सीएम थे तो कच्छ से सरदार भगाये गये , अब पीएम है तो गुजरात से उत्तर भारतीय भगाये जा रहे है , क्या यही है गुजरात मॉडल - प्रमोद तिवारी
पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने गुजरात से उत्तर भारतीयों को निकाले जाने को लेकर उठाये सवाल
कहा जिन जिन प्रदेशो में बीजेपी की सरकार है वही से उत्तर भारतीयों को क्यों निकाला जा रहा है ?
क्या यही गुजरात मॉडल है ?
पीएम मोदी को सांसद बनना था तो यूपी आये और जब कार्यकाल खत्म होने को आया तो यूपी वालो का अपमान किया जा रहा है
अमित कुमार की रिपोर्ट
लखनऊ 9 अक्टूबर 2018 ।।
पिछले तीन दिनों से गुजरात मे उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमलों और भगाये जाने की , इनके संपत्तियों को लूटने , जलाये जाने , मारने पीटने की घटनाओं के लगातार होते रहने के वावजूद पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की चुप्पी पर कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने रविवार को बयान जारी कर सवाल उठाये है । श्री तिवारी ने कहा है कि जब मोदी जी गुजरात के सीएम थे तो कच्छ से सरदारों को भगाया गया , अब जब पीएम है और कार्यकाल अंतिम दौर पर है तो उत्तर भारतीयों को भगाया जा रहा है , क्या यही गुजरात मॉडल है ? जब आप को सांसद बनना था , यूपी में बहुमत लेना था तो आपने कहा था कि मै आया नही मां गंगा ने बुलाया है , जिन मां गंगा के बेटों ने आपको सांसद ही नही बनाया बल्कि यूपी में 73 सीटे दी , गंगा मां के बेटों का गुजरात मे हो रहा है अपमान और आप चुप्प है क्या यही गुजरात मॉडल है ? आखिर भाजपा शासित राज्यो में ही उत्तर भारतीयों पर क्यो हमले हो रहे है बताएंगे आप पीएम साहब ? क्या यह गुजरात मॉडल का हिस्सा है ? जब आपको सांसद बनना था तो यूपी आये और कार्यकाल खत्म हो रहा है तो यूपी वालो को भगाया जा रहा है क्या यही गुजरात मॉडल है ? एनआरसी की बात करने वाले भाजपा अध्यक्ष ने जब हमारे लोगो के घर जलाये गये, गाड़ियां जलायी गयी , संपत्तियां जलायी और लूटी गयी,मारा पीटा गया, लेकिन अमित शाह जी ने एक शब्द नही कहा , पीएम ने जबान नही खोली, क्या यही गुजरात मॉडल है ?
हमने मोदी जी को पीएम बनाया और हम उत्तर भारतीयों को क्या मिला सिर्फ अपमान , दुत्कार , क्या यही गुजरात मॉडल है ?
श्री तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की चुप्पी गुजरात मे उत्तर भारतीयों पर हमले करने वालो के हौसले को बढ़ा रही है जिसको तत्काल रोकना केंद्र व राज्य सरकार की जिम्मेदारी है ।