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हां मै भागीदार हूं चौकीदार हूं , पर आपकी तरह ठेकेदार और सौदागर नही : पीएम मोदी


    नईदिल्ली 20 जुलाई 2018 ।।
    मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव गिरना तय माना जा रहा था और ऐसा ही हुआ भी । इस चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘इमोशनल’ कार्ड ने न सिर्फ कांग्रेस को असहज किया बल्कि उसके नेताओं की चिंता पहले से अधिक बढ़ा दी है । पीएम के अंदाज और रणनीति से ऐसा लगता है कि2019 के चुनाव प्रचार में राहुल गांधी के सामने कांग्रेस के पुराने कारनामों से ही उबरने की बड़ी चुनौती होगी ।जिस प्रकार से कांग्रेस इमरजेंसी के मुद्दे पर डिफेंसिव हो जाती है उसी तरह से कई बड़े नेताओं को किनारे लगाने के मसले पर भी उसे बीजेपी घेरेगी. इसका संकेत खुद पीएम मोदी ने दे दिया है ।
    प्रधानमंत्री ने अपनी गरीबी को हथियार बनाकर कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधा । उन्होंने कहा “हम कौन होते हैं आपकी आंखों में आंख डाल सकें, हम गरीब मां के बेटे, गांव में पले बढ़ें ।इतिहास गवाह है कि जब सुभाष चंद्र बोस, जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, प्रणब मुखर्जी ने आंख में आंख डालने की कोशिश की तो उनके साथ क्या हुआ ,हम कैसे आंखें मिला सकते हैं.”।

    मोदी कांग्रेस के कारनामों को गिनाने में यहीं नहीं रुके । उन्होंने कहा “आंख में आंख डालने वाले मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह, पटेल, प्रणब मुखर्जी और शरद पवार के साथ क्या हुआ, मैं यह जानता हूं । हम तो कामदार हैं भला नामदार की आंख में आंख कैसे मिला सकते हैं? आंबेडकर का मजाक उड़ाने वाले आज उनका गीत गा रहे हैं.”।
    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर जो ‘भागीदार’ होने का आरोप लगाया, उस भागीदार शब्द को उन्होंने अपने लिए सकारात्मक बना दिया । कहा कि “मैं गर्व के साथ कह सकता हूं, हम चौकीदार, भागीदार हैं पर हम आपकी तरह ठेकेदार, सौदागर नहीं हैं । हम देश के मजदूरों के दुखों के भागीदार हैं, किसानों की पीड़ा के भागीदार हैं और हमें इस पर गर्व है.”।

    मोदी ने कांग्रेस के साथ आने वाले अन्य दलों पर भी कटाक्ष किया । “कांग्रेस पार्टी जमीन से कट चुकी है, वह तो डूबे हैं, उनके साथ जाने वाले भी डूबेंगे. हम तो डूबे हैं सनम तुम्हें भी ले डूबेंगे ।

    कहा कि “ये लोग देश के कमजोर, वंचितों, दलितों को ब्लैकमेल करके चुनाव जीतते रहे, किसानों को चुनाव जीतने के लिए इस्तेमाल करते हैं । देश को हिंसा में झोंकने की साजिश होती है. चुनाव जीतने का शार्टकट खोजते हैं । आरक्षण को लेकर झूठ फैलाते हैं । 356 का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाले आज हमें लोकतंत्र सिखा रहे हैं ।

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      2019 में भावनात्मक मुद्दे                                                          हो सकते हैं भारी

    पीएम के बयान से लगता है कि सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा 2019 के चुनाव में भी खूब इस्तेमाल किया जाएगा. इस पर भी मोदी ने कांग्रेस के खिलाफ इमोशनल हथियार का इस्तेमाल किया. कहा कि “आपने सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक कहा, मुझे जितना गाली देना है दे दीजिए पर देश के जवानों को गाली मत दीजिए. मैं अपनी सेना का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता. आपने भारत-पाकिस्तान का विभाजन किया. आज भी यहीं मुसीबत झेल रहे हैं.”।
    लोकसभा में पीएम के भाषण ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी विकास से ज्यादा भावनात्मक मुद्दों पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी ।अब देखना ये है कि कांग्रेस इन मुद्दों की क्या काट निकालती है ।