बलिया : महिला हेल्पलाइन 181 की लगातार दूसरी सफलता , दो दिन के अंतराल में किया दूसरा गुड वर्क
महिला हेल्पलाइन 181 की लगातार दूसरी सफलता
दो दिन के अंतराल में किया गुड वर्क
तीन सदस्यी टीम ने बचायी नवजात बच्ची की जान
बलिया 6 अक्टूबर 2018 ।।
लगभग 6 माह पहले रेलवे स्टेशन से गुम होकर दिल्ली पहुंची 8 वर्षीय बच्ची अम्पा को गुरुवार को उनके परिजनों को सुपुर्द करने के बाद आज महिला हेल्प लाइन 181 की बलिया की टीम ने सूचना मिलते ही मात्र 25 मिनट में नवजात बच्ची का रेस्क्यू करके जान बचाने का काम की है । यह नवजात बच्ची लगभग 1.5 किलो ग्राम की और शुक्रवार के भोर में शायद पैदा हुई बतायी जा रही है । बच्ची की हालत खराब होने के कारण उसे महिला अस्पताल के आईसीयू के बच्चों के सघन चिकित्सा केंद्र में रखी गयी है जहाँ इलाज चल रहा है ।बच्ची की देखभाल स्थानीय चाइल्ड लाइन की टीम चिकित्सको के साथ कर रही है । बताया जाता है कि बांसडीह कोतवाली थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के वीरप्रताप सिंह , धर्मपाल मौर्य ने महिला हेल्प लाइन लखनऊ को फोन करके लावारिस नवजात बच्ची के मिलने की सूचना दिये । लखनऊ की टीम ने बलिया की टीम को सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर इसकी सूचना दी ।सूचना मिलने के साथ बलिया की टीम मात्र 25 मिनट में ही पहुंचकर 10 बजकर 17 मिनट पर बच्ची को स्थानीय निवासी जयराम राजभर से सुपुर्दगी लेकर तुरंत बलिया के लिये चल दी और महिला अस्पताल में भर्ती करा दिया । बता दे कि बच्ची की हालत बहुत ही नाजुक थी । बच्ची सुपुर्दगी लेने वाली काउंसलर चन्दा साहनी ने बताया कि बच्ची की हालत अत्यंत खराब होने के कारण कई बार मैं और मेरी सहयोगी प्रतिमा चौधरी बेचैन होकर धड़कन देखने लगती थी । ईश्वर का शुक्र है कि बच्ची अब सुरक्षित दिख रही है । इस बच्ची को बचाने वाली महिला हेल्प लाइन 181 की टीम में प्रतिमा यादव , चन्दा साहनी और सतीश कुमार सिंह है ।
दो दिन के अंतराल में किया गुड वर्क
तीन सदस्यी टीम ने बचायी नवजात बच्ची की जान
बलिया 6 अक्टूबर 2018 ।।
लगभग 6 माह पहले रेलवे स्टेशन से गुम होकर दिल्ली पहुंची 8 वर्षीय बच्ची अम्पा को गुरुवार को उनके परिजनों को सुपुर्द करने के बाद आज महिला हेल्प लाइन 181 की बलिया की टीम ने सूचना मिलते ही मात्र 25 मिनट में नवजात बच्ची का रेस्क्यू करके जान बचाने का काम की है । यह नवजात बच्ची लगभग 1.5 किलो ग्राम की और शुक्रवार के भोर में शायद पैदा हुई बतायी जा रही है । बच्ची की हालत खराब होने के कारण उसे महिला अस्पताल के आईसीयू के बच्चों के सघन चिकित्सा केंद्र में रखी गयी है जहाँ इलाज चल रहा है ।बच्ची की देखभाल स्थानीय चाइल्ड लाइन की टीम चिकित्सको के साथ कर रही है । बताया जाता है कि बांसडीह कोतवाली थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के वीरप्रताप सिंह , धर्मपाल मौर्य ने महिला हेल्प लाइन लखनऊ को फोन करके लावारिस नवजात बच्ची के मिलने की सूचना दिये । लखनऊ की टीम ने बलिया की टीम को सुबह 9 बजकर 42 मिनट पर इसकी सूचना दी ।सूचना मिलने के साथ बलिया की टीम मात्र 25 मिनट में ही पहुंचकर 10 बजकर 17 मिनट पर बच्ची को स्थानीय निवासी जयराम राजभर से सुपुर्दगी लेकर तुरंत बलिया के लिये चल दी और महिला अस्पताल में भर्ती करा दिया । बता दे कि बच्ची की हालत बहुत ही नाजुक थी । बच्ची सुपुर्दगी लेने वाली काउंसलर चन्दा साहनी ने बताया कि बच्ची की हालत अत्यंत खराब होने के कारण कई बार मैं और मेरी सहयोगी प्रतिमा चौधरी बेचैन होकर धड़कन देखने लगती थी । ईश्वर का शुक्र है कि बच्ची अब सुरक्षित दिख रही है । इस बच्ची को बचाने वाली महिला हेल्प लाइन 181 की टीम में प्रतिमा यादव , चन्दा साहनी और सतीश कुमार सिंह है ।