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समाजवादी पार्टी : होइन्हे वही जो अखिलेश रची राखा , नही तो शुक्रवार को बाहर जाएंगे शिवपाल चाचा

अखिलेश की शर्त मानकर ही सपा में रह पाएंगे शिवपाल
मुलायम सिंह ने भी भाई से किया किनारा

    मधुसूदन सिंह
    लखनऊ 6 सितंबर 2018 ।।
    समाजवादी पार्टी(सपा) में उठे सियासी बवाल पर अब कभी भी परदा गिर सकता है । शुक्रवार तक आरपार पर फैसला लिया जा सकता है । एक बार फिर से समझौते की बात कुर्सी की खींचतान पर ही आकर रुक गई है ।अखिलेश यादव खेमा शिवपाल की शर्त को मान चुका है । लेकिन समझौते की इस आखिरी कोशिश में बात मुलायम सिंह यादव पर आकर अटक गई है । हालांकि बात न बनने की सूरत में अखिलेश यादव ने शिवपाल के खिलाफ बड़ा कदम उठाने का अल्टीमेटम भी दे दिया है ।अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल को फैसला लेने का शुक्रवार तक का समय देते हुए स्पष्ट संकेत दिया है कि समाजवादी पार्टी में अब वही होगा जो अखिलेश ने रची राखा , विरोध करने वाले बाहर जाएंगे चाहे क्यो न हो शिवपाल चाचा ।
    सूत्रों की मानें तो बुधवार की शाम मुलायम सिंह के आवास पर अखिलेश और शिवपाल में सुलहनामे के लिए बैठक बुलाई गई थी । बैठक की शुरुआत में तो सिर्फ परिवार के लोग ही शामिल थे. लेकिन बैठक शुरु होने के आधे घंटे बाद सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान और कोषाध्यक्ष संजय सेठ भी बैठक में पहुंच गए थे. गौरतलब रहे कि इस सुलहनामे की कमान ये दोनों नेता ही संभाले हुए हैं ।
    2022 में जीत मिलने पर हम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ही बनाएंगे
    लेकिन शिवपाल की इस शर्त को सिरे से ही खारिज कर दिया गया ।सूत्रों का कहना है कि खुद मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से इंकार कर दिया और कहा कि शिवपाल अब आपको जो भी फैसला लेना है वो शुक्रवार तक लेकर हमें बता दो ।वहीं सूत्रों का कहना है कि बैठक के बाद अखिलेश ने खुला अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर बात बन जाती है तो ठीक है । अगर ऐसा नहीं होता है तो पार्टी से निष्कासन का पत्र तैयार कराइए ।