नगरा बलिया - डॉ रामसेवक विकल की मनायी गयी जयंती
संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट
नगरा बलिया 2 जुलाई 2018 ।।
डॉ रामसेवक विकल साहित्य कला संगम संस्थान इसारी सलेमपुर बलिया के कार्यालय मे 1जुलाई2018 को प्राख्यात साहित्यकार डॉ रामसेवक विकल जी की जयंती मनाई गयी । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह इन्दुराज जी ने किया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्रबंधक डॉ आदित्य कुमार अंशु ने किया । ईश वन्दना के पश्चात डॉ विकल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया।तत्पश्चात दीप प्रज्वलित किया गया।डॉ रामसेवक विकल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर श्री अशोक कुमार यादव, श्री पंकज श्रीवास्तव, डॉ संतोष शशि , शेषनाथ विद्यार्थी, आशुतोष तिवारी ने अपने विचार दिये।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे डा सतेंद्र कुमार सिंह ने कहा डॉ विकल जी के साहित्य पढने से उनकी महत्ता का भान होता है।अंशु जी के सतप्रयास से उनकी शोध पाण्डुलिपि का प्रुफ रीडिंग करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है आशा है जल्द ही पुस्तक प्रकाशित हो जाएगी।इस अवसर पर सीताराम, प्रिया , ऋचा, दीप्ति , परिवार के सदस्य गण भी उपस्थित थे।डॉ आदित्य कुमार अंशु ने अपने पिता को श्रद्धा सुमन समर्पित करते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
नगरा बलिया 2 जुलाई 2018 ।।
डॉ रामसेवक विकल साहित्य कला संगम संस्थान इसारी सलेमपुर बलिया के कार्यालय मे 1जुलाई2018 को प्राख्यात साहित्यकार डॉ रामसेवक विकल जी की जयंती मनाई गयी । कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह इन्दुराज जी ने किया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के प्रबंधक डॉ आदित्य कुमार अंशु ने किया । ईश वन्दना के पश्चात डॉ विकल जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया।तत्पश्चात दीप प्रज्वलित किया गया।डॉ रामसेवक विकल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर श्री अशोक कुमार यादव, श्री पंकज श्रीवास्तव, डॉ संतोष शशि , शेषनाथ विद्यार्थी, आशुतोष तिवारी ने अपने विचार दिये।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे डा सतेंद्र कुमार सिंह ने कहा डॉ विकल जी के साहित्य पढने से उनकी महत्ता का भान होता है।अंशु जी के सतप्रयास से उनकी शोध पाण्डुलिपि का प्रुफ रीडिंग करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है आशा है जल्द ही पुस्तक प्रकाशित हो जाएगी।इस अवसर पर सीताराम, प्रिया , ऋचा, दीप्ति , परिवार के सदस्य गण भी उपस्थित थे।डॉ आदित्य कुमार अंशु ने अपने पिता को श्रद्धा सुमन समर्पित करते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।