बलिया में दुश्मनो के सीने में तिरंगा गाड़ने वाले सेना के जवान पर पुलिस ने बर्बरता से चलाई लाठियां
Ballia big breaking
दुश्मनो के सीने में तिरंगा गाड़ने वाले सेना के जवान पर पुलिस ने बर्बरता से चलाई लाठियां
सैकड़ो लोगो के बीच पीटता रहा जवान , पुलिसिया खौफ से किसी ने नही खोली जबान
क्या देश की रक्षा का यही है इनाम !
बलिया पुलिस की हैवानियत, सेना के जवान को लाठियों से पीटा, फिर थाने में दी गालियां और हथकड़ी लगा पहुंचाया हवालात.....
सीएम योगी जी देखिये बलिया पुलिस की हैवानियत की दास्तान
मधुसूदन सिंह की रिपोर्ट
बलिया 17 सितम्बर 2018 ।।
केंद्र की मोदी सरकार जिस सेना के जवानों के दम पर पाकिस्तान , चीन के साथ आंख से आंख मिलाकर बात करती है , सेना के जवानों के मान सम्मान को लेकर चिंतित रहती है वही सूबे के योगी सरकार की पुलिस सेना के जवानों की इज्जत करना तो दूर ,सम्मान से बात करने की कौन कहे मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देकर बेरहमी से लाठिया बरसा रही है ।जी हां हम बात करते है उत्तर प्रदेश के बलिया की जहां फेफना थाने के पिकेट पर एक ट्रांसफर हुए सेना का जवान जो ब्रेक जर्नी पर अपने पैतृक गांव आया है , और उसको पिकेट के पास गाड़ी खड़ी करने की सजा ऐसी मिलेगी आर्मी के जवान को सपने में भी उम्मीद नही थी । गाड़ी हटाने की बात कहने वाले पुलिस के सिपाही ने जब जवान को मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देनी शुरू की तो सेना के जवान ने इसका विरोध किया तो चार चार सिपाहियों ने मिलकर सेना के जवान पर ऐसे दरिंदगी के साथ लाठियां सरेआम बरसायी मानो कोई देश का सबसे बड़ा आतंकी या अपराधी हो । सैकड़ो लोग तमाशबीन रहे पर पुलिसिया खौफ से किसी मे इतनी हिम्मत नही हुई कि इस दरिंदगी से सेना के जवान को बचा सके । बलिया पुलिजगह की इस बर्बर कार्यवाई से सेना के जवानों में क्या संदेश जाएगा ,कहा नही जा सकता । इसके वावजूद जहां पुलिस अधीक्षक बलिया सेना के जवान के नशे में होकर सिपाहियों के साथ अभद्र व्यवहार करने को इस घटना का कारण बता रही है लेकिन इस छोटी सी झड़प में सरेआम एक सरकारी कर्मचारी को चार चार पुलिस वाले बीच सड़क पर सैकड़ो लोगो के सामने जमकर लाठियो से पीट पिट कर जानवरो की तरह कैसे थाने ले जा रहे है , इसका जबाब नही दी है । क्या सेना के जवान सीमा पर रात दिन जग कर इसी लिये दुश्मनो का मुकाबला करके सीमा को सुरक्षित रखते है कि घर जाने पर स्थानीय पुलिस लाठियो से उनकी खिदमत करे ? सीओ सिटी और एसपी बलिया तो जांच कर कार्यवाई की बात कर रहे है लेकिन ये लाइव तस्वीरे चीख चीख कर बर्बरता की खुली गवाही कर रही है।क्या सीएम योगी की बलिया पुलिस के ऊपर किसी का जोर नही है ।पीड़ित आर्मी के जवान की माने तो पुलिस पिकेट पर माँ और बहन की गलियां देकर 4 -4 पुलिस वाले उसे बेरहमी से पिटे है , अब यह जवान इंसाफ की गुहार लगा रहा है।SP की माने तो आर्मी का जवान पुलिस वालों से बदसुलूकी किया था उसे पुलिस वालों ने नही मारा वह नसे की हालत में था उसके खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
Vo1-जरा इन तस्वीरों को गौर से देखिए-- कैसे चार चार पुलिस वाले एक सेना के जवान को, कैसे बर्बरता के साथ लाठियो से बीच सड़क पर पिट रहे है और आम जनता मूकदर्शक बनी हुई यह सब देख रही है । यह तस्वीरे फेफना थाने के पिकेट की है जहाँ आर्मी का जवान फेफना थाना क्षेत्र के ही मिलकंनवा गांव रहने वाला है।पीड़ित जवान की माने तो वह दिल्ली से बंगाल ट्रांसफर पर ब्रेक जर्नी पर अपने गांव आया था और फेफना पिकेट पर अपनी गाड़ी खड़ी कर कही गया तो पुलिस वाले ने उसे माँ, बहन की गलियां देने लगे और जब जवान ने इसका विरोध किया तो उसे चार चार पुलिस वाले जमकर पीटने लगे अब वह न्याय की गुहार लगा रहा है।
Bite- सुनील यादव (आर्मी का जवान )
Vo2-जिन हाथो में देश की हिफाजत के लिए बारूद होता है उसके हाथों में हथकड़ी लगी है वह भी सिर्फ इसलिए कि वह पुलिस वालों की मुंह से अपनी माँ बहन की गालिया नही सुन सका,उसने विरोध किया तो उसे लाठियो से पीटा गया।पुलिस अधीक्षक के बयान को गौर से सुनिए आर्मी के जवान को पुलिस वालों ने नही मारा ।मगर दूसरी तरफ तस्वीर देखिये कैसे पुलिस वाले पिट रहे है।फिलहाल sp की माने तो आर्मी का जवान को पुलिस वालों ने नही मारा ।
Bite- श्रीपर्णा गांगुली ( SP ballia )
Vo3- co city की माने तो फेफना पुलिस पिकेट पर एक आर्मी का जवान गाड़ी खड़ा कर दिया और उसे हटाने के लिए पुलिस वाले बोले तो वह बदसुलूकी करने लगा ।अब जवान के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है ।
Bite- arun singh (co city ballia )
Vo 1- सबसे बड़ा सवाल की आखिर क्यो सैकड़ो लोगो की भीड़ मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही थी। शायद ये लोग भूल गए है कि यह वही सेना का जवान है जिस सेना के बल पर मोदी सरकार पाकिस्तान और चीन पर गरजती है।जिस सेना के बल पर हम चैन की नींद सोते है।जिस सेना के जवानों के बल पर सर्जिकल स्ट्राइक कर हमारा सीना 56 इंच का हो जाता है। आखिर जनता का मूकदर्शक बनकर तमाशबीन बनना कही बलिया पुलिस की दरिंदगी से खौफ तो नही ?
सैकड़ो लोगो के बीच पीटता रहा जवान , पुलिसिया खौफ से किसी ने नही खोली जबान
क्या देश की रक्षा का यही है इनाम !
बलिया पुलिस की हैवानियत, सेना के जवान को लाठियों से पीटा, फिर थाने में दी गालियां और हथकड़ी लगा पहुंचाया हवालात.....
सीएम योगी जी देखिये बलिया पुलिस की हैवानियत की दास्तान
मधुसूदन सिंह की रिपोर्ट
बलिया 17 सितम्बर 2018 ।।
Vo1-जरा इन तस्वीरों को गौर से देखिए-- कैसे चार चार पुलिस वाले एक सेना के जवान को, कैसे बर्बरता के साथ लाठियो से बीच सड़क पर पिट रहे है और आम जनता मूकदर्शक बनी हुई यह सब देख रही है । यह तस्वीरे फेफना थाने के पिकेट की है जहाँ आर्मी का जवान फेफना थाना क्षेत्र के ही मिलकंनवा गांव रहने वाला है।पीड़ित जवान की माने तो वह दिल्ली से बंगाल ट्रांसफर पर ब्रेक जर्नी पर अपने गांव आया था और फेफना पिकेट पर अपनी गाड़ी खड़ी कर कही गया तो पुलिस वाले ने उसे माँ, बहन की गलियां देने लगे और जब जवान ने इसका विरोध किया तो उसे चार चार पुलिस वाले जमकर पीटने लगे अब वह न्याय की गुहार लगा रहा है।
Bite- सुनील यादव (आर्मी का जवान )
Vo2-जिन हाथो में देश की हिफाजत के लिए बारूद होता है उसके हाथों में हथकड़ी लगी है वह भी सिर्फ इसलिए कि वह पुलिस वालों की मुंह से अपनी माँ बहन की गालिया नही सुन सका,उसने विरोध किया तो उसे लाठियो से पीटा गया।पुलिस अधीक्षक के बयान को गौर से सुनिए आर्मी के जवान को पुलिस वालों ने नही मारा ।मगर दूसरी तरफ तस्वीर देखिये कैसे पुलिस वाले पिट रहे है।फिलहाल sp की माने तो आर्मी का जवान को पुलिस वालों ने नही मारा ।
Bite- श्रीपर्णा गांगुली ( SP ballia )
Vo3- co city की माने तो फेफना पुलिस पिकेट पर एक आर्मी का जवान गाड़ी खड़ा कर दिया और उसे हटाने के लिए पुलिस वाले बोले तो वह बदसुलूकी करने लगा ।अब जवान के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है ।
Bite- arun singh (co city ballia )
Vo 1- सबसे बड़ा सवाल की आखिर क्यो सैकड़ो लोगो की भीड़ मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रही थी। शायद ये लोग भूल गए है कि यह वही सेना का जवान है जिस सेना के बल पर मोदी सरकार पाकिस्तान और चीन पर गरजती है।जिस सेना के बल पर हम चैन की नींद सोते है।जिस सेना के जवानों के बल पर सर्जिकल स्ट्राइक कर हमारा सीना 56 इंच का हो जाता है। आखिर जनता का मूकदर्शक बनकर तमाशबीन बनना कही बलिया पुलिस की दरिंदगी से खौफ तो नही ?