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बलिया/लखनऊ : न साफ न सफाई , कैसे रहे पुलिस लाइनों में बेचारे सिपाही



न साफ न सफाई , कैसे रहे पुलिस लाइनों में बेचारे सिपाही
मधुसूदन सिंह की बेबाक रिपोर्ट

बलिया /लखनऊ 24 अक्टूबर 2018 ।।
लखनऊ पुलिस लाइन में आरआई की मनमानी के चलते सिपाहियों में बड़ी नाराजगी और आक्रोश की खबरे अभी दो दिन पहले ही सुर्खियों में थी । मामला रात बजे की अंग्रेजो के जमाने से चली आ रही गणना में अनुपस्थित 158 सिपाहियों पर रपट दर्ज कराने के बाद शुरू हुआ है । सिपाहियों ने प्रदर्शन कर आरआई के खिलाफ मोर्चा खोलकर कई गंभीर आरोप भी लगाये जिसमे सुविधा शुल्क लेकर ड्यूटी लगाने और छूट देने का आरोप प्रमुख था । सिपाहियों का आरोप था कि
पुलिस लाइन में ड्यूटी के बाद लौटे सिपाही के लिए ना तो बैरेक में ढंग की रहने की व्यवस्था, ना खाने पीने की व्यवस्था है । ऐसे में ड्यूटी के बाद सिपाही अपने अपने घर फ्रेश होने एवं खाना खाने के लिये चले जाते है जिससे गणना में पहुंचने में कभी लेट हो जाते है , इसके लिये गैरहाजिर कर देना कहां का इंसाफ है ? जो लोग आरआई को सुविधा शुल्क दे देते है उनकी रपट नही लिखी जाती है यह भी आरोप लगाया । यह भी आरोप लगाया गया कि ड्यूटी के बाद रात 8:00 बजे से पहले घर जाने के एवज में गणना मुंशी  सिपाहियों से सुविधा शुल्क वसूल करता है । इन सिपाहियों की नाराजगी इस बात को लेकर भी थी कि जब सुविधा शुल्क दे दिया गया तो इसके वावजूद रपट क्यो लिखा गया ?

  यह पुरानी खबर इस लिये पेश कर रहा हूँ कि क्योकि यह कहानी सिर्फ लखनऊ की ही नही पूरे प्रदेश के प्रत्येक पुलिस लाइन्स की है । किसी ने सोचा है कि बैरकों में निःशुल्क रहने की व्यवस्था होने के वावजूद सिपाही नागरिक बस्तियों में महंगे एक कमरे में मिया बीबी बच्चे सहित कैसे रहते है ? क्या किसी ने यह जानने की कोशिश की है दुसरो की जिंदगियों को सुरक्षित रखने के लिये दिन रात ड्यूटी करने वाले जवान जब ड्यूटी के बाद आराम करने , सोने के लिये बैरक में आता है तो जिस छत के नीचे सोता है वह सुरक्षित है ? सीएम से लेकर पीएम तक सभी लोग देश प्रदेश में प्रत्येक घर मे शौचालय बनवाने में लगे हुए है , पर किसी नेता ने यह देखने की कोशिश की कि पुलिस लाइन्स में रहने वाले जवानों के लिये बने शौचालय किस स्थिति में है ? आइये मैं आज आप लोगो को एक वायरल वीडियो के माध्यम से प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पुलिस लाइन के सूरतेहाल को दिखा रहा हूँ । आप खुद ही अंदाजा लगा लीजिये कि जब राजधानी की पुलिस लाइन की यह दशा है तो अन्य जनपदों में क्या होगी ?

बलिया एक्सप्रेस के सभी साथियों आप से अनुरोध है कि अपने अपने जनपदों के पुलिस लाइनो की बैरकों , शौचालयों , कालोनियों , भोजनालयों की वीडियो रिपोर्ट बनाकर भेजिये ताकि सबकी सुरक्षा में लगे जवानों को सुरक्षित आवास , स्वच्छ भोजनालय , स्वच्छ शौचालय के साथ साफ सुथरी कालोनी दिलवाने की इस मुहिम को अंजाम तक पहुंचाया जा सके ।