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पेट्रोल डीजल की कीमत में आज फिर उछाल , शिव सेना ने पोस्टर लगाकर कसा तंज ,क्या यही है अच्छे दिन !

नहीं थम रही पेट्रोल-डीजल की कीमतें, दिल्ली-मुंबई में आज फिर नई ऊंचाई पर दाम

    9 सितंबर 2018 ।।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रविवार को फिर पेट्रोल-डीजल की कीमत उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल की कीमतें 80.47 रुपये प्रति लीटर हो गई है. वहीं, मुंबई में रविवार को पेट्रोल 87.89 रुपये प्रति लीटर है जो शनिवार को 87.86 रुपये था.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कीमतें फिलहाल घटने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है, क्योंकि रुपया कमजोर है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. ऐसे में विदेशों से कच्चा तेल खरीदना महंगा हो गया है. इसीलिए कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. ऐसे में सरकार टैक्स घटाकर कीमतें कम कर सकती है ।

पेट्रोल-डीज़ल के नए भाव- एचपीसीएल की वेबसाइट पर दिए रेट्स के अनुसार

दिल्ली
पेट्रोल: 80.50 रुपये/लीटर
डीजल: 72.61 रुपये/लीटर

मुंबई
पेट्रोल: 87.89 रुपये/लीटर
डीजल: 77.09 रुपये/लीटर

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कोलकाता
पेट्रोल: 83.39 रुपये/लीटर
डीजल: 75.46 रुपये/लीटर

क्यों बढ़ रहे हैं पेट्रोल-डीजल के दाम- पेट्रोल और डीजल के लगातार बढ़ते दामों के लिए गिरता रुपया और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें जिम्मेदार हैं. डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार गिरावट जारी है. कच्चा तेल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहा है. इसके चलते तेल कंपनियों की लागत में भी इजाफा हो रहा है.

शिव सेना ने पोस्टर लगा कर कसा तंज -क्या यही है अच्छे दिन

इस बीच महाराष्ट्र में सत्ताधारी बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी मुंबई में कई जगहों पर पोस्टर लगाकर लगाकर मोदी सरकार के 'अच्छे दिन' वादे पर कटाक्ष किया है.

तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को कहा कि एक मजबूत अर्थव्यवस्था वाले भारत को पेट्रोल-डीजल में भारी उछाल पर बिना गहराई से सोचे झटके में कोई निर्णय करने से बचाना चाहिए. उनकी बात से लगता है कि सरकार फिलहाल डीजल पेट्रोल पर कर में कोई कटौती करने के मूड में नहीं है.

प्रधान ने वैश्विक आवागमन सम्मेलन 'मूव' के दौरान अलग से बातचीत में कहा कि अमेरिकी डॉलर की मजबूती, उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन बढ़ाने का वायदा पूरा न करने तथा ईरान, वेनेजुएला और तुर्की में उत्पादन के बाधित होने के कारण कच्चे तेल की कीमतें ऊंची हुई हैं. उन्होंने कहा, 'एक मजबूत और सबसे तेजी से वृद्धि करती प्रमुख अर्थव्यवस्था होने के नाते भारत को बिना सोचे समझे कोई कदम नहीं उठाना चाहिए. हमें थोड़ा इंतजार करना चाहिए ।