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आरक्षण जारी रहने पर लोक सभा अध्यक्ष ने किया सवाल : क्या हमेशा के लिये आरक्षण दिया जाना ठीक है !

आंबेडकर भी सिर्फ 10 सालों के लिए आरक्षण चाहते थे: सुमित्रा महाजन



1 अक्टूबर 2018 ।।

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि क्या शिक्षा और नौकरियों में हमेशा के लिए आरक्षण दिया 
जाना ठीक है. उन्होंने कहा, "बाबा साहब भीम राव
 अम्बेडकर  केवल 10 सालों के लिए ही रिज़र्वेशन चाहते
 थे । क्या रिज़र्वेशन से देश का कल्याण होगा." देश को 
आगे बढ़ाने और सामाजिक समरसता के लिए उन्होंने
 बीआर आंबेडकर के पदचिह्नों पर चलने के लिए कहा.
 उन्होंने कहा, "जब तक हम देशभक्ति की भावना को
 नहीं बढ़ायेंगे तब तक देश का विकास संभव नहीं है."।

उन्होंने रांची में चार दिवसीय ‘लोकमंथन’ कार्यक्रम के आखिरी दिन अपने समापन संबोधन में कहा कि दुनिया भारतीय संस्कृति को सम्मान की नजर से देखती है.
लेकिन क्या हम इस ओर देख रहे हैं कि यह
आत्मनिरीक्षण का मामला है ।
सुमित्रा महाजन ने पार्लियामेंट की भूमिका को भी कठघरे
 में खड़ा करते हुए कहा कि संसद भी आरक्षण को सिर्फ
आगे बढ़ाता रहा. हर बार दस साल के लिए आरक्षण बढ़ा
दिया गया. एक बार तो इसे 20 साल के लिए आगे बढ़ा
दिया गया, आखिर ऐसा कब तक चलेगा. इसे आगे बढ़ाते
रहने के पीछे क्या सोच है? उन्होंने कहा, "हमारे लिए सभी
 धर्म समान हैं. आज देश और समाज को तोड़ने वाली
ताकतें सक्रिय हैं. सरल स्वभाव वाले आदिवासियों का
धर्म परिवर्तन किया गया. लेकिन, हमारी सरकार ने धर्म परिवर्तन विरोधी कानून बनाया है."।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि आरक्षण को लेकर
सभी दलों को मिलकर विचार विमर्श करना चाहिए.
 कानून में संशोधनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,
 "सभी राजनीतिक दलों को इस विषय में मिलकर
विचार-विमर्श करना चाहिए. इस मुद्दे पर राजनीति
 नहीं की जा सकती, क्योंकि कानून का मूल स्वरूप
 बरकरार रखने के लिये संसद में सभी पार्टियों ने
मतदान किया था."।

महाजन ने लोकमंथन के पहले दिन के वैंकैया नायडू
 के भाषण का भी ज़िक्र किया जिसमें नायडू ने कहा
 था, "देश सबसे पहले आना चाहिए. लोगों को जन,
 गण, मन के बारे में सोचना चाहिए. लोगों को देश के
 इतिहास और साहित्य के बारे में भी जानकारी होनी
 चाहिए."।

गायों की ठीक ढंग से देखभाल किए जाने पर ज़ोर देते 
हुए उन्होंने कहा कि लोगों को गायों के लिए चारा दान 
देना चाहिए और उनकी ठीक ढंग से देखभाल करनी 
चाहिए. महाजन ने कहा नारियों का सम्मान करना
बहुत ज़रूरी है ।
 नारी समाज को दिशा देती है. अपनी इंग्लैंड यात्रा का
ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक गार्ड को भी पता
 था कि कोहिनूर हीरे की उत्पत्ति भारत में हुई है.
 उन्होंने युवाओं से आगे बढ़ने का आह्वान किया ।