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गोरखपुर : नेता नही सौदागर है डॉ संजय निषाद , राम भुआल ने 50 करोंड़ लेकर बीजेपी में शामिल होने का निषाद पार्टी पर लगाया आरोप

गोरखपुर : नेता नही सौदागर है डॉ संजय निषाद , राम भुआल ने 50 करोंड़ लेकर बीजेपी में शामिल होने का निषाद पार्टी पर लगाया आरोप 
रिपोर्टर  ए कुमार

गोरखपुर 31 मार्च 2019 ।।
 निषाद पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद के सपा बसपा गठबंधन से अलग होते ही समाजवादी पार्टी ने शनिवार को अपने पत्ते खोल दिए और गोरखपुर से राम भुआल निषाद को मैदान में खड़ा कर दिया । सपा कार्यालय गोरखपुर  पहुंचने के बाद उनका जोरदार स्वगात किया गया । इस दौरान राम भुआल ने कहा, कि बीजेपी से डॉ संजय न निषाद का लेनदेन हुआ है । राम भुआल ने कहा, कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का सम्मान है, और ये मेरे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है । दिन रात मेहनत करके उनके सम्मान को बचायेंगे । कहा कि हम लोग स्काई लेब वाले नेता नहीं है, जनता के बीच वाले है । माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का जो उन्होंने विश्वास किया है, भरोसा किया है, उस पर खरा उतरेंगे, और ये सीट समाजवादी पार्टी और बसपा की गठबंधन कि झोली में फिर से डालेंगे ।

कहा देखिये निषाद पार्टी और पीस पार्टी का कोई मतलब नहीं है ।समाजवादी पार्टी बसपा और लोक दल का गठबंधन है, और भारतीय जनता पार्टी को रोकने में सक्षम है । ये लोग (निषाद पार्टी)आये थे, लेकिन अपने स्वार्थ में उसे टिकट मिल जाए, तो सब ठीक है, लेकिन टिकट नहीं मिला, सौदे बाजी नहीं हुई, तो आप जानते है, निषाद पार्टी के नेता, निषादों को बेच रहे है, उनको सामने खड़ा करके उनका फोटो दिखा करके और 50 करोंड़ में सौदा हुआ है। मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ से पैसा लेकर ये सब कुछ किया गया है । अभी कुछ दिन पहले योगी की पुलिस बुरी तरह से उनको पिटी थी । जब चुनाव का समय आता है, तो डॉ संजय को आरक्षण याद आता है, इसके पहले वो सांसद बन कर घूम रहे थे, मलाई काट रहे थे  और पैसे लेकर इन लोगो ने इस तरह का काम किया है । डॉ संजय निषाद नेता नही पूर्ण रूप से सौदागर है । जो निषाद समाज को बेचकर अपनी दुकान चला रहे थे । ये राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से सीट के साथ पैसे भी मांग रहे थे जिसको राष्ट्रीय अध्यक्ष जी द्वारा मना करने पर यह ड्रामा रचे है ।
बाईट – दो भागों में..
राम भुआल निषाद (बसपा & सपा प्रत्याशी