लखनऊ : बात बात में एक क्रूर सिपाही ने ली थी विवेक जी जान , आज दूसरे नेक सिपाही ने बचाई बच्ची की जान
बात बात में एक ने ली थी , आज दूसरे नेक सिपाही ने बचाई बच्ची की जान
सर्वत्र हो रहा नेक दिल सिपाही का गुणगान
अमित कुमार की रिपोर्ट
लखनऊ 8 अक्टूबर 2018 ।। लोगो के जेहन में पिछले दिनों बात बात में निजी कम्पनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या करने वाले सिपाही के चलते पुलिस की छवि क्रूरता पूर्ण कार्य करने वाले कि बनी हुई थी कि आज लखनऊ पुलिस के नौजवान सिपाही के नेक कार्य ने पुलिस की छवि को बदलने वाली साबित हुई है । बता दे कि आज निजी काम से बलरामपुर अस्पताल गये नाका थाने के सिपाही अरविंद कुमार सिंह ने इमरजेंसी वार्ड बेड नं A-15 पर अकेली लड़की अंजुम को रोता हुआ देखा । करुण हृदय अरविन्द ने जब बच्ची के बीमारी के सम्बंध में पता किया तो जानकारी मिली कि बच्ची को खून की जरूरत है । बच्ची की तड़प अरविन्द से देखी नही गयींऔर डॉक्टर से कहकर अपना खून तुरंत ही अंजुम को दिया जिसके बाद अंजुम की जिंदगी बची । हापुड़ के रहने वाले अरविन्द ने मानवता की बेहतरीन मिशाल पेश कर न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि यूपी पुलिस के सर को भी इस संक्रमणकाल में ऊंचा करने का काम किया है। अरविन्द के इस नेक कारनामे प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को यह कहने का मौका दिया है कि यूपी पुलिस जान बचाती भी है ।शाबाश अरविन्द जी हम सबको आप पर गर्व है । काश यूपी पुलिस में अधिकतर जवान ऐसे ही होते जिससे लोग पुलिस से डरते नही मित्र समझते ।
सर्वत्र हो रहा नेक दिल सिपाही का गुणगान
अमित कुमार की रिपोर्ट
लखनऊ 8 अक्टूबर 2018 ।। लोगो के जेहन में पिछले दिनों बात बात में निजी कम्पनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या करने वाले सिपाही के चलते पुलिस की छवि क्रूरता पूर्ण कार्य करने वाले कि बनी हुई थी कि आज लखनऊ पुलिस के नौजवान सिपाही के नेक कार्य ने पुलिस की छवि को बदलने वाली साबित हुई है । बता दे कि आज निजी काम से बलरामपुर अस्पताल गये नाका थाने के सिपाही अरविंद कुमार सिंह ने इमरजेंसी वार्ड बेड नं A-15 पर अकेली लड़की अंजुम को रोता हुआ देखा । करुण हृदय अरविन्द ने जब बच्ची के बीमारी के सम्बंध में पता किया तो जानकारी मिली कि बच्ची को खून की जरूरत है । बच्ची की तड़प अरविन्द से देखी नही गयींऔर डॉक्टर से कहकर अपना खून तुरंत ही अंजुम को दिया जिसके बाद अंजुम की जिंदगी बची । हापुड़ के रहने वाले अरविन्द ने मानवता की बेहतरीन मिशाल पेश कर न सिर्फ अपने परिवार का बल्कि यूपी पुलिस के सर को भी इस संक्रमणकाल में ऊंचा करने का काम किया है। अरविन्द के इस नेक कारनामे प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को यह कहने का मौका दिया है कि यूपी पुलिस जान बचाती भी है ।शाबाश अरविन्द जी हम सबको आप पर गर्व है । काश यूपी पुलिस में अधिकतर जवान ऐसे ही होते जिससे लोग पुलिस से डरते नही मित्र समझते ।