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बोले बाबा रामदेव - उमा जी मेरी आध्यात्मिक बहन , सम्मान को ठेस पहुंचाना मेरा इरादा नही था

उमा भारती के बयान पर रामदेव की सफाई, कहा- सम्मान को ठेस पहुंचाने की नहीं थी मंशा

    3 जुलाई 2018 ।।
    योग गुरु बाबा रामदेव ने लंदन में दिए अपने एक इंटरव्यू पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती के सम्मान को आहत करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी. एक इंटरव्यू में बाबा रामदाव ने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती की तुलना परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से की थी.

    बाबा रामदेव ने ट्विटर पर लिखा है. ''उमा जी के साथ मेरा आध्यात्मिक भाई-बहन का संबंध है. उनके सम्मान को आहत करने की मेरी कोई मंशा नहीं थी. मेरा मकसद गंगा की कार्ययोजना पर उन्हें आ रही प्रारम्भिक व प्रशासनिक कठिनाइयों की ओर इशारा करना भर था. उनकी गंगा-निष्ठा, धर्म-निष्ठा और राष्ट्र-निष्ठा प्रशंसनीय है.'' ।
    लंदन में एक टीवी चैनल से बातचीत में योगगुरु रामदेव ने गंगा स्वच्छता कार्यक्रम के संदर्भ में एक सवाल के जवाब में कहा था कि उमा की फाइल ऑफिस में अटक जाती है, जबकि गडकरी की फाइल नहीं अटकती. उन्होंने कहा था कि देश में सबसे ज्यादा किसी मंत्री का काम दिखता है तो वो नितिन गडकरी का है ।

    उमा भारती की नाराज़गी

    योग गुरु बाबा रामदेव के इस बयान से उमा भारती बेहद नाराज़ हो गईं. उन्होंने रामदेव को पत्र लिखकर कहा कि उनके मुंह से निकला ऐसा कोई भी जुमला उन्हें (उमा भारती) हानि पहुंचा सकता है. बाबा रामदेव को लिखे पत्र में उमा भारती ने कहा, 'मुझे आपके द्वारा गंगा की विवेचना करते समय दो मंत्रियों की तुलना करना अजीब लगा. मैं स्वयं भी नितिन गडकरी जी की प्रशंसक हूं.''

    उन्होंने कहा, 'पूरी दुनिया के सामने लंदन से किसी टीवी चैनल पर मेरे बारे में चर्चा करते समय शायद ये आपको ध्यान नहीं रहा कि आप मुझे निजी तौर पर आहत और मेरे आत्मसम्मान पर आघात कर रहे हैं. आठ साल की उम्र से अभी तक इन 50 सालों में घोर परिश्रम, विचारनिष्ठा और राष्ट्रवाद मेरी शक्ति हैं और इसी विश्वसनीयता ने राजनीति में मुझे उचित स्थान दिलाया है.'

    उन्होंने कहा, 'आप मेरे मार्गदर्शक रहे हैं. अक्टूबर महीने में गंगोत्री से गंगासागर तक लाखों लोग गंगा के किनारे स्वच्छता और पौधारोपण कार्यक्रम में भागीदारी करेंगे. मैं आपसे और सभी संतों से इसके लिए निवेदन करती हूं.' ।