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बलिया में पूर्व पीएम चन्द्रशेखर की पुण्यतिथि पर बोले वक्तागण -व्यक्ति नही विचार थे चन्द्रशेखर

व्यक्ति नहीं, विचार थे चन्द्रशेखर
जन नायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में मनी युवातुर्क की 11 वी पुण्यतिथि
बसंतपुर सुरहताल बलिया 8 जुलाई 2018
    आज जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया में चंद्रशेखर जी की 11 वीं पुण्यतिथि मनायी गयी । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभागार में " स्मृतियों के आइने में चंद्रशेगर" नामक विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में सर्व प्रथम चंद्रशेखर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण सभी अतिथियों और चन्द्रशेखर के लोगो द्वारा किया गया। तत्पश्चात विचार गोष्ठी में अतिथियों द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गये।
     कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व कुलपति डा० लल्लन सिंह एवं साहित्यकार डा० जनार्दन राय, मुख्य वक्ता महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के कुलपति प्रो० टी० एन० सिंह तथा मुख्य अतिथि पद्मविभूषण डा० बिन्देश्वर पाठक रहे। मुख्यवक्ता डा० टी० एन० सिंह ने चंद्रशेखर जी के जीवन के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जननायक ने कभी भी अपनी नीतियों से समझौता नहीं किया। मुख्य अतिथि डा० बिन्देश्वर पाठक ने कहा कि चंद्रशेखर व्यक्ति नही, विचार थे। अपने विचारों से वो आज भी हम लोगों से जुदा नहीं हुए हैं। आज भी जब हिंदुस्तान की राजनीति दोराहे पर खड़ी होती है तो स्व चन्द्रशेखर जी के विचारों पर अमल करने से मंजिल दिख जाती है ।राष्ट्रहित और समाजहित से बड़ा स्व चन्द्रशेखर जी कभी भी पद को नही माने । बेलाग अल्हड़पन के साथ कटु सत्य बोलने की अगर कोई हिम्मत कर सकता था तो वे एकमात्र चन्द्रशेखर जी ही थे ।
     इस अवसर


  पर अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा० गणेश कुमार पाठक, डा० अशोक उपाध्याय, डा० सुनील कुमार ओझा, विनय सिंह, डा० सुधाकर तिवारी, डा० हरेराम सिंह, डा० वी के सिंह, डा० सत्य प्रकाश सिंह, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं प्रबन्धक उपस्थित रहे।