गोरखपुर बिग ब्रेकिंग : दिग्विजय नाथ पोस्ट ग्रेजुएट कालेज में आयोजित शिक्षक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सीएम, 1 हजार शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही ये बाते !
गोरखपुर बिग ब्रेकिंग :
दिग्विजय नाथ पोस्ट ग्रेजुएट कालेज में आयोजित शिक्षक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे सीएम, 1 हजार शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही ये बाते !
गोरखपुर 1 अप्रैल 2019 ।।
शिक्षक समाज का सजग प्रहरी है. समाज की हर अच्छी और बुरी घटनाओं पर सचेत रहता है. शिक्षक का चरित्र चाणक्य की तरह होना चाहिए. जिससे भावी पीढ़ी को सही मार्गदर्शन दे सकें. महाभारत में द्यूत क्रीड़ा युद्ध हो रहा था. द्रौपदी ने चीर हरण के बाद सवाल पूछा कि इसका दोषी कौन. विदुर ने कहा तिहाई दोषी जो मौन खड़े हैं.
देश और समाज पर भी ये लागू होता है. आजादी के बाद बीच का कालखंड उदासीनता से भरा हुआ था.
नक्सलवाद बढ़ा. बुनकर और किसानों ने आत्महत्या की. अदना सा देश भी हमारे ऊपर आंख उठाकर देखता था.
चीन हमारी सीमा में घुस जाता था. आज की स्थिति देख लीजिए.
देश में व्यापक लूट मची हुई थी. अराजकता का माहौल था. उन परिस्थितियों में मई 2014 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली.
छह करोड़ देश की जनता जानती थी. हमारा कार्यकर्ता जानता था कि मोदीजी अच्छा काम करेंगे. लेकिन सवा सौ करोड़ भारतीयों ने मोदी जी पर विश्वास कर अपना समर्थन दिए.
5 साल का कार्यकाल बहुत बड़ा कार्यकाल नहीं होता है लेकिन आपने देखा होगा उनका कार्यकाल. जाति-धर्म और मजहब के नाम पर हमने कार्य नहीं किया. गरीब, किसान, नौजवान महिला वर्ग, शिक्षक, चिकित्सक, अधिवक्ता किसान, मजदूर सबके लिए बराबर से कार्य किया है. यही वजह है कि लोग इस बार कह रहे हैं कि मोदी जी की एक बार और सरकार बनानी चाहिए. कांग्रेस 55 वर्षों में गरीब का खाता तो खुलवा नहीं पाए और आज पैसा देने की घोषणा करते हैं.
पुलवामा हमले के बाद 72 घंटे में सरकार ने अपनी योजना तैयार की और आतंकवादी और उसका मास्टरमाइंड मारा गया. 10 दिन के अंदर आतंकी शिविरों को सीमित करके 11 दिन और सही करके उन को नष्ट कर दिया. लेकिन भारत के विपक्षी दल से जुड़े कुछ लोग कहते हैं कि यह हुआ है कि नहीं हुआ है. सेना के शौर्य और पराक्रम को भी अपने देश के कुछ लोग पचा नहीं पा रहे हैं.
सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचे. हमारा देश दुनिया के अंदर एक ताकत के रूप में उभरता हुआ दिखाई दे रहा. कौन सा ऐसा क्षेत्र है क्षेत्र में भारत ने तरक्की और प्रगति न की हो.
अंतरिक्ष में भारत ने मिशन शक्ति के रूप में दुनिया में अपना स्थान बनाया. हर भारतीय को इस पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए. लेकिन विपक्ष ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है कि इस परीक्षण क्यों कर रहे हैं. भारत को शक्तिशाली क्यों बनाया जा रहा है. इसकी चिंता पाकिस्तान को हो तो माना जा सकता है. लेकिन इसकी चिंता कांग्रेस कर रही है कि भारत के इस कार्यक्रम को पूरी दुनिया के सामने क्यों रखा जा रहा है. आप समझ सकते हैं कि उनकी मंशा क्या है.
यूपी में देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण करने जा रहे हैं.
आजादी के बाद से ही गरीबी हटाओ का नारा दिया गया. लेकिन, गरीब बैंक में खाता खाता खोला है. नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सब ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था. लेकिन किस ने क्या किया है, यह सबके सामने है.
नेहरू जी भी कुम्भ आए थे. उस समय के कुम्भ में भगदड़ में 800 लोगों की मौत हुई थी. पूर्व के कुम्भ में मॉरीशस के प्रधानमंत्री आए थे और स्नान की।हिम्मत नहीं जुटा सके. इस बार भी मॉरीशस के प्रधानमंत्री आये थे और 400 डेलीगेट्स के साथ निर्मल-अविरल गंगा में स्नान करके गए.
प्रयागराज बहुत से लोग गए थे. 2012 में महाकुम्भ था. भगदड़ में काफी लोगों की जान गई थी. लेकिन, इस बार कुम्भ था. 24 करोड़ लोग आए थे. प्रयागराज में विकास की कई योजनाएं शुरू की.
अरुणाचल, मणिपुर, असम में भाजपा और नागालैंड-मेघालय में भाजपा समर्थित सरकार है.
डोकलाम में चीन को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा था. आज भी वहां हमारी सेना डटकर खड़ी है और भूटान की भी हम मदद कर रहे हैं.
में कांग्रेस की सरकार में कॉमनवेल्थ गेम हुआ था. खेल खत्म हुआ और काम पूरा नहीं हो पाया. दुनिया में भारत का नाम खराब हुआ. कुम्भ से आप इसकी तुलना कर सकते हैं. कांग्रेस देश को कहां ले जाना चाहती थी.
राहुल गांधी ने विदेश में कहा कि मुझे आतंकियों से खतरा नहीं है. मुझे भारत के लोगों से खतरा है. हिंदुओं को जो आतंकी घोषित कर दें, वे देश को कहां ले जाना चाहते हैं ये सभी को पता है.
शिक्षकों को चाणक्य की भूमिका का निर्वहन करना होगा.
शामली के 6 बार के सपा से विधायक और उनके पुत्र ने मिलने का समय मांगा. हमसे वे लखनऊ में मिले. मैंने बोला कि ऐसा क्या हो गया आप विधान परिषद के सदस्य भी हैं. उन्होंने कहा कि सपा का झंडा देखकर घर की. महिलाएं कहती हैं कि क्या गुंडों का झंडा ढो रहे हो. भाजपा और मोदी-योगी जी के क्या बुराई है. इसलिए भाजपा ज्वाइन करना चाहते हैं. उनसे पूछा कि कोई शर्त या टिकट तो उन्होंने कहा कुछ नहीं चाहिये. बस विकास के कार्य में साथ आना चाहता हूं."
2017 के चुनाव के पहले 12 वर्षों तक पश्चिमी यूपी में महिलाएं, लडकियां और व्यापारी ये कहते थे कि क्या कोई सरकार हमें सुरक्षा दे पाएगी. कैराना में कश्मीर वाली स्थिति थी. लोग पलायन कर रहे थे. लेकिन, आज वे वापस अपना व्यापार कर रहे हैं. अपराधी जेल में हैं या प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं. इसके अलावा जो थे उनका रामनाम सत्य जो गया है.