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वो मुल्क, जहां बोरी भरकर नोट से भी नहीं खरीद सकते कुछ



    25 जुलाई 2018 ।।
    क्या आप किसी ऐसे देश के बारे में जानते हैं, जहां मुद्रास्फीति दस लाख फीसदी होने वाली हो । जहां हर 18 दिन के बाद मंहगाई दोगुनी हो जाती हो. ये देश वेनजुएला है. जो पांच सालों से गहरे आर्थिक संकट में फंसा हुआ है और ये संकट लगातार गहराता जा रहा है. हालात ये है कि वहां बोरी भरकर नोट ले जाने पर भी आप कुछ खरीद नहीं सकते ।

    कुछ ऐसा ही हाल पहले विश्व युद्ध के बाद जर्मनी और पिछले दशक की शुरुआत में जिम्बाब्वे का हो गया था. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पश्चिमी गोलार्ध प्रमुख अलेक्जांद्रो वेर्नर ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि कई दशकों से वेनेजुएला की हालत खराब है. आर्थिक गाड़ी पूरी तरह पटरी से उतरी हुई है. उनका कहना है कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि वेनेजुएला सरकार बेस मनी का विस्तार कर वित्तीय घाटे में कमी लाएगी, बढते वित्तीय घाटे के चलते मुद्रास्फीति में बढोतरी लगातार जोर पकड़ रही है. धन की मांग कमजोर पड़ रही है ।
    मई में फिर से छह साल के लिए चुने गए वेनेजुएला के राष्ट्रपति पर अक्सर देश की खराब अर्थव्यवस्था का आरोप लगता रहा है लेकिन उनका कहना है कि वेनजुएला के मौजूदा हालात अमेरिका और यूरोप के कारण हैं ।

    वेनेजुएला संकट में क्यों है
    पांच सालों में उसकी इकोनॉमी 50 से ज्यादा सिकुड़ चुकी है. छह दशकों में ये दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक गिरावटों में है । वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मदुराओ का आरोप है कि देश की खराब आर्थिक सेहत की वजह तेल निर्यात पर वो प्रतिबंध हैं, जो अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने उस पर लगाए हुए हैं. इसके चलते उसके तेल की बिक्री में काफी कमी हो गई है ।
    वेनेजुएला में एक डॉलर की कीमत 35 लाख बोलिवर के बराबर हो गई है ।


    तेल पर किस तरह टिकी है इकोनॉमी
    वेनेजुएला के कुल निर्यात में 96% हिस्सेदारी अकेले तेल की है. प्रतिबंधों के चलते जब तमाम देशों से उससे तेल लेना बंद कर दिया तो उसकी इकोनॉमी एकदम बैठ गई ।

    इकोनॉमी में किस तरह गिरावट आ रही है
    आईएमएफ का कहना है कि वेनेजुएला की इकोनॉमी इस साल 18 फीसदी और सिकुड़ सकती है. अगर ऐसा हुआ तो ये लगातार तीसरा साल होगा जब उसकी इकोनॉमी में डबल डिजिट गिरावट होगी ।

    वेनेजुएला की मुद्रा बोलिवर है और उनका सबसे बड़ा नोट एक लाख का है. जिसकी भी अब कोई कीमत नहीं रह गई है ।


    बोलिवर का सबसे बड़ा नोट और उसकी कीमत
    बोलिवर का सबसे बड़ा नोट एक लाख का है लेकिन बाजार में इसकी कीमत कुछ भी नहीं । वेनेजुएला में अब एक लाख बोलिवर में कुछ नहीं खरीदा जा सकता ।

    एक डॉलर में कितने बोलिवर
    वित्तीय संकट की वजह से सरकार लगातार नोट छाप रही है जिससे हाइपर इन्फ्लेशन की स्थिति पैदा हो गई. वहां की मुद्रा बोलीवर की कीमत लगातार घट रही है. हालत यह है कि एक डॉलर 35 लाख बोलिवर की कीमत के बराबर हो गया है ।

    क्या है चीजों के दाम
    जुलाई 2018 में वेनेजुएला में कुछ चीजों के दाम इस तरह हैं
    (एक डॉलर = 35 लाख बोलिवर. बोलिवर वेनेजुएला की मुद्रा है)
    खाना सस्ते रेस्तरां में                                       03 डॉलर
    खाना मिड रेंज रेस्तरां में (दो लोगों के लिए)       27 डॉलर
    घरेलू बीयर                                                   0.50 डॉलर 
    विदेशी बीयर                                                02.00 डॉलर
    पानी की बोतल                                             0.31डॉलर
    दूध (एक लीटर)                                            1.01 डॉलर
    ताजी ब्रेड                                                     0.91 डॉलर
    चावल एक किलो                                          1.41 डॉलर
    सेब एक किलो                                              3.68 डॉलर
    टमाटर एक किलो                                         1.12 डॉलर

    वेनेजुएला के डिपार्टमेंटल स्टोर में सामान नहीं हैं, जो हैं वो भी खासे महंगे हैं. बाजार में कोई भी सामान इतना महंगा हो गया कि उसे खरीदना लोगों के बूते के बाहर हो चुका है ।


    क्या है हाल
    एक जमाने में वेनेजुएला आयल उत्पादक संपन्न देश था. पांच साल से वो आर्थिक संकट में है ।
    - लोग फिलहाल खाने और दवाइयों को लेकर भी मोहताज हैं
    - बिजली, पानी और यातायात से जूझ रहे हैं वेनेजुएला के लोग
    - नाई बाल काटने के एवज में अंडे और केले ले रहे हैं
    - बेरोजगारी बढ़ने के अपराध में तेजी से इजाफा हो रहा है ।

    लोग क्या कर रहे हैं
    - हालत ये हो रही है कि देश में खराब वित्तीय हाल के चलते वेनेजुएला से लोगों का पलायन पड़ोसी देशों में शुरू हो गया है. खाने की कमी, हेल्थ केयर की खराब सेहत, बिजली, पानी, यातायात और सुरक्षा इंतजामों के बदतर होने से लोग सीमा पार करके कोलंबिया, ब्राजील और अन्य पड़ोसी देशों की ओर पलायन कर रहे हैं ।

    गंभीर आर्थिक दिक्कतों के बाद वेनेजुएला से बड़े पैमाने पर पलायन शुरू हो चुका है


    कैसे रास्ता तलाश रहा वेनेजुएला
    वेनेजुएला तुर्की की मदद से आर्थिक संकट से निकलने का रास्ता तलाश रहा है. वेनजुएला का सेंट्रल बैंक प्रतिबंधों के चलते स्विटजरलैंड की बजाए तुर्की को अपना सोना एक्सपोर्ट कर रहा है. वेनेजुएला ने 2018 में 779 मिलियन गोल्ड तुर्की को एक्सपोर्ट किया है ।

    जब नोट जलाकर खाना बनाने लगे लोग
    साल 1923 में कर्ज के भारी बोझ तले दबा जमर्नी जब प्रथम विश्वयुद्ध (1914-18) की आपदा से मुक्ति पाने के लिए छटपटा रहा था, तभी वहां के बैंक नोट (मार्क) की लगभग कोई कीमत ही नहीं रही थी. देखते ही देखते एक ब्रेड की कीमत अरबों मार्क की हो गई. जर्मनी में आई इस आपदा को दुनिया 'वाइमर रिपब्लिक का 1923 का संकट' के नाम से जानती है.

    दिसंबर 1922 में एक डॉलर का मूल्य 2,000 जर्मन मार्क्स के बराबर था जो मई 1923 में 20,000 मार्क्स और अगस्त में 10 लाख से भी ज्यादा मार्क्स के बराबर का हो गया. इसका दुष्परिणाम यह हुआ कि जर्मनी में जन्मदर घट गई. मृत्यदर में इजाफा हो गया. तब शिशु मृत्यु दर में 21% की बढ़ोतरी दर्ज की गई. जर्मनी में कैश वजन करके बिकने लगे.
    लोगों को अपने वेतन की रकम सूटकेसेज में लाने पड़ते थे. एक व्यक्ति ने नोटों से भरा सूटकेस यूं ही छोड़ दिया. चोर नोट छोड़कर सूटकेस ले गया ।
    (साभार न्यूज 18)