गोरखपुर : सर्वजीत वरुण ने 68500 शिक्षक भर्ती की कापियों की स्कूटनी पर उठाया सवाल
सर्वजीत वरुण ने 68500 शिक्षक भर्ती की कापियों की स्कूटनी पर उठाया सवाल
पिछली बार जिन्होंने की थी कापियों का मूल्यांकन उन्ही से स्क्रूटनी कराने पर सवाल
अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर 20 सितम्बर 2018 ।।
सर्वजीत वरुण ,मंडल अध्यक्ष बीटीसी संघ गोरखपुर ने 68500 शिक्षकों की भर्ती हेतु आयोजित परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों के कापियों के शुरू हुए स्क्रूटनी पर सवाल उठाकर इसकी जांच को कटघरे में खड़ा किया है । श्री वरुण ने आरोप लगाया है कि पिछली बार के मूल्यांकन वाले ही इस बार अपने नये साथियो के साथ स्क्रूटनी कर रहे है ।इनके नए साथी जो जुड़ गये है उनमेवप्रभात कुमार के पीए के सिंह और विद्यापति मिश्रा के ऑफिस में कार्यरत मनोज मिश्रा शामिल है जिनके बच्चों पर आरोप है कि फेल होने के बावजूद पास कर दिए गए। इसके साथ ही इन्होंने यह भी कहा है कि मैं यह आरोप हवा में नही लगा रहा हूँ , आरोप लगाने का कारण निम्न है -----
प्रभात कुमार-इनके भतीजे और पीए के लड़के का बिना परीक्षा दिए है पास हो जाना।
सुकता सिंह को निलंबित हो जाने के बावजूद इलाहाबाद कार्यालय में बैठकर लगातार काम करने की सूचना मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई को न करना।
प्रथम बार फिडिंग कार्यालय में स्थित उनके केबिन में उनके मौजूदगी में हुआ था उस समय जीवेन्द सिंह ऐरी और उप रजिस्ट्रार हेम चंद कुशवाहा और डॉक्टर मनोज कुमार और विजय यादव उपस्थित थे।
दूसरी बार NIC लखनऊ डॉक्टर प्रभात कुमार के ऑफिस में हुआ था वह भी उनके और उनके पीए की मौजूदगी में डॉक्टर प्रभात कुमार के केविन हुआ में था
संजय सिन्हा-यह जानते हुए उपरोक्त बाबू और शिक्षकों का भ्रष्टाचार में लिप्त होने का लंबा इतिहास रहा है। उसके बावजूद उन्हें नियुक्ति में लगाना है।
उपरजिस्टर-प्रेम चंद कुशवाहा-
इनका मुख्य कार्य है BTC के जिन बच्चों के मार्कशीट में कोई भी गलती हो गई हो तो उसको सही करा कर देना।
परंतु 1 साल से उन्होंनेे अधिकतर बच्चों को जिनका इससे संबंधित समस्याएं थी उनको दौड़ाते रहे।
अपना यह कार्य न करके लगातार लिखित परीक्षा केंद्र में खड़े रहते थे। उनका वहां कोई कार्य नहीं था।
डॉ मनोज कुमार-आपका कार्य सारी कापीयों का पुनः मूल्यांकन चेक करना।
विजय यादव-यह मुख्य बाबू थे ।जो टीईटी और68500 के मुख्य ऑफिस सहायक थे। इनका भ्रष्टाचार में बहुत लंबा-चौड़ा इतिहास रहा है और पकड़ इतनी है ।इतना कुछ होने के बावजूद आज तक दिन के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रदीप राय-मऊ जिला के रहने वाले भाजपा क्षेत्रीय उपाध्यक्षध्यक्ष उत्पल राय के भाई हैं। इनका कार्य पापियों को सुरक्षित करना है और फीडिंग के समय संबंधित कर्मचारियों को सहयोग प्रदान करना।
एक लाख कॉपी चेक करने में दो महीना लगा। तब ऐसा रिजल्ट निकला
अब 5 दिन में पुनः मूल्यांकन हो रहा है तो रिजल्ट कैसा निकलेगा आप समझ सकते हैं