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लखनऊ : पुत्र/पुत्रबधु प्रेम में राजभर गिरफ्तार , भासपा में बहने लगी विरोध की बयार : व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्त्ताओ को भेजा व्हाट्सअप मैसेज , सलेमपुर सीट मिलने के वावजूद न लेने पर उठाया सवाल

पुत्र/पुत्रबधु प्रेम में राजभर गिरफ्तार , भासपा में बहने लगी विरोध की बयार : व्यापार प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्त्ताओ को भेजा व्हाट्सअप मैसेज , सलेमपुर सीट मिलने के वावजूद न लेने पर उठाया सवाल
मधुसूदन सिंह 

लखनऊ 24 मार्च 2019 ।। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के लिये लगता है आजकल कुछ अच्छा नही चल रहा है । पहले से ही भाजपा बार बार 5 लोक सभा सीटों की मांग करने के वावजूद आजतक एक भी सीट देने पर अब तक हामी नही भरी है । वही इससे कम जनाधार वाली अनुप्रिया पटेल की बातों को मानकर पहले ही दो सीट दे चुकी है । वही राजनीति में अपने पुत्र और पुत्रबधू को स्थापित करने के लिये घोसी लोक सभा सीट के प्रति इतने आशक्त दिख रहे है कि भाजपा द्वारा सलेमपुर की सीट देने के प्रस्ताव को स्वीकार नही कर रहे है । यह खुलासा व्हाट्सअप के जरिये सुभासपा के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह ने कार्यकर्त्ताओ को भेजे अपने संदेश में किया है । अपने भेजे गये मैसेज में अजय सिंह ने लिखा है --

जय सुहेल देव
एक बार पुनः पार्टी के मज़बूत सिपाही के घर की सीट सलेमपुर का त्याग होगा और मौक़ा परस्तों को जौनपुर में मौक़ा होगा।मेरीमाननीय मंत्री जी से करबध प्रार्थना है की ऐसा करने से संगठन को ठेस लगेगी।
भाजपा हम लोगों को सलेमपुर BJP दे रही है परन्तु लिया नहीं जा रहा क्योंकि जौनपुर ग़ैर संगठन व्यक्ति धनंजय को देना है ।
 इस मैसेज से साफ है कि भाजपा ओमप्रकाश राजभर को 5 की बजाय 2 सीट दे रही है लेकिन घोसी नही । इन दो सीटों में भी वास्तव में केवल एक ही सीट दे रही है , वह है सलेमपुर जबकि दूसरी सीट जौनपुर दे तो रही है लेकिन प्रत्याशी भाजपा के पसंदीदा बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह रहेंगे यह शर्त भी रखी है । श्री राजभर अपने पुत्र के लिये घोसी लोकसभा सीट में बहुत गुणा गणित करके जीत का समीकरण बनाये हुए है जबकि सलेमपुर में जीत की कोई गारंटी नही है । वही इसी क्षेत्र के पार्टी के दो कद्दावर नेता प्रदेश अध्यक्ष आनन्द मिश्रा और व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह पहले ही चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा व्यक्त कर चुके है । ऐसे में श्री राजभर को इस सीट से अपने पुत्र की राजनैतिक यात्रा शुरू करने में डर लग रहा है । बांसडीह विधान सभा मे कार्यकर्त्ता की जगह अपने पुत्र को चुनाव लड़ाकर हार का स्वाद चखने वाले श्री राजभर इस बार कोई भी खतरा नही उठाना चाह रहे है ।