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बलिया : बीएसए ने डीएम के निरीक्षण में गैरहाजिर दो प्रधानाध्यापक समेत तीन को किया निलंबित

बीएसए ने डीएम के निरीक्षण में गैरहाजिर दो प्रधानाध्यापक समेत तीन को किया निलंबित

डीएम के निरीक्षण में भुवाल छपरा के तीन अध्यापक थे गैरहाजिर

बलिया 27 मार्च 2019: अपने कार्य के प्रति लापरवाह रहने वाले बैरिया क्षेत्र के भुवाल छपरा के दो प्रधानाध्यापकों समेत तीन को बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने सस्पेंड कर दिया है। साथ ही शिक्षाक्षेत्र बैरिया के खंड शिक्षा अधिकारी से भी स्पष्टीकरण तलब किया है। तीनों अध्यापक बीते सोमवार को डीएम के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले थे। बीएसए की इस कार्रवाई से लापरवाह अध्यापकों में हड़कंप मचा हुआ है।

जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत सोमवार को नौरंगा और भुवाल छपरा के बूथों का जायजा लेने पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने स्कूलों पर अध्यापकों की उपस्थिति की खराब हालत देखी थी। भुवाल छपरा पर प्रभारी प्रधानाध्यापक गिरजा शंकर पांडे व सहायक अध्यापक विनोद कुमार सिंह अनुपस्थित मिले थे। इसी प्रकार भुवाल छपरा नं-2 पर प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय कुमार यादव गैरहाजिर थे। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल इस स्थिति से अवगत कराते हुए इन अध्यापकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में बीएसए ने तीनों अध्यापकों को निलंबित कर दिया है। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी, बेलहरी को जांच अधिकारी नामित करते हुए 15 दिन के अंदर रिपोर्ट मांगा है। निलंबित अध्यापक गिरजाशंकर पांडे व विनोद कुमार सिंह को कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय बैरिया पर संबंध किया गया है। वहीं संजय कुमार यादव प्राथमिक विद्यालय भरसौता, शिक्षाक्षेत्र बेलहरी पर सम्बद्ध रहेंगे।


गलती छुपाने के लिए अभिलेखों में की छेड़छाड़

- बैरिया क्षेत्र के भुवाल छपरा और भुवाल छपरा नंबर-2 पर तीनों अध्यापक गैरहाजिर तो थे ही, लेकिन आने के बाद अपनी गलती छुपाने के लिए अभिलेखों में भी छेड़छाड़ की। निलंबन आदेश के अनुसार, भुवाल छपरा के प्रभारी प्रधानाध्यापक गिरजा शंकर पांडे ने देर से आने के बाद हस्ताक्षर बनाया और अनुपस्थित सहायक अध्यापक विनोद कुमार सिंह को अभिलेख में प्रशिक्षण में जाना अंकित कर दिया। इसी प्रकार भुवाल छपरा नंबर-2 पर प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय कुमार यादव पर गायब होने के बावजूद 23 और 25 मार्च को कूटरचित अवकाश अभिलेख में दर्ज करने का आरोप है। बार-बार चेतावनी के बाद भी तीनों अध्यापकों की कार्यशैली में सुधार नहीं होने का आरोप है।