भीमपुरा बलिया : आया था प्रेमिका के पति की हत्या करने , चली गयी प्रेमी की ही जान
आया था प्रेमिका के पति की हत्या करने , चली गयी प्रेमी की ही जान
बृजेश सिंह की रिपोर्ट
भीमपुरा बलिया 12 मार्च 2019 ।। नगरा में प्रेमिका के पति की हत्या कराने के चक्कर मे प्रेमी की ही जान चली गयी। पैसे के लालच में शोखाओ ने घाघरा किनारे कर डाली उसकी ही हत्या। पास में ले गए पैसे लूटने कर बाद शव को घाघरा में फेंक दी। घटना की जानकारी होने पर नगरा पुलिस ने स्वाट टीम की मदद से सर्विलांस के जरिये दी हफ्ते में ही हत्या का खुलासा करते हुए उसमे लिप्त ओझा सहित तीन आरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेज दी।
नगरा कस्बा निवासी मुख्तार बाजार में स्थित एलएलसीएम नामक कंपनी में काम करता था। इसी कंपनी में पकड़ी थाना क्षेत्र की जगदरा गांव की विवाहिता भी काम करती थी। साथ काम करते करते दोनों की आंखे चार हो गयी और तभी से मुख्तार का औरत के घर आना जाना लगा रहता था। औरत का पति बाहर मुम्बई मर काम करता था। औरत जब भी अपने पति से बात करती तो मुख्तार को बुरा लगता था। मुख्तार ने अपनी प्रेमिका के पति को रास्ते से हटाने का मन बना लिया। इसके बाद वह पकड़ी थाना क्षेत्र के टुन्नू बसफोर से मुलाकात की। उससे प्रेमिका के पति को शोखैति के जरिये मरवाने की बात कही। टुन्नू ने मनियर थाना क्षेत्र के पिलुहि निवासी शोखा राजेन्द्र से संपर्क करायी। इसके बाद प्रेमिका के पति को मुंबई में ही शोखैति के जरिये मारने के लिए दो लाख रुपये की डिमांड रखी। जिसपर मुख्तार राजी हो गया। तिथि भी तय ही गयी।इस बीच प्रेमी कुन्नू के साथ शोखा से गड़वार में मिले लेकिन पैसा पूरा न मिल पाने पर शोखा ने अगले दिन पूरे पैसे लेकर आने की बात कह वापस भेज दिया। दूसरे दिन 24 फरवरी को प्रेमी एक लाख नब्बे हजार रुपये लेकर घर से निकला। कुन्नू के साथ प्रेमी मनियर स्थित ब्रह्म बाबा मंदिर लर पहुचा। राजेन्द्र ने अपने चेले सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के फरीद निवासी मुखदेव से झाड़ फुक का सामान मंगवाया। यही नही सुवर के दो बच्चो को लेकर मनियर थाना क्षेत्र के नरहन घाघरा किनारे जा पहुचे। रात में प्रेमिका के पति को मरवाने के लिए शोख़ीति शुरु हो गयी।पूजा समाप्त होने के बाद शोखा ने प्रेमी से दो लाख रुपये की मांग करते हुए कहा कि 25 फरवरी को 10 बजे तक उसकी मृत्यु हो जाएगी।तब प्रेमी ने कहा कि प्रेमिका के पति की मृत्यु के पश्चात ही हम पैसा देंगे। तब ओझा प्रेमी की चाल को समझ गया और पैसा लूटने की नीयत बना डाली। चारो वही पर बैठकर शराब पी और प्रेमी से कहे कि जल्दी मृत्यु चाहते हो तो नमाज पढ़ना शुरू कर दो। प्रेमी जैसे ही नमाज पढ़ने बैठा नदी किनारे श्मशान पर पड़े बॉस से शोखा ने उसके सर ओर वॉर कर दिया। जिससे प्रेमी ने वही दम तोड़ दिया।शोखाओ ने शरीर से कपड़ा निकालकर पैसा आदि ले लिए और प्रेमी के शव को घाघरा नदी में बहा दिया। बाइक को कुछ दूर लाने के वही फेक दिए। इधर प्रेमी के भाई शमसाद ने 26 फरवरी को गुमसुदगी की तहरीर दी। इसी बीच पुलिस शमसाद की दूसरी तहरीर पर अज्ञात पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर छानबीन में जुट गयी। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस प्रेमी के मोबाइल के आधार पर हत्या में लिप्त शोखाओ तक तो पहुच गयी लेकिन उनकी पकड़ से शोखा बाहर रहे। सोमवार को नगरा पुलिस और स्वाट टीम ओझाओं को नगरा सिकंदरपुर मार्ग के गौरा मदनपुरा के पास से पड़ने में सफलता हासिल कर ली। पकड़े गए शोखाओ के पास से पुलिस ने एलएलसीएम के कार्ड आदि, तीन अदद तमंचा व छ जिंदा कारतूस, कुछ पैसे और हत्या में प्रयुक्त बाइक भी मिली। वही ओझाओं के निशानदेही पर पुलिस प्रेमी का कपड़ा, जूता, घड़ी आदि बरामद कर ली। पुलिस हत्या में लिप्त तीनो आरोपियो को मंगलवार को चालान कर दी। थानाध्यक्ष यादवेंद्र पाण्डेय ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ओझइति शोखयती के नाम पर पैसा ऐठने का काम करते है साथ ही आपराधिक घटना को अंजाम देते रहते है।