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बलिया : तड़तड़ाती रही लाठियां, जयघोष के साथ श्रीनाथ भक्तों ने की मंदिर की परिक्रमा

एकता, श्रद्धा और शौर्य का प्रतीक श्रीनाथ बाबा का रोट पूजा संपन्न







तड़तड़ाती रही लाठियां, जयघोष के साथ श्रीनाथ भक्तों ने की मंदिर की परिक्रमा

लाखों श्रद्धालुओं में बटा लगभग 250 कुंटल रोट प्रसाद

 रसड़ा(बलिया) 27 अगस्त 2018 ।। रसड़ा के सिद्ध संत श्रीनाथ बाबा के जन्मस्थली महराजपुर गांव स्थित श्रीनाथ बाबा के मंदिर (समाधि स्थल) पर रविवार को आयोजित ऐतिहासिक रोट पूजा समारोह श्रीनाथ बाबा के जयघोष, गगनभेदी नारों एवमं लाखों श्रद्धालुओं के संगम के साथ सांप्रदायिक एकता व सद्भाव के रूप में सकुशल संपन्न हो गया। एकता सद्भाव, श्रद्धा एवं शौर्य का प्रतीक इस रोट पूजा महाकुंभ के क्रम में प्रातः काल सर्वप्रथम मंदिर पूजा समारोह की शुरूआत करते हुए आयोजक मंडल के सदस्यों द्वारा प्राचीन परंपरा के अनुसार श्रीनाथ बाबा के समकालीन संत हजरत श्री रोशन शाह बाबा एवं अन्य सूफी संतों के मजारों पर श्रद्धा और भक्तिभाव से रोट (प्रसाद) चढ़ाया गया। तत्पश्चात श्रीनाथ बाबा के मुख्य मठ रसड़ा, नगपुरा, नागपुर, पटना, टीकादेवरी आदि मंदिरों पर बाबा की पूजा करके सांप्रदायिक एकता का मिशाल पेश किया गया। पूजा में सर्वप्रथम महराजपुर, सुल्तानीपुर, सुल्तानपुर, जाम, डेहरी, रामपुर, खड़सरा, नरला, अठिला, मुड़ेरा, मंदा, सरायभारती, नवापुरा, शाहमुहम्मदपुर, बनियाबांध, हीताकापुरा, कटहुरा आदि गांवों के श्रीनाथ भक्तों का काफिला मंदिर की परिक्रमा कर गगनभेदी जयकारों एवं लाठियों की तड़तड़ाहट के साथ श्रीनाथ बाबा की पूजा की। इसके बाद लखनेश्वर क्षेत्र के चौदहों कोस के गांवों के अलावा सुदूर जनपदों व प्रदेशों के आये लाठियों के साथ श्रीनाथ भक्तां का काफिला अपने-अपने गांव से निकलकर बाबा के जयकारा लगाते हुए श्रीनाथ बाबा मठ पहुंचा। जहां लाठियां लड़ाते, लाठियां को समवेत कर श्रीनाथ बाबा का जयघोष करते और मठ का पांच बार परिक्रमा करने के बाद भक्त रोट प्रसाद लेकर अपने-अपने गांवों को लौट रहे थे। शौर्य एवं भक्ति के इस महाकुंभ में सही बात है कि युद्ध नहीं हो रहा था, लेकिन यहां श्रीनाथ भक्तों के शौर्य प्रदर्शन से सबकुछ महासंग्राम जैसा ही लग रहा था। महराजपुर मठ के महंत श्री अवध बिहारी गिरि, आयोजक मंडल के ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सतीश सिंह, रूद्रप्रताप सिंह, निर्भय नारायण सिंह, प्रबंधक अवधेश सिंह, सुनील सिंह, अखिलेश सिंह, मंटू सिंह, रवींद्र यादव, रामजी सिंह द्वारा भक्तों का अभिवादन किया जा रहा था। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर, श्रीनाथ मठ रसड़ा के महंत कौशलेंद्र गिरि, क्षेत्रीय विधायक उमाशंकर सिंह, गोविंद नारायण सिंह, मृगेंद्र बहादुर सिंह, बिजू सिंह, हिटलर सिंह, प्रधान धनजीत चौहान, बब्लू तिवारी, महेश यादव, रामजी सिंह बैजलपुरी, जितेंद्र सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख अनिल सिंह, सपानेता विजयशंकर यादव, संजय यादव, हियुवा के सत्या सिंह, अविनाश सोनी आदि इस अवसर पर अतिथि कैंप में उपस्थित होकर श्रीनाथ भक्तों का अभिवादन करते रहे। इस मौके पर श्रीनाथ भक्तों में लगभग 250 कुंटल से अधिक रोट (प्रसाद) का वितरण किया गया। इस अद्भुत व अद्वितीय रोट पूजा के नजारे को देखने के लिये काफी संख्या में महिलाएं, पुरूष व बच्चों का हुजूम मठ के आसपास उमड़ा रहा। पूजा की महत्ता को देखते हुए जिला प्रशासन भी काफी चौकस रहा। गांवों से लेकर रसड़ा कस्बा के विभिन्न चौराहां व मठ परिसर पर भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे। वहीं उपजिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश यादव, सीओ कृष्णकुमार, कोतवाल ज्ञानेश्वर मिश्रा अपने दलबल के साथ बराबर चक्रमण करते रहे। रोटपूजा के इस महाकुंभ में लगभग 225 गांवों से आये लगभग पांच लाख श्रीनाथ भक्तों ने श्रद्धा और शौर्य के संगम में गोता लगाया। संचालन सनत त्रिपाठी व दीपक सिंह ने किया।
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 पेयजल व शर्बत का लगाया शिविर 

 रसड़ा(बलिया) 27 अगस्त 2018 ।। श्रीनाथ बाबा रोट पूजा के मद्देनजर जहां मंदिर प्रशासन व प्रशासनिक तौर पर अनेकों इंतजाम किये गये थे। वहीं विधायक उमाशंकर सिंह द्वारा शर्बत एवं चिकित्सा शिविर का इंतजाम किया गया था। वहीं नगर पालिका प्रशासन द्वारा भी भारी मात्रा में पेयजल के लिये पानी टैंकरों की व्यवस्था की गयी थी। जो श्रीनाथ भक्तों के लिये काफी राहत दे रहा था। स्वास्थ्य शिविर में श्री सहदेव पौधरिया संस्थान के जीएनएम के प्रशिक्षुओं ने भी योगदान दिया।


 श्रीनाथ महिमा पुस्तक का किया विमोचन 


 रसड़ा(बलिया) 27 अगस्त 2018 ।। श्रीनाथ बाबा रोट पूजन समारोह पर श्रीनाथ बाबा के जीवन व महिमा पर आधारित स्वामी शिवानंद गिरि जी महराज द्वारा रचित पुस्तक श्रीनाथ महिमा का विमोचन श्रीनाथ बबा के बशंज सत्यनारायन के पोता बालक रुद्र्राक्ष व  रेंगा मठ के महंत श्रीश्री 1008 श्री गिरवर लाल उर्फ लाल बाबा के साथ  उनके मठो से आए महन्त तथा सम्मानित लोगों   एव श्रीनाथ मठ रसड़ा के महंत कौशलेंद्र गिरि आदि के उपस्थिति मे किया गया। इस अवसर पर रचयिता स्वामी शिवानंद महराज द्वारा लाल बाबा सहित अतिथियों का अभिवादन किया गया।