वायरल वीडियो ने मचायी हलचल : किसी को सीएम और पीएम बना सकता हूं तो बिहार के युवाओं को विधायक भी बना सकता हूं : प्रशांत किशोर
वायरल वीडियो ने मचायी हलचल : किसी को सीएम और पीएम बना सकता हूं तो बिहार के युवाओं को विधायक भी बना सकता हूं : प्रशांत किशोर
ए कुमार की रिपोर्ट
(वायरल वीडियो से साभार)
पटना 10 मार्च 2019 ।।
चुनावी रणनीतिकार और जदयू में नंबर दो की हैसियत रखने वाले प्रशांत किशोर बिहार के नौजवानों को नेता बनाने में मदद करना चाहते हैं। किशोर ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर मैं किसी को मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनाने में मदद कर सकता हूं ,तो बिहार के नौजवानों को मुखिया या विधायक भी बना सकता हूं'। ये बयान 5 मार्च का है।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह भाजपा के साथ दोबारा गठजोड़ करने के अपनी पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार के तरीके से सहमत नहीं हैं और महागठबंधन से निकलने के बाद भगवा पार्टी नीत राजग में शामिल होने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री को आदर्श रूप से नए सिरे से जनादेश हासिल करना चाहिये था। किशोर के बयान से उनकी अपनी ही पार्टी में नाराजगी है क्योंकि यह साक्षात्कार शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
उन्होंने कहा कि आप चंद्रबाबू नायडू, नवीन पटनायक और द्रमुक जैसी पार्टियों को देखें। पीछे की ओर देखें तो हमारे पास वी पी सिंह सरकार का भी उदाहरण है। इसे भाजपा और वाम दलों दोनों ने समर्थन दिया था। उन्होंने कहा, ‘जो लोग उनमें (नीतीश) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की संभावना देखते थे, वे इस कदम से निराश हुए।
ए कुमार की रिपोर्ट
(वायरल वीडियो से साभार)
पटना 10 मार्च 2019 ।।
चुनावी रणनीतिकार और जदयू में नंबर दो की हैसियत रखने वाले प्रशांत किशोर बिहार के नौजवानों को नेता बनाने में मदद करना चाहते हैं। किशोर ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर मैं किसी को मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनाने में मदद कर सकता हूं ,तो बिहार के नौजवानों को मुखिया या विधायक भी बना सकता हूं'। ये बयान 5 मार्च का है।
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह भाजपा के साथ दोबारा गठजोड़ करने के अपनी पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार के तरीके से सहमत नहीं हैं और महागठबंधन से निकलने के बाद भगवा पार्टी नीत राजग में शामिल होने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री को आदर्श रूप से नए सिरे से जनादेश हासिल करना चाहिये था। किशोर के बयान से उनकी अपनी ही पार्टी में नाराजगी है क्योंकि यह साक्षात्कार शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
उन्होंने कहा कि आप चंद्रबाबू नायडू, नवीन पटनायक और द्रमुक जैसी पार्टियों को देखें। पीछे की ओर देखें तो हमारे पास वी पी सिंह सरकार का भी उदाहरण है। इसे भाजपा और वाम दलों दोनों ने समर्थन दिया था। उन्होंने कहा, ‘जो लोग उनमें (नीतीश) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की संभावना देखते थे, वे इस कदम से निराश हुए।