बलिया : पशुओ के लिये एफ0एम0डी0 सी0पी0 टीकाकरण का 23वा चरण आज से प्रारंभ
पशुओ के लिये एफ0एम0डी0 सी0पी0 टीकाकरण का 23वा चरण आज से प्रारंभ
बलिया 15 सितम्बर 2018 ।। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर अशोक मिश्र ने बताया कि जनपद में एफ0एम0डी0 सी0पी0 टीकाकरण का 23वा चरण आज से प्रारंभ हो रहा है। जिसके संचालन हेतु जनपद स्तर पर डॉक्टर संजय श्रीवास्तव उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला स्वास्थ्य बलिया को नोडल अधिकारी नामित किया गया है तथा विकास खंड स्तरीय पशु चिकित्साधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु 48 टीकाकरण टीम का गठन किया गया है। जिसमें पशु चिकित्साधिकारी/पशुधन प्रसार अधिकारी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अतिरिक्त पैरावेट भी टीकाकरण का कार्य कर रहे हैं, टीकाकरण कार्य चार माह से कम आयु के बच्चे तथा आठ माह से अधिक आयु के गर्भित पशुओं को छोड़कर शेष पशुओं में किया जाना है। एक विषाणु जनित रोग है जिसमें संक्रामक होने से पशु अपने जीवन में उत्पादकता की दृष्टि से कमजोर हो जाता है। पशुओं में गर्भपात होने की संभावना होती है और उत्पन्न भी अपने जीवन में कमजोर रहता है और आगे भी उत्पादन पर विपरीत असर पड़ता है और समस्त पशुओं को 6 महीने के अंतराल पर वर्ष में दो बार पशुपालन विभाग द्वारा नि:शुल्क लगाया जाता है। सभी पशुपालको से अनुरोध है कि अपने पशुओं का शत प्रतिशत टीकाकरण नि:शुल्क कराये। दुबहर , सिकंदरपुर से टीकाकरण के लिये नियुक्त सचल अस्पताल
की गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया ।
बलिया 15 सितम्बर 2018 ।। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर अशोक मिश्र ने बताया कि जनपद में एफ0एम0डी0 सी0पी0 टीकाकरण का 23वा चरण आज से प्रारंभ हो रहा है। जिसके संचालन हेतु जनपद स्तर पर डॉक्टर संजय श्रीवास्तव उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला स्वास्थ्य बलिया को नोडल अधिकारी नामित किया गया है तथा विकास खंड स्तरीय पशु चिकित्साधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु 48 टीकाकरण टीम का गठन किया गया है। जिसमें पशु चिकित्साधिकारी/पशुधन प्रसार अधिकारी एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के अतिरिक्त पैरावेट भी टीकाकरण का कार्य कर रहे हैं, टीकाकरण कार्य चार माह से कम आयु के बच्चे तथा आठ माह से अधिक आयु के गर्भित पशुओं को छोड़कर शेष पशुओं में किया जाना है। एक विषाणु जनित रोग है जिसमें संक्रामक होने से पशु अपने जीवन में उत्पादकता की दृष्टि से कमजोर हो जाता है। पशुओं में गर्भपात होने की संभावना होती है और उत्पन्न भी अपने जीवन में कमजोर रहता है और आगे भी उत्पादन पर विपरीत असर पड़ता है और समस्त पशुओं को 6 महीने के अंतराल पर वर्ष में दो बार पशुपालन विभाग द्वारा नि:शुल्क लगाया जाता है। सभी पशुपालको से अनुरोध है कि अपने पशुओं का शत प्रतिशत टीकाकरण नि:शुल्क कराये। दुबहर , सिकंदरपुर से टीकाकरण के लिये नियुक्त सचल अस्पताल
की गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया ।