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मॉब लिंचिंग के सवाल पर त्रिपुरा सीएम के विवादित बोल -ये जनता की सरकार है, वही एक्शन लेगी

मॉब लिंचिंग के सवाल पर बोले बिप्लब देब, 'ये जनता की सरकार है, वही एक्शन लेगी'
      6 जुलाई 2018 ।।
    त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने हुए हैं । इस बार उन्होंने मॉब लिंचिंग पर प्रतिक्रिया 
    में विवादित बयान दिया है ।एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, जब मुख्यमंत्री से राज्य में बढ़ रही लिंचिंग की घटनाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "त्रिपुरा में एक आनन्द की लहर चली हुई है ।आप भी इस लहर का उपभोग कीजिए ।आपको आनन्द आना चाहिए । मुझे कितनी खुशी हो रही है । ये जनता  की सरकार है. जनता एक्शन लेगी."।
    मुख्यमंत्री कार्यालय और बीजेपी की तरफ से अभी तक बिप्लब देब के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. गौरतलब है कि त्रिपुरा में बाहरी लोगों द्वारा बच्चे चुराने की अफवाह फैलने के बाद पिछले हफ्ते भीड़ ने चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी ।
    गौरतलब है कि बिप्लब देब इससे पहले कई ऐसे बयान दे चुके हैं, जिनकी वजह से उनकी और उनकी पार्टी बीजेपी की जमकर किरकिर हुई ।

    बिप्लब देब के बयान जिन पर हुआ विवाद
    - 18 अप्रैल को बिप्लब देब ने कहा कि भारत के लिए इंटरनेट कोई नई चीज़ नहीं है. महाभारत काल से ही इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है. उन्होंने कहा, 'धृतराष्ट्र कुरुक्षेत्र से इतनी दूर बैठे संजय से लगातार सारी जानकारी लेते थे. यह तकनीक और सैटेलाइट के माध्यम से ही संभव था.'

    - 26 अप्रैल को बिप्लब देब ने 1997 में डायना हेडन को मिस वर्ल्ड बनाने पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था, 'जिसने भी इंटरनेशनल ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया, वो जीतकर लौटा. लगातार पांच सालों तक हमने मिस वर्ल्ड/मिस यूनिवर्स के ताज जीते. डायना हेडन भी जीत गईं. क्या आपको लगता है कि उन्हें ताज जीतना चाहिए था?' ऐश्वर्या राय की तारीफ करते हुए बिप्लब ने कहा था, 'ऐश्वर्या सच में भारतीय महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं. वह मिस वर्ल्ड बनीं, ठीक है लेकिन मुझे डायना हेडन की सुंदरता समझ में नहीं आती.'

    - वहीं 28 अप्रैल को सिविल सर्विसेस से जुड़े एक कार्यक्रम में बिप्लब ने कहा कि मैकेनिकल इंजीनयरों को सिविल सेवाओं में नहीं आना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए सिविल इंजीनियरों को आना चाहिए क्योंकि उनके पास समाज निर्माण का पहले से ही अनुभव और ज्ञान होता है.

    - 28 अप्रैल को ही अगरतला में विश्व पशु पालन दिवस पर एक कार्यक्रम में बिप्लब देब ने कहा, "युवा सरकारी नौकरी तलाश करने में अपना समय बर्बाद करने की बजाय अगर युवा पान की दुकान लगा लें या गाय ही पाल लेते, तो उनके बैंक खाते में अबतक 5 से 10 लाख रुपये जमा हो जाते." ।