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बलिया :महिलाओ के प्रति होने वाले यौन दुराचारों को रोकने के लिये जनजागरण की आवश्यकता --डॉ (सुश्री)स्वराज विद्वान

महिलाओ के प्रति होने वाले यौन दुराचारों को रोकने के लिये जनजागरण की आवश्यकता --डॉ स्वराज विद्वान



मधुसूदन सिंह की रिपोर्ट
बलिया 29 सितम्बर 2018 ।। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ स्वराज विद्वान ने महिलाओ खासकर नाबालिग बच्चियों के साथ होने यौन दुराचारों के लिये दूषित मानसिकता वाले व्यक्तियों को जिम्मेदार ठहराते हुए इस पर लगाम लगाने के लिये जनजागरण की आवश्यकता है बल दिया है । डॉ स्वराज ने कहा कि विकृत मानसिकता को समाज से हटाए बिना ऐसे अपराधों और अपराधियों पर नियंत्रण नही किया जा सकता है । डॉ स्वराज ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग द्वारा अनुसूचित जाति के लोगो को दी जाने वाली सहायताओं के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि अभी जन जागृति के अभाव में इस समुदाय के लोगो को आयोग से मिलने वाली ज्यादेतर सहायताओं के बारे में पता ही नही है । कहा कि जैसे किसी किसी दूसरी जाति या धर्म के लोगो द्वारा किसी अनुसूचित जाति के पुरुष या महिला की हत्या की जाती है तो पीड़ित परिवार को सरकार द्वारा आठ लाख पच्चीस हजार रुपये की सहायता , सभी नाबालिगों की शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी , पीड़ित पति/पत्नी/माता में से किसी एक को प्रतिमाह पांच हजार रुपये , सरकारी नौकरी देने के प्राविधान है , वही तीन माह तक पीड़ित परिवार को अहेतुक सहायता के रूप में घर खर्च के पूरे सामान दिया जाता है । वैसे ही अगर अनुसूचित जाति की महिला के साथ सामूहिक बलात्कार होता है तो आठ लाख पच्चीस हजार की सरकारी सहायता और अगर एक व्यक्ति द्वारा बलात्कार किया जाता है तो दो लाख पच्चीस हजार रुपये सरकार से सहायता स्वरूप मिलते है । कहा कि भीमपुरा थाना के दोनों हत्या के मामलों में पीड़ित परिवारों को प्रथम किश्त के रूप में चार लाख बारह हजार पांच सौ मिल चुके है , शेष जल्द मिल जाएगा । डॉ स्वराज ने कहा कि अनुसूचित जाति की महिलाओं पर या पुरुषों पर जो अत्याचार हो रहे है वे इस वर्ग में अशिक्षा के कारण ज्यादे है । आवश्यकता है इस वर्ग को ज्यादे से ज्यादे शिक्षित करने की, जिससे ये लोग अपने अधिकारों को जान और हासिल कर सके । भाजपा शासित प्रदेशों में नाबालिग बच्चियों और महिलाओ के ऊपर सर्वाधिक यौन दुराचारों के मामले होने के सवाल पर डॉ स्वराज ने कहा कि ऐसे अपराध दूषित मानसिकता के लोग करते है जो किसी भी पार्टी की सरकार हो करते है । आवश्यकता है ऐसे लोगो को तत्काल कड़ी से कड़ी सजा देकर ऐसी मानसिकता के लोगो के दिलो में दहशत पैदा करने की , जिससे ऐसे घिनौने कृत्य करने के पहले अंजाम के बारे में सौ बार सोचें । डॉ स्वराज ने कहा कि इसमें समाज को भी आगे बढ़ना होगा और प्रबुद्धजनों को ऐसी दुखद घटनाओ को रोकने के लिये जनजागरण करके समाज मे ऐसी मानसिकता वाले लोगो को अलग थलग करना होगा । डॉ(सुश्री) स्वराज विद्वान ने उपरोक्त बाते लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में मीडिया कर्मियों के साथ प्रेसवार्ता में कही । इस प्रेस वार्ता के समय इनके पीएस मोहन जोगिला भी मौजूद रहे ।



राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य ने जाना बलिया में अनुसूचित जाति के लोगो के खिलाफ अपराधों का हाल
भीमपुरा थाना पर की अपनी भृकुटी टेढ़ी
डीएम एसपी समाज कल्याण अधिकारी संग की बैठक
बलिया 29 सितम्बर 2018 ।।
   महिलाओ से सम्बंधित संगोष्ठी में बलिया आयी राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ(सुश्री) स्वराज विद्वान ने बलिया के आला अधिकारियों संग अनुसूचित जाति के लोगो पर हुए अत्याचारों की समीक्षा बैठक की । डीएम , एसपी, समाज कल्याण अधिकारी संग बैठक में बताया गया कि बलिया में अनुसूचित जाति के लोगो पर हुए अत्याचारों के जनपद में कुल 92 मामले दर्ज है जिनमे से 90 छोटे मोटे और जमीन सम्बन्धी है जबकि 2 मामले अनुसूचित जाति के एक पुरुष और एक  महिला की हत्या का है । दुर्भाग्यवश दोनो ही मामले भीमपुरा थाने के ही है और इनमें चार्जशीट लगाने की गति काफी धीमी है । इस थाने के प्रति माननीया सदस्य ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए एसपी बालिया से इस थाने पर नजर रखकर ऐसी घटनाओं को रोकने की हिदायत दी ।