Home
/
Unlabelled
/
बेबुनियाद नही है लोगो मे बच्चा चोरी का डर , गृह मंत्रालय के आंकड़े खुद दे रहे गवाही
बेबुनियाद नही है लोगो मे बच्चा चोरी का डर , गृह मंत्रालय के आंकड़े खुद दे रहे गवाही
सिर्फ अफवाह नहीं है देश में बच्चा चोरी का डर, चौंकाने वाले हैं गृह मंत्रालय के आंकड़े
- 9 जुलाई 2018 ।।
देश मे बच्चा चोरी का डर जिस तरह आमजन में बैठता जा रहा है और लोग इसके लिये संदेह मात्र होने पर किसी की जान ले ले रहे है ,यह सिर्फ अफवाहों के कारण हो रहा है कहना बेमानी होगा । बच्चों को लेकर परिजनों में जो भय का माहौल बन रहा है ,उसके कारण में प्रत्येक वर्ष बच्चा चोरी की घटनाओं में हो रहा इजाफा बच्चा चोरी की घटनाओं पर पुलिस द्वारा कारगर तरीके से रोक नही लगाये जाने का ही परिणाम है कि लोग अब खुद फैसला करने पर उतारू हो जा रहे है ,प्रमुख कारण है ।
हालांकि 2016 में अगवा हुए बच्चों के 40.4 प्रतिशत मामलों में ही केस दर्ज हुए, जबकि 2016 में महज 22.7 प्रतिशत मामलों में ही दोष साबित हुए है। देश में बच्चा चोरी की अफवाह की वजह से पीट पीट कर हत्या किए जाने की कई घटनाएं सामने आईं है, लेकिन बच्चा चोरी होने के लोगों के डर को बेबुनियाद नहीं कहा जा सकता. बच्चों के गायब होने पर गृह मंत्रालय के आंकड़े चौंकाने वाले हैं ।
2017-18 के लिए जारी की गई रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में देशभर से क़रीब 55,000 बच्चों को अगवा किया गया. जो कि 2015 के आंकड़े के मुक़ाबले 30 प्रतिशत अधिक है ।
इसी तरह 2015 में बच्चा अगवा किए जाने के 41 हज़ार 8 सौ 93 मामले दर्ज किए गए.जबकि 2014 में बच्चों को अगवा किए जाने के मामलों की संख्या 37 हज़ार 8 सौ 54 थी.
बच्चा चोरी की अफवाह पर अब तक भीड़ ने कितनी हत्याएं की
पिछले कुछ दिनों में वॉट्सऐप मैसेज की अफवाहों के चलते देश के कई हिस्सों में लोगों को मार डालने की घटनाएं सामने आई हैं. आकड़ो के माने तो अब ऐसी अफवाहों के चलते भीड़ ने 31 लोगों की जिंदगी छीन ली है. झारखंड, त्रिपुरा, उत्तरप्रदेश में भी अफवाहों के चलते भीड़ ने कई लोगों की जान ले ली. वहीं फर्जी वॉट्सऐप मैसेज के चलते एक साल में 29 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं. महज संदेह के आधार पर भीड़ ने 29 लोगों को मार दिया ।
बता दें, हाल ही में महाराष्ट्र के धुले जिले में भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. वहीं मालेगांव में इसी तरह की अफवाह पर भरोसा कर चार लोगों को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया ।
फेक न्यूज के कारण होने वाली सबसे ताजा घटनाअसम में देखी गई, 8 जून को गुवाहाटी के दो युवकों की कार्बी आंगलोंग जिले में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई ।
पिछले कुछ दिनों में वॉट्सऐप मैसेज की अफवाहों के चलते देश के कई हिस्सों में लोगों को मार डालने की घटनाएं सामने आई हैं. आकड़ो के माने तो अब ऐसी अफवाहों के चलते भीड़ ने 31 लोगों की जिंदगी छीन ली है. झारखंड, त्रिपुरा, उत्तरप्रदेश में भी अफवाहों के चलते भीड़ ने कई लोगों की जान ले ली. वहीं फर्जी वॉट्सऐप मैसेज के चलते एक साल में 29 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं. महज संदेह के आधार पर भीड़ ने 29 लोगों को मार दिया ।
बता दें, हाल ही में महाराष्ट्र के धुले जिले में भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. वहीं मालेगांव में इसी तरह की अफवाह पर भरोसा कर चार लोगों को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया ।
फेक न्यूज के कारण होने वाली सबसे ताजा घटनाअसम में देखी गई, 8 जून को गुवाहाटी के दो युवकों की कार्बी आंगलोंग जिले में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई ।
बेबुनियाद नही है लोगो मे बच्चा चोरी का डर , गृह मंत्रालय के आंकड़े खुद दे रहे गवाही
Reviewed by बलिया एक्सप्रेस
on
July 09, 2018
Rating: 5