एक बार फिर दुःसाहस : जम्मू काश्मीर पुलिस के जवान सलीम शाह का आतंकियो ने किया अपहरण
जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी को अगवा कर लिया है । इस पुलिसकर्मी की पहचान मुदसिर अहमद लोन के रूप में हुई है । मुदसिर जम्मू-कश्मीर पुलिस में एसपीओ हैं । वर्तमान में अवंतीपुरा में उनकी तैनाती है. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने शुक्रवार देर शाम त्राल से उन्हें अगवा किया. इसके बाद आतंकियों ने उनकी तस्वीर भी जारी की ।
प्राफ्त जानकारी के मुताबिक, एक कार में तीन से चार हथियारबंद आतंकवादी आए । आतंकवादियों ने हवा में फायरिंग की और बंदूक की नोंक पर मुदसिर को अपने साथ कार में बिठाकर ले गए । फिलहाल सेना अगवा हुए जवान की तलाश में जुटी है ।
प्राफ्त जानकारी के मुताबिक, एक कार में तीन से चार हथियारबंद आतंकवादी आए । आतंकवादियों ने हवा में फायरिंग की और बंदूक की नोंक पर मुदसिर को अपने साथ कार में बिठाकर ले गए । फिलहाल सेना अगवा हुए जवान की तलाश में जुटी है ।
जम्मू-कश्मीर में अब तक पांच जवान अगवा हो चुके हैं ।आतंकियों ने इनकी किडनैपिंग में एक ही पैटर्न अपनाया । बाद में उन सभी की हत्या कर दी गई । हाल ही में कुलगाम से एक पुलिसकर्मी सलीम शाह को अगवा कर लिया गया था, बाद में उनका शव मिला ।
जवानों की किडनैंपिंग का सिलसिला लेफ्टिनेंट उमर फैयाज़ के अपहरण से शुरू हुआ था । साल 2017 में आतंकियों ने लेफ्टिनेंट फैयाज़ को कुलगाम से अगवा कर लिया था । महज़ 22 साल के उमर फैयाज़ ने दिसंबर 2016 में ही पहली पोस्टिंग कश्मीर में ही ज्वॉइन की थी । पहली बार छुट्टी पर घर गए थे ।वहां निहत्थे उमर फैयाज़ को आतंकवादियों ने सबके सामने अगवा किया । अगले दिन सुबह उनका गोलियों से छलनी शव मिला ।
इसके बाद सेना के जवान इरफान अहमद को भी बंदूक की नोंक पर अगवा कर लिया और बाद में आतंकियों ने उनकी हत्या कर दी ।शोपियां में जवान का शव मिला ।
इसके बाद जुलाई को आतंकियों ने शोपियां से पुलिसकर्मी जावेद डार को अगवा कर लिया था । जावेद को उस वक्त अगवा किया गया, जब वो एक मेडिकल शॉप पर दवा लेने जा रहे थे । जानकारी के मुताबिक, जावेद पिछले पांच साल से एसएसपी शैलेंद्र कुमार के साथ ऑपरेटर के तौर पर तैनात थे । डार की हत्या की जिम्मेदारी हिज्बुल मुजाहिद्दीन ने ली है ।
जावेद के चंद दिनों पहले ही आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब की अगवा कर हत्या कर दी थी । ईद की छुट्टी मनाने घर जा रहे औरंगजेब को आतंकवादियों ने पुलवामा से अगवा कर लिया था । बाद में गोलियों से छलनी जवान का शव पुलवामा जिले के गुस्सू इलाके में मिला । उनके सिर, चेहरे और गर्दन पर गोलियों के निशान मिले थे । औरंगजेब 4-जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फेंटरी के शादीमार्ग (शोपियां) स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे ।
हाल ही में कुलगाम में आतंकवादियों ने कांस्टेबल सलीम शाह को अगवा कर लिया था । बाद में उनकी हत्या कर दी गई. जब उनकी हत्या की गई थी, तब वो छुट्टी पर थे ।