बलिया में 2016 की कहानी दुहराने को आतुर गंगा , कुल 39 करोड़ की लागत से बना रिंग बांध टूटने की कगार पर
बलिया में 2016 की कहानी दुहराने को आतुर गंगा
योगी सरकार में भी भ्रष्टाचारियो ने खिला दिए गुल
मधुसूदन सिंह
दुबेछपरा बैरिया (बलिया) 12 सितम्बर 2018 ।।
लगता है बाढ़ विभाग और भ्रष्टाचार दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू है । पिछली सरकार में इस विभाग के भ्रष्टाचार के चलते लगभग एक दर्जन गांव हजारो एकड़ उपजाऊ जमीन और आलीशान भवनों के साथ गंगा में विलीन हो गये थे । पीएम मोदी और सीएम योगी की ईमानदार छवि से लगा था कि शायद अब इस क्षेत्र में स्थित दुबेछपरा टेंगरही रिंग बांध के चलते कटान रुक जाएगा क्योंकि योगी सरकार ने सपा सरकार द्वारा दिये गये 10 करोड़ के अलावा 29 करोड़ रुपये इस बांध को बनाने के लिये दिया था । परंतु यह सोचना जनता जनार्दन की सबसे बड़ी भूल थी क्योंकि सत्ता बदली थी, शासन में बैठे लोग नही बदले थे । जिसका नतीजा यह आज दिख रहा है कि कुल 39 करोड़ रुपये तो बहने की कगार पर है ही लाखो लोगो के सिर से छत और उपजाऊं जमीन भी छिनने की कगार पर गंगा मचल रही है । बलिया एक्सप्रेस ने आज सुबह ही भविष्यवाणी कर खबर साया की थी कि यह बंधा टूटने की कगार पर है जो अब सच साबित हो रहा है । गंगा इस रिंग बंधे को कई जगह से काटकर गिराना शुरू कर दी है । प्रशासन ने लोगो से सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दे दी है ।डीएम बलिया के नेतृत्व में आला अधिकारी कटान रोकने के प्रयास में लगे हुए है । लगभग एक लाख की आबादी गंगा की तबाही के मुहाने पर खड़ी होकर अपने विनाश की गति को अपनी तरफ आते देखने के लिये मजबूर है । इसकी भयावहता को वीडियो में देखिये । बता दे कि सुबह बाढ़ से