बलिया में राइस मिलर्स ने किया हड़ताल का ऐलान कहा न कराएंगे सत्यापन , न करेंगे एग्रीमेंट सोमवार को पांच सूत्री मांगों वाला सीएम को भेजेंगे डीएम के माध्यम से पत्रक
बलिया में राइस मिलर्स ने किया हड़ताल का ऐलान
कहा न कराएंगे सत्यापन , न करेंगे एग्रीमेंट
सोमवार को पांच सूत्री मांगों वाला सीएम को भेजेंगे डीएम के माध्यम से पत्रक
बलिया 20 अक्टूबर 2018 ।। दी यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन कानपुर के आह्वान पर बलिया की जिला इकाई ने नगर के एक होटल में आवश्यक बैठक की । बैठक में मिलर्स ने जोरदार तरीके से मिल चलाने में आ रही दिक्कतों को सामने रखते हुए सरकार की धान खरीद नीति को मिलरों के खिलाफ बताया । सभी सदस्यों ने एक स्वर में द यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा पूरे प्रदेश में मिलो के सत्यापन और एग्रीमेंट न कराने के साथ खड़े होकर पूर्ण हड़ताल का ऐलान किया । सदस्यों को एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे जाने वाले पत्रक के बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कन्हैया यादव पूर्व रिजिनल चेयरमैन आजमगढ़ ने कहा कि बलिया जनपद की जलवायु ऐसी नही है कि 67 प्रतिशत कुटाई के बाद चावल निकले । हमारी मांग है कि पूर्व की भांति 67 प्रतिशत की जगह 62 प्रतिशत किया जाय । एक देश एक टैक्स की तर्ज पर जीएसटी लागू किया गया , जिसके कारण हमारे पड़ोसी राज्यो में मंडी शुल्क समाप्त कर दिया गया है लेकिन यूपी में आज भी ढाई प्रतिशत मंडी शुल्क लागू है , इसको समाप्त किया जाय । जिलाध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद गुप्त ने अन्य बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धान कुटाई के लिये हमको वर्ष 1999 से 10 रुपया प्रति कुंतल कुटाई चार्ज दिया जा रहा है जो हास्यास्पद और मिलरों के साथ नाइंसाफी है । सन 1999 में जब यह दर निर्धारित की गई थी तब डीजल की दर रुपये 8.25 थी जबकि आज की दर सबको पता है । यही नही उस समय प्रति लेबर रुपये 80 मात्र मजदूरी दी जाती थी जबकि आज रुपये 350 तक देनी पड़ रही है । यही नही मोटर पार्ट्स और बिजली के बिल में भी बेतहासा वृद्धि हुई है । इस कारण हमारी मांग है कि सरकार कुटाई की दर को 10 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये करने की कृपा करें । कहा कि मिलरों को चावल ढुलाई का चार्ज मात्र 40 किमी का ही दिया जाता है जबकि यह मिल से गोदाम तक के किमी के हिसाब से मिलना चाहिये । कहा कि बलिया बागियों की धरती है और जोरजबरदस्ती व तानाशाही का हमेशा विरोध करने वाली धरती है । बलिया के मिलरों ने आज यह निर्णय कर लिया है कि जबतक सरकार हमारी मांगो को पूरा नही करती है तबतक जनपद का कोई भी मिलर न तो अपनी मिलो का सत्यापन करायेगा , न ही एग्रीमेंट । बैठक में सर्व सम्मति से सोमवार को जिलाधिकारी बलिया के माध्यम से एक पत्रक सीएम को भेजेंगे और अपनी मांगों को पूर्ण करने का अनुरोध करेंगे ,का निर्णय किया गया। साथ ही जबतक मांगे पूरी नही हो जाती तब तक जनपद में राईस मिलर्स पूर्ण हड़ताल रखेंगे । बैठक की अध्यक्षता राजेश सिंह ने और संचालन कन्हैया यादव ने किया ।
बैठक में अन्य प्रमुख वक्ताओं में महामंत्री राजेश चौरसिया ,उपाध्यक्ष ध्रुव नारायण सिंह ,कोषाध्यक्ष शिवजी गुप्ता ,संगठन मंत्री सुरेश गुप्ता ,उपेंद्र नाथ यादव ,रणधीर सिंह,सुदिष्ट नारायण सिंह,सचितानन्द, हरेंद्र कुमार ,आनन्द कुमार मिश्र,अशोक कुमार गुप्ता,आनन्द कुमार सिंह,सोनू सिंह,अजय केशरी एवं रामकेवल प्रसाद रहे ।
कहा न कराएंगे सत्यापन , न करेंगे एग्रीमेंट
सोमवार को पांच सूत्री मांगों वाला सीएम को भेजेंगे डीएम के माध्यम से पत्रक
बलिया 20 अक्टूबर 2018 ।। दी यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन कानपुर के आह्वान पर बलिया की जिला इकाई ने नगर के एक होटल में आवश्यक बैठक की । बैठक में मिलर्स ने जोरदार तरीके से मिल चलाने में आ रही दिक्कतों को सामने रखते हुए सरकार की धान खरीद नीति को मिलरों के खिलाफ बताया । सभी सदस्यों ने एक स्वर में द यूपी राइस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा पूरे प्रदेश में मिलो के सत्यापन और एग्रीमेंट न कराने के साथ खड़े होकर पूर्ण हड़ताल का ऐलान किया । सदस्यों को एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे जाने वाले पत्रक के बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कन्हैया यादव पूर्व रिजिनल चेयरमैन आजमगढ़ ने कहा कि बलिया जनपद की जलवायु ऐसी नही है कि 67 प्रतिशत कुटाई के बाद चावल निकले । हमारी मांग है कि पूर्व की भांति 67 प्रतिशत की जगह 62 प्रतिशत किया जाय । एक देश एक टैक्स की तर्ज पर जीएसटी लागू किया गया , जिसके कारण हमारे पड़ोसी राज्यो में मंडी शुल्क समाप्त कर दिया गया है लेकिन यूपी में आज भी ढाई प्रतिशत मंडी शुल्क लागू है , इसको समाप्त किया जाय । जिलाध्यक्ष गजेंद्र प्रसाद गुप्त ने अन्य बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धान कुटाई के लिये हमको वर्ष 1999 से 10 रुपया प्रति कुंतल कुटाई चार्ज दिया जा रहा है जो हास्यास्पद और मिलरों के साथ नाइंसाफी है । सन 1999 में जब यह दर निर्धारित की गई थी तब डीजल की दर रुपये 8.25 थी जबकि आज की दर सबको पता है । यही नही उस समय प्रति लेबर रुपये 80 मात्र मजदूरी दी जाती थी जबकि आज रुपये 350 तक देनी पड़ रही है । यही नही मोटर पार्ट्स और बिजली के बिल में भी बेतहासा वृद्धि हुई है । इस कारण हमारी मांग है कि सरकार कुटाई की दर को 10 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये करने की कृपा करें । कहा कि मिलरों को चावल ढुलाई का चार्ज मात्र 40 किमी का ही दिया जाता है जबकि यह मिल से गोदाम तक के किमी के हिसाब से मिलना चाहिये । कहा कि बलिया बागियों की धरती है और जोरजबरदस्ती व तानाशाही का हमेशा विरोध करने वाली धरती है । बलिया के मिलरों ने आज यह निर्णय कर लिया है कि जबतक सरकार हमारी मांगो को पूरा नही करती है तबतक जनपद का कोई भी मिलर न तो अपनी मिलो का सत्यापन करायेगा , न ही एग्रीमेंट । बैठक में सर्व सम्मति से सोमवार को जिलाधिकारी बलिया के माध्यम से एक पत्रक सीएम को भेजेंगे और अपनी मांगों को पूर्ण करने का अनुरोध करेंगे ,का निर्णय किया गया। साथ ही जबतक मांगे पूरी नही हो जाती तब तक जनपद में राईस मिलर्स पूर्ण हड़ताल रखेंगे । बैठक की अध्यक्षता राजेश सिंह ने और संचालन कन्हैया यादव ने किया ।
बैठक में अन्य प्रमुख वक्ताओं में महामंत्री राजेश चौरसिया ,उपाध्यक्ष ध्रुव नारायण सिंह ,कोषाध्यक्ष शिवजी गुप्ता ,संगठन मंत्री सुरेश गुप्ता ,उपेंद्र नाथ यादव ,रणधीर सिंह,सुदिष्ट नारायण सिंह,सचितानन्द, हरेंद्र कुमार ,आनन्द कुमार मिश्र,अशोक कुमार गुप्ता,आनन्द कुमार सिंह,सोनू सिंह,अजय केशरी एवं रामकेवल प्रसाद रहे ।