लेकिन सिर्फ दो घरों में ही आना जाना था. ऐसे में हो सकता है कि संयुक्त परिवार अौर पैसे को लेकर हुई कलह इस बड़ी घटना का कारण बनी हो ।
रिश्तेदारों का कहना है कि ये बहुत शांत परिवार था. बहुत पूजा पाठ और धार्मिक भावनाओं वाले लोग थे. अगर किसी बात को लेकर कलह हुई भी है तो उसका अनुमान भी पड़ोसियों को नहीं है. सभी लोग पड़ोसियों से बात तो करते थे लेकिन सिर्फ दो घरों में ही आना जाना था. ऐसे में हो सकता है कि संयुक्त परिवार अौर पैसे को लेकर हुई कलह इस बड़ी घटना का कारण बनी हो ।
बुराड़ी कांड: कहीं संयुक्त परिवार की कहानी तो नहीं बनी काल?
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
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July 01, 2018
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