गोरखपुर : खेत मे मिला नवजात शिशु,नवजात को लेकर तरह तरह की चर्चा
गोरखपुर
खेत मे मिला नवजात शिशु,नवजात को लेकर तरह तरह की चर्चा
खजनी थाना क्षेत्र उनवल गांव में धान के खेत मे नार सहित मिला लड़का
अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर 23 अक्टूबर 2018 ।।
नगर पंचायत उनवल के वार्ड स 11मे शाम चार बजे मुहल्ले के लड़के पतंग उडा़ रहे थे । पतंग हसीब के धान के खेत मे गिर गया ।पतंग उडा रहे बच्चे पतंग लेने के लिए दौडते हुए हसीब के धान के खेत के पास पहुंचे, तब तक पगडंडी से महज तीन फीट की दूरी पर धान के खेत मे नार सहित बच्चे को देखकर डर गये, तथा बन्दर का बच्चा समझ कर ढेला चलाने लगे, ढेला नवजात शिशु के दाहिने हाथ पर लग गया, नवजात शिशु रोने लगा थोडी दूरी पर बैठी महिलाएं नवजात शिशु की रुलाई जानकर दौडी । बच्चो को हटाकर नार सहित शिशु को उठा लिया और बाहर लाकर देखा तो शिशु नार मे लिपटा रो रहा था। मुहल्ले की रहने वाली नर्स साबरा को बुलाकर नार काट कर देखा गया शिशु लड़का था । नर्स ने शिशु को साफ सुथरा कर मुहल्ले की रहने वाली नाजमा खातून को बच्चे की देख रेख हेतु दे दिया ।
नाजम खातून ने कहा कि हमारी बहन को कोई बच्चा नही है वह लखनऊ मे रहती है उसने इस शिशु को पालने की जिम्मेदारी स्वीकार कर लखनऊ से उनवल के लिए बस से चल दी है ।
नर्स साबरा के अनुसार बच्चा समय से पैदा होना लग रहा है और स्वस्थ है ,दाहिने हाथ पर चोट के कारण सूजन है, शिशु 3से 4बजे के बीच मे खेत मे फेंका गया है और जान बूझ कर धान के खेत के मेड़ से दो तीन फीट पर कलंकनी मां ने रख दिया था । समसूल हूदा के घर के सामने सरकारी सहायता से बने लैटीन के पिछे छिपाकर किसी कलंकनी ने बच्चे को रख दिया था ।मुहल्ले तथा गांव के लोग शिशु को देखने के लिए नाजमा खातून के यहां भीड़ लगाये हुए है । लावारिस शिशु को लेकर मुहल्ले की महिलाएं तरह तरह की चर्चा कर रही है ।
खेत मे मिला नवजात शिशु,नवजात को लेकर तरह तरह की चर्चा
खजनी थाना क्षेत्र उनवल गांव में धान के खेत मे नार सहित मिला लड़का
अमित कुमार की रिपोर्ट
गोरखपुर 23 अक्टूबर 2018 ।।
नगर पंचायत उनवल के वार्ड स 11मे शाम चार बजे मुहल्ले के लड़के पतंग उडा़ रहे थे । पतंग हसीब के धान के खेत मे गिर गया ।पतंग उडा रहे बच्चे पतंग लेने के लिए दौडते हुए हसीब के धान के खेत के पास पहुंचे, तब तक पगडंडी से महज तीन फीट की दूरी पर धान के खेत मे नार सहित बच्चे को देखकर डर गये, तथा बन्दर का बच्चा समझ कर ढेला चलाने लगे, ढेला नवजात शिशु के दाहिने हाथ पर लग गया, नवजात शिशु रोने लगा थोडी दूरी पर बैठी महिलाएं नवजात शिशु की रुलाई जानकर दौडी । बच्चो को हटाकर नार सहित शिशु को उठा लिया और बाहर लाकर देखा तो शिशु नार मे लिपटा रो रहा था। मुहल्ले की रहने वाली नर्स साबरा को बुलाकर नार काट कर देखा गया शिशु लड़का था । नर्स ने शिशु को साफ सुथरा कर मुहल्ले की रहने वाली नाजमा खातून को बच्चे की देख रेख हेतु दे दिया ।
नाजम खातून ने कहा कि हमारी बहन को कोई बच्चा नही है वह लखनऊ मे रहती है उसने इस शिशु को पालने की जिम्मेदारी स्वीकार कर लखनऊ से उनवल के लिए बस से चल दी है ।
नर्स साबरा के अनुसार बच्चा समय से पैदा होना लग रहा है और स्वस्थ है ,दाहिने हाथ पर चोट के कारण सूजन है, शिशु 3से 4बजे के बीच मे खेत मे फेंका गया है और जान बूझ कर धान के खेत के मेड़ से दो तीन फीट पर कलंकनी मां ने रख दिया था । समसूल हूदा के घर के सामने सरकारी सहायता से बने लैटीन के पिछे छिपाकर किसी कलंकनी ने बच्चे को रख दिया था ।मुहल्ले तथा गांव के लोग शिशु को देखने के लिए नाजमा खातून के यहां भीड़ लगाये हुए है । लावारिस शिशु को लेकर मुहल्ले की महिलाएं तरह तरह की चर्चा कर रही है ।